बलुचिस्तान की स्वतंत्रता की जंग तेज़; पाकिस्तान द्वारा बलुचों पर अमानवीय ज़ुल्म जारी

नवी दिल्ली/क्वेट्टा/मेलबॉर्न, दि. ११ (वृत्तसंस्था) – भारत के प्रधानमंत्री ने बलुचिस्तान के अत्याचारों का मुद्दा उठाने के बाद घबराये हुए पाकिस्तान ने, बलुचिस्तान में बड़े पैमाने पर अत्याचार शुरू किये हैं|

karachi-baloch-protest-2- बलुचिस्तान के अत्याचारों का मुद्दाइसपर तीख़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं और पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची से लेकर विश्‍व के अन्य देशों में रहनेवाले बलुची लोगों ने इसके खिलाफ़ आवाज़ उठायी है| ‘जो पाकिस्तान ने सन १९७१ में बांगलादेश में किया, वही आज बलुचिस्तान में शुरू हुआ है’, ऐसा कहते हुए बलुच कार्यकर्ता पाकिस्तान के उपर गंभीर इल्ज़ाम लगा रहे हैं|

भारत के प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के स्वतंत्रतादिवस के अपने भाषण के दौरान बलुचिस्तान के अत्याचारों का मुद्दा उपस्थित किया था| इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करनेवाले बलुचियों पर पाकिस्तान ने जुल्म ढ़ाना शुरू किया है| लेकिन इसकी परवाह न करते हुए बलुचिस्तान में प्रदर्शन जारी हैं और प्रदर्शनकारी भारत का झँड़ा लहरा रहे हैं| भारत के समर्थन में नारे लगानेवाले बलुचियों पर अमानवीय ज़ुल्म किये जा रहे हैं और इसकी गुँज पाकिस्तान के अन्य शहरों से सुनायी दे रही है|

कराची में बलुच प्रदर्शनकारियों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के ज़ुल्मों का निषेध किया है| ‘रौफ बलुच’ इस नेता के घर पर पाकिस्तानी सेना ने की हुई कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने संतप्त प्रतिक्रिया दी है| इन प्रदर्शनों में महिलाओं की तादात काफ़ी बड़ी है|

इस प्रदर्शन में शामिल हुई फर्जाना माजिद बलुच ने, पाकिस्तान के अर्धसेनाबल पर गंभीर इल्ज़ाम लगाए| पिछले दो दिन से बलुचिस्तान की महिलाएँ और बच्चें अर्धसेनाबल की नज़रक़ैद में है| इससे पहले लगभग चालीस महिलाओं एवं बच्चों को आगवा किया गया था| कुछ महिलाएँ पिछले कुछ दिनों से गायब है, ऐसा कहते हुए फर्जाना ने, पाकिस्तान ने १९७१ में बांगलादेश की जनता पर जिस तरह ज़ुल्म ढ़ाए थे, उसी तरह के ज़ुल्म बलुचिस्तान की जनता पर किये जा रहे हैं, ऐसा प्रतिपादित किया| वहीं, पाकिस्तान के ज़ुल्मों की जानकारी अब पूरे विश्‍व के सामने आ रही है, यह अच्छी बात है, ऐसा बलुच नेता अब्दुल नवाझ बुग्ती ने सोशल मीडिया पर लिखे अपने संदेश में कहा है|

इसी दौरान, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में भी बलुचियों ने प्रदर्शन करते हुए, पाकिस्तान द्वारा बलुच जनता पर किए जा रहे ज़ुल्मों का मुद्दा आंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने रखने की कोशिश की है| साथ ही, दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में भी बलुचियों ने पाकिस्तान के खिलाफ़ नारे लगाये| बलुचिस्तान में हो रहे वंशसहार को रोको, ऐसी माँग इन प्रदर्शनकारियों ने की| संयुक्त राष्ट्र और आंतर्राष्ट्रीय मीडिया बलुचिस्तान में हो रहे जुल्मों की और अनदेखी ना करें, ऐसी गुहार दोनों शहरों के प्रदर्शन के दौरान लगाई गई| साथ ही, इस मुद्दे पर ग़ौर फ़रमानेवाले, भारत के प्रधानमंत्री का प्रदर्शनकारियों ने शुक्रिया अदा किया|

Leave a Reply

Your email address will not be published.