ईरान पर हमलें कर रहे आतंकियों पर पाकिस्तान कार्रवाई करे – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी इनका इशारा

तेहरान/इस्लामाबाद – ईरान में आतंकी हमलें कर रहे गुटों के विरोध में पाकिस्तान अंतिम कार्रवाई करें, नही तो उसके गंभीर परीणाम ईरान-पाकिस्तान संबंधों पर हो सकते है, ऐसी कडी चेतावनी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी इन्होंने दी| राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने यह मांग की है, तभी ईरान पर आतंकी हमले करनेवाला ‘जैश अल अदल’ यह गुट पाकिस्तानी लष्कर का हिस्सा बनकर गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, ऐसा चौकानेवाला दावा माध्यमों ने किया है| ‘जैश अल अदल’ को पाकिस्तान में मसूद अजहर एवं हफिज सईद का समर्थन प्राप्त हो रहा है, ऐसा भी इस वृत्त में कहा गया है|

पिछले महीने में ईरान के ‘सिस्तान बलोचिस्तान’ में ‘जैश अल अदल’ ने किए आतंकी हमले में रिव्होल्युशनरी गार्डस् के २७ सैनिकों की मौत हुई थी| इस हमले के बाद ईरान और भी आक्रामक हुआ है और पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई करने की धमकी दे रहा है| इसके पहले ईरान के नेतृत्व ने लगातार पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है और राष्ट्राध्यक्ष रोहानी इन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ की हुई बातचीत उसीका हिस्सा माना जा रहा है|

रविवार के दिन रोहानी इन्होंने पाकिस्तान को अंतिम कार्रवाई की चेतावनी दी| साथ ही इसका संबंध दो देशों के बीच बने ऐतिहासिक एवं पारंपरिक सहयोग से जुडा होने की धमकी भी उन्होंने दी| ईरान में आतंकी हमले करनेवालों पर पाकिस्तान ने कार्रवाई की नही तो इस अक्षमता के गंभीर परीणाम पाकिस्तान को भुगतने पडेंगे, ऐसा रोहानी इन्होंने कहा है| रोहानी ने धमकाने के बाद पाकिस्तान का पक्ष संभालने की कोशिश करते समय प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्होंने पाकिस्तानी सेना यकिनन कार्रवाई करेगी, ऐसा वादा किया| साथ ही पिछले महीने में हमला करनेवाले आतंकियों के ठिकाने की जानकारी प्राप्त हुई है और यह एक?अच्छी खबर होने का दावाही खान ने किया|

लेकिन, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ईरान के राष्ट्राध्यक्षों से वादा कर रहे थे तभी पाकिस्तान का दोगलापन सामने आया है| प्रधानमंत्री इम्रान खान ‘जैश अल अदल’ इस आतंकी संगठन पर कार्रवाई करने का वादा कर रहे है, फिर भी वास्तव में यह संगठन पाकिस्तान की सेना का हिस्सा बनकर काम कर रही है, यह दावा माध्यमों ने किया है| ब्रिटेन में एक समाचार पत्र ने गुप्तचर यंत्रणा के दाखिले से इस संबंधी समाचार दिया है और ‘जैश अल अदल यह संगठन पाकिस्तानी लष्कर के लिए आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही है, ऐसा बताया गया है|

बलोचिस्तान में स्थानिय सूत्रों ने भी इस समाचार का समर्थन किया है और जैश अल अल के आतंकियों को मसूद अजहर की ‘जैश ए मोहम्मद’ और हफिज सईद की ‘लश्कर ए तोयबा’ के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है, यह दावा भी किया गया है| यह संगठन ईरानी लष्कर और बलोचिस्तान की आजादी के लिए लड रहे गुटों पर हमले कर रही है और इसके लिए पाकिस्तानी लष्कर पूरा समर्थन दे रहा है, ऐसा इस समाचार में कहा गया है|

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