अमरिका की मर्जी रखने के लिए पाकिस्तान ‘सीपीईसी’ से पीछे हटकर भारत-अफगानिस्तान व्यापार के लिए मार्ग खुला करेगा

इस्लामाबाद – अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से भेंट करके पाकिस्तान वापिस लौटे प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अपने देश को वर्ल्ड कप जितने का एहसास होने का दावा किया है| इस कामयाब यात्रा की वजह से अमरिका और पाकिस्तान के संबंधों का नया पर्व शुरू हो रहा है, यह विश्‍वास इम्रान खान ने व्यक्त किया है, फिर भी असलियत में पाकिस्तान ने किए समझौते की वजह से ही इम्रान खान को ट्रम्प से भेंट करना संभव हुआ है, यह बातचीत शुरू हुई है| ‘चाइना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) से पीछे हटना और भारत को अफगानिस्तान तक यातायात करने की अनुमति देने की तैयारी पाकिस्तान सरकार ने दिखाने की वजह से ही राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से भेंट करने का अवसर इम्रान खान को प्राप्त हुआ है, यह दावा पाकिस्तान के एक विश्‍लेषक ने किया है|

प्रधानमंत्री इम्रान खान ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से भेंट करके पाकिस्तान के लिए क्या प्राप्त किया, इस पर पाकिस्तान के माध्यमों में अलग अलग बातचीत शुरू है| लेकिन, अमरिका और पाकिस्तान के संबंध बिगडें हुए थे, तभी ऐसी स्थिति में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के लिए समय दिया है, यह काफी बडी बात होने का दावा पाकिस्तान के कुछ विश्‍लेषक कर रहे है| वही, इश भेंट के लिए पाकिस्तान को कुछ अहम निर्णय करने के लिए अमरिका ने विवश किया है, यह दावा विश्‍लेषक हफिजउल्लाह नियाझी ने किया| यह निर्णय किया नही होता तो यह भेंट भी नही होती, ऐसा नियाझी का कहना  है|

अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए पाकिस्तान अमरिका की सहायता करें, यह मांग अमरिका जाहीर तौर पर कर रही थी| इसपर पाकिस्तान ने हामि भरी है| लेकिन, इसके साथ ही अमरिका ने रखी मांग के नुसार ‘सीपीईसी’ परियोजना से पीछे हटने की तैयारी भी पाकिस्तान ने दिखाई है|

इस परियोजना का अमरिका ने पहले ही विरोध किया था| साथ ही इस परियोजना के कारण पाकिस्तान की सार्वभूमता खतरे में आएगी, यह चेतावनी भी कई विश्‍लेषकों ने दी थी| यह चेतावनी सच्चाई बन रही है, इसका एहसास पाकिस्तान की नई सरकार को हुआ है| इसीलिए यह परियोजना अब रद्द करने का निर्णय पाकिस्तान ने किया है और ट्रम्प एवं इम्रान खान की भेंट इसी कारण काफी अहम घटना साबित हो रही है, ऐसा नियाझी ने स्पष्ट किया|

इसके अलावा भारत और अफगानिस्तान के लिए व्यापारी मार्ग शुरू करने की तैयारी पाकिस्तान की सरकार ने की है| पाकिस्तान की सरकार जल्द ही इसबारे में ऐलान कर सकती है, ऐसा हफिजउल्लाह नियाझी ने कहा है| इन दो मुद्दों के साथ ही हफिज सईद को गिरफ्तार करके एवं आतंकियों के विरोध में कडी कार्रवाई करने का वादा करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष से मिलने का अवसर प्राप्त किया है, यह दावा निजाझी ने किया है| इस दौरान अमरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के हाथ में अपनी मांगों की सुचि रखी है, यह जानकारी भी नियाझी ने दी है|

अर्थव्यवस्था संकट में होेते समय पाकिस्तान के लिए अमरिका की मांगे मंजूर करने के अलावा अन्य कोई विकल्प बचा नही है, इस काफी अहम मुद्दे की ओर हफिजउल्लाह नियाझी ने ध्यान आकर्षित किया| अमरिका के साथ संबंध सुधारने के लिए प्रयत्न नही किए होते तो अगले दिनों में पाकिस्तान का समावेश ‘एफटीएफ’ की ब्लैक लिस्ट में हुआ होता| इतना ही नही, बल्कि पाकिस्तान के सामने और भी कठीन स्थिति खडी होती, यह दावा पाकिस्तान के अन्य विश्‍लेषक कर रहे है|

लेकिन, पाकिस्तान के नीति में हुए इस बदलाव पर चीन से प्रतिक्रिया प्राप्त हो सकती है| ऐसे में अगले दिनों में चीन पाकिस्तान के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाने की संभावना भी सामने आ रही है| इसी कारण इम्रान खान को अब भारत के साथ संबंध सुधारने है| इसके लिए उन्होंने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष के सामने दर्ख्वास्त रखी थी, यह दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषकों ने किया था|

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