जैसलमेर

जैसलमेर

कई मीलों तक फैला   हुआ रेगिस्तान। नजर डालें, वहाँ रेत ही रेत । सूरज की किरनों में चमचमाती हुई रेत। हमारे भारत का थर का रेगिस्तान ठीक  इसी तरह का है। यह रेगिस्तान यानि जैसे रेत का महासागर। ऐसे इस रेत के महासागर में बसा हुआ है एक शहर, जिसका नाम है ‘जैसलमेर’। जैसलमेर की […]

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सावित्री नदी की बाढ़ में ब्रिटीशकालीन पूल बह गया; दो एसटी बस तथा चार वाहनों को जलसमाधि

सावित्री नदी की बाढ़ में ब्रिटीशकालीन पूल बह गया; दो एसटी बस तथा चार वाहनों को जलसमाधि

महाड, दि. ३ (वृत्तसंस्था) – मुंबई-गोवा महामार्ग पर, सावित्री नदी पर बने ब्रिटीशकालीन पूल के बह जाने से मंगलवार रात को राज्य परिवहन सेवा (एसटी) की दो बसों के साथ, चार मोटरें भी बह गयी हैं| एसटी बसों में रहनेवाले अठारह यात्रियों के साथ २२ लोग बह गए हैं| बाढ़ में बहनेवाले निजी वाहनों के […]

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लेह-लद्दाख़ (भाग-२ )

लेह-लद्दाख़ (भाग-२ )

हिमालय में स्थित शीत रेगिस्तान अर्थात् लद्दाख़ का प्रदेश। हमारे भारत में कश्मीर से भी आगे बसा हुआ यह प्रदेश। राजाओं का शासन लद्दाख़ पर शुरू होने के समय से लेकर लद्दाख़ का इतिहास प्राप्त होता है; लेकिन उससे पहले के समय की जानकारी इतिहास में नहीं मिल पाती। केवल पिछले भाग में जैसे वर्णित […]

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लेह-लद्दाख़ भाग-१

लेह-लद्दाख़ भाग-१

भारत की उत्तरी सीमा पर स्थित नगाधिराज हिमालय। हिमालय का नाम लेते ही आँखों के सामने आ जाते हैं बर्फाछादित शिखर और बहती हुई नदियाँ तथा इन्हीं नदियों के कारण विपुल मात्रा में पाये जानेवाले पेड़-पौधे। इस बर्फाछादित हिमालय की पार्श्‍वभूमि पर और इस हिमालय की गोद में भी कईं गाँव और शहर बसे हुए […]

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श्रीसाईसच्चरित अध्याय १ (भाग ३५)

श्रीसाईसच्चरित अध्याय १ (भाग ३५)

श्रीसाईनाथजी के आचरण का अध्ययन करके उससे सीख लेते हुए अब तक हमने तीन मुद्दों पर विचार किया । १)    समय का अचूक नियोजन (टाईम मॅनेजमेंट) करना । २)    कार्य के साथ-साथ, स्वयं के जीवन के लिए ज़रूरी रहनेवालीं बातों का भी ध्यान रखना। ३)    कार्य शुरू करने से पहले, कार्य करते समय एवं कार्य […]

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दार्जिलिंग की चाय – दार्जिलिंग भाग – ३

दार्जिलिंग की चाय – दार्जिलिंग भाग – ३

सुबह होते ही हररो़ज लगभग सभी घरों में एक बात समान रूप से होती है और वह है, सुबह की चाय।दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन इस ख़ासियत के बारे में हमने गत लेख में जानकारी प्राप्त की। अब दार्जिलिंग की दूसरी ख़ासियत के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं और वह है, दार्जिलिंग टी (दार्जिलिंग की […]

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दार्जिलिंग भाग-२

दार्जिलिंग भाग-२

इस तरह धुएँ की रेखाएँ हवा में खींचते हुए यात्रियों को उनके मुकाम तक ले जानेवाली रेलगाड़ियाँ भारतवर्ष में अब बहुत ही कम रह गयी हैं। इसी तरह की एक रेलगाड़ी (ट्रेन) धुएँ की रेखाएँ हवा में खींचते हुए मुसफिरों को  दार्जिलिंग तक ले जाती है। न्यू जलपायगुडी से दार्जिलिंग ले जानेवाली यह रेलगाड़ी समुद्री […]

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हवामान नियंत्रण एवं डॉ.निकोल टेसला

हवामान नियंत्रण एवं डॉ.निकोल टेसला

विद्युत एवं विद्युत चुंबकीय क्षेत्र की दुनिया में एक सर्वोत्कृष्ट संशोधक के रूप में देखा जाये तो यह निर्विवाद सत्य है कि वह नाम डॉ.निकोल टेसला का ही हो सकता है। डॉ.टेसला ने निसर्ग में इन दोनों ही क्षेत्रों से संबंधित होने वाली सैंकड़ो घटनाएँ देखी ओर उनके निरीक्षण के आधार पर अध्ययन करके उन्होंने […]

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राष्ट्र सेविका समिति

राष्ट्र सेविका समिति

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग २८ स्वतन्त्रता के लिए आन्दोलन शुरू हो चुका था। लेकिन इस आन्दोलन में महिलाएँ भी सम्मिलित हों, ऐसा आवाहन महात्मा गाँधीजी निरन्तर करते रहते थे। उस आवाहन को देशभर की महिलाओं से प्रतिसाद मिल रहा था। कई महिलाएँ स्वतन्त्रता के लिए, समाजसुधार के लिए घर से बाहर निकलीं और […]

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तिरुअनन्तपुरम् (भाग – १)

तिरुअनन्तपुरम् (भाग – १)

भारतवर्ष में तीन प्रमुख मौसम हैं – गर्मी, बारिश और जाड़े का मौसम। भारतवर्ष यह कृषिप्रधान देश होने के कारण बारिश तो हमारे लिए जीवन ही है। ते़ज गर्मी के मौसम के बाद मई के अन्त में एवं जून के प्रारम्भ में हम ‘केरल में मान्सून का आगमन हुआ है’ इस ख़बर की बड़ी उत्सुकतापूर्वक […]

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