श्रीनगर में आयोजित ‘जी २०’ बैठक की आलोचना कर रहा पाकिस्तान पहले अपनी जनता का पेट भरे – जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल की फटकार

श्रीनगर – भारत ने जम्मू-कश्मीर में ‘जी २०’ का आयोजन करके इस संगठन की अध्यक्षता का गलत इस्तेमाल किया। लेकिन, भारत को इस तरह से कश्मीरी जनता की आवाज़ दबाना संभव नहीं होगा, ऐसे दावे पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने किए थे। लेकिन, पाकिस्तान ‘जी २०’ की बैठक पर बयानबाज़ी करने के बजाय अपनी जनता का पेट भरना कैसे संभव होगा, इसपर अधिक विचार करे, ऐसी फटकार जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने लगाई। साथ ही जम्मू और कश्मीर की ‘जी २०’ बैठक सफल होने का बयान करके उप-राज्यपाल ने इसपर संतोष व्यक्त कि या।  

‘जी २०’श्रीनगर में ‘जी २०’ की बैठक शुरू थी तब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो झरदारी ने पाकिस्तान ने कब्ज़ा किए कश्मीर का दौरा किया था। इस दौरे में उन्होंने विवादित बयान करके अंतरराष्ट्रीय माध्यमों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता हासिल नहीं हुई। ‘जी २०’ के अन्य सदस्य देशों ने कश्मीरी जनता पर भारत कर रहे कथित अत्याचारों पर ध्यान दे, ऐसा आवाहन बिलावल भुट्टो जरदारी ने किया। इसके साथ ही भारत ने जम्मू-कश्मीर में जी २० का आयोजन करके अपनी अध्यक्षता गलत इस्तेमाल किया है, ऐसी आलोचना पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने की थी।  

भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने की हुई आलोचना पर फटकार लगाई। जी २० से पाकिस्तान का संबंध नहीं हैं, ऐसा क्वात्रा ने आगाह किया। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने पाकिस्तान जी २० की चर्चा करने से पहले अपनी जनता का पेट भरना कैसे मुमकिन होगा, इसपर सोच विचार करें, ऐसी फटकार लगाई। जम्मू-कश्मीर में आयोजित की गई यह बैठक बड़ी सफल रही। इससे नए जम्मू-कश्मीर का उदय हुआ हैं, ऐसा दावा उप-राज्यपाल ने किया। यहां आनेवासी हर एक व्यक्ति जम्मू-कश्मीर की खुले दिल से सराहना कर रहा था, इसपर भी सिन्हा ने ध्यान आकर्षित किया।

जम्मू-कश्मीर की जनता ने भी जी २० के आयोजन में बड़े उत्साह से योगदान दिया। साथ ही यहां के युवकों ने पाकिस्तान को सख्त शब्दों में चेतावनी दी थी। कश्मीर के साथ पाकिस्तान का कुछ भी संबंध नहीं है, ऐसी फटकार स्थानिय युवकों ने पाकिस्तान को लगाई है। इसके आगे पाकिस्तान को कश्मीर मामले में अपनी नाक घुसेड़ने की कोई भी वजह नहीं होगी, ऐसा इन युवकों ने कहा है। सोशल मीडिया पर इन युवकों ने दिए इशारें पाकिस्तान तक पहुंचे हैं। इस वजह से जम्मू-कश्मीर की स्थिति बदल रही हैं और यहां अब पाकिस्तान समर्थकों को स्थान नहीं मिलेगा, ऐसा पाकिस्तान के विश्लेषक भी स्वीकारने लगे हैं।

इसी बीच, श्रीनगर में ‘जी २०’ की बैठक सुरक्षित हुई और धमका रही आतंकवादी संगठन यहां हमले नहीं कर सकी। आगे के दौर में इसी तरह की अंतरराष्ट्रीय बैठकों का जम्मू-कश्मीर में आयोजन होता रहेगा और इससे काफी बड़ा लाभ स्थानिय लोगों को प्राप्त होगा, ऐसे दावे इस अवसर पर किए जा रहे हैं।

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