जम्मू-कश्मीर हिंसा के पीछे पाक़िस्तान का हाथ: केंद्रीय गृहमंत्री का इल्ज़ाम

नयी दिल्ली, दि. २१ (पीटीआय) – कश्मीर में हो रहे कथित अत्याचारों के खिलाफ़ पाक़िस्तान ने ‘काला दिन’ मनाने के बाद भारत से तीख़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं| जम्मू-कश्मीर की हिंसा के पीछे पाक़िस्तान का हाथ है और पाक़िस्तान आतंकवाद का प्रायोजक है, ऐसा इल्ज़ाम केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा को संबोधित करते समय लगाया| पाक़िस्तान भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा भी राजनाथ सिंह ने कहा|

rajnath-singhजम्मू-कश्मीर के हालात धीरे धीरे सामान्य हो रहे हैं और चार ज़िलों में कर्फ़्यू हटाया गया है| राज्य में अख़बार शुरू हुए हैं और जनजीवन सामान्य हो रहा है| लेकिन बुधवार को ‘काला दिन’ मनाकर पाक़िस्तान ने फिर एकबार भारत को उक़साया है| इसपर लोकसभा में बात करते समय राजनाथ सिंह ने पाक़िस्तान की कडी आलोचना की| ‘जम्मू-कश्मीर में पाक़िस्तान ही हिंसाचार को बढ़ावा दे रहा है| जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के पीछे पाक़िस्तान है| यही नहीं, बल्कि भारत में हो रहे आतंकी हमलों के पीछे भी पाक़िस्तान का ही हाथ होता है’ ऐसा कहते हुए राजनाथ सिंग ने पाक़िस्तान की कड़ी निंदा की| ‘दूसरे का घर जलानेवाले खुद भी उसी आग में जलते हैं’ इन भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उद्गारों की राजनाथ सिंह ने पाक़िस्तान को याद दिलायी|

आतंकवाद का इस्तेमाल करते हुए पाक़िस्तान भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा है, ऐसी आलोचना गृहमंत्री ने की| उसी समय, कश्मीर की जनता के लिए पाक़िस्तान जो हमदर्दी जता रहा है, वह सब ढ़ोंग है, ऐसा कहते हुए गृहमंत्री ने, पाक़िस्तान के दोगलेपन की ख़बर ली। मज़हब के नाम पर निर्माण हुए पाक़िस्तान में एकता नहीं बची है| जो देश अपने ही देश को एकसाथ नहीं रख सकता, ऐसे देश को भारत में स्थित इस्लामधर्म के लोगों की चिंता नहीं करनी चाहिए, ऐसा ताना राजनाथ सिंह ने मारा|

इसी बीच, हिंसक प्रदर्शन के दौरान ‘पेलेट गन’ का इस्तमाल करने की वजह से कई लोगों की आँखों में चोटें आयी हैं, ऐसा स्पष्ट हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर, पेलेट गन के बजाय, कम हानि पहुँचानेवाले हथियारों का इस्तेमाल करने के बारे में सोचने के लिए समिति नियुक्त की गयी है, ऐसी जानकारी राजनाथ सिंह ने दी| साथ ही, जम्मू-कश्मीर का युवावर्ग देशप्रेमी है, मग़र बहकाये गए कुछ युवक हिंसा का मार्ग चुन रहे हैं, ऐसा दावा गृहमंत्री ने किया|

इसी दौरान, जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य हो रहे हैं और मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने सर्वपक्षीय बैठक का आयोजन करते हुए राजनीतिक प्रक्रिया को गति दी है| साथ ही, सेनाप्रमुख जनरल दलबिरसिंह सुहाग ने जम्मू-कश्मीर की भेंट करके, राज्य तथा सरहदी इलाकों की सुरक्षा का जायज़ा लिया|

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