सीरिया में शुरू संघर्ष चिंताजनक और खतरनाक – संयुक्त राष्ट्रसंघ के राजदूत का इशारा

न्यूयॉर्क/मास्को/तेहरान – ‘तीन सालों से सिरिया में शांति बनी थी। आनेवाले समय में राजनीतिक सुधार से सीरिया में सैन्य गतिविधियां कम करना मुमकीन हुआ होता। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से सीरिया में सैन्य गतिविधियों में काफी बढ़ोतरी हुई है और यह बड़ी चिंता की और खतरनाक बात बनती है’, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने सीरिया के लिए नियुक्त किये विशेष दूत गेर पेडरसन ने दी।

खतरनाकसीरिया में सेना उतारकर सैन्य कार्रवाई करने की धमकी तुर्की ने दी है। तुर्की के इन हमलों से सीरिया के कुर्दों की रक्षा करने के लिए रशिया ने अपनी फौज रवाना की है। ईरान ने भी सीरिया में जारी तुर्की की कार्रवाई के गंभीर परिणाम हो सकते है और इससे स्थिति अधिक जटिल होगी, यह इशारा दिया है। ऐसी स्थिति में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत ने सीरिया के संघर्ष को लेकर दिया इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

सीरिया के उत्तरी हिस्से में की कार्रवाई में ‘आयएस’ के तीन आतंकियों को हिरासत में लेने का दावा तुर्की की गुप्तचर यंत्रणा ने किया। विश्व की सुरक्षा के लिए खतरा बने इन आतंकियों पर कार्रवाई करने की बात दर्शा कर तुर्की आगे के दिनों में सीरिया में कार्रवाई करने की योजना को समर्थन प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है, यह दावा भी हो रहा है। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से तुर्की के हमलों की वजह से इस क्षत्र में उभरी संघर्ष की स्थिति बड़ी चिंताजनक होने का बयान संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेषदूत ने किया है।

खतरनाकतुर्की और उससे जुड़े सशस्त्र गुटों के सीरिया के कुर्द गुटों पर हो रहे हमलों में पिछले महीने से बढ़ोतरी हुई है। सीरिया का यह संघर्ष सरहद पार करके पड़ोसी देशों में भी अस्थिरता फैलाएगा, यह चेतावनी विशेषदूत पेडरसन ने दी। तुर्की ने सीरिया के साथ इराक में भी इसी तरह के हमले करना शुरू किया है, पेडरसन ने इसपर भी ध्यान आकर्षित किया। इसी बीच इस्रायल ने भी सीरिया के अन्य हिस्सों में हमलें जारी रखे है, यह दावा राष्ट्रसंघ के विशेषदूत ने किया।

पिछले कुछ महीनों से सीरिया में जारी हमलों की बढ़ती तीव्रता पर गौर करे तो आनेवाले दिनों में सीरिया में बड़ा संघर्ष होगा, ऐसे संकेत पेडरसन ने दिए। ऐसा हुआ तो सीरिया समेत इस क्षेत्र में अस्थिरता फैलेगी, यह इशारा पेडरसन ने दिया। राजनीतिक स्तर पर इस विवाद को खत्म करने के लिए कोई भी तैयार ना होने पर राष्ट्रसंघ के विशेषदूत ने चिंता जतायी।

खतरनाकसीरिया में हमले ना करे, ऐसी सलाह रशिया ने तुर्की को दी थी। लेकिन, तुर्की अभी भी सीरिया में कुर्दों पर हमले करने पर कायम है। ऐसी स्थिति में रशिया ने सीरिया के उत्तरी ओर के लिए अतिरिक्त फौज रवाना की है। अलेप्पो के उत्तरी ओर स्थित ताल रिफात शहर में रशियन सैनिकों के दाखिल होने की बात स्थानीय लोगों ने कही है। ताल रिफात से तुर्की की सीमा महज १५ किलोमीटर दूरी पर है। इस वजह से कुर्दों पर हमले करने से पहले तुर्की की सेना का रशियन सेना से मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही हैं।

दूसरी ओर तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने ईरानी विदेश मंत्री हुसेन आमिर अब्दुल्लाहियान से फोन पर बातचीत की। सीरिया में कुर्दों के ठिकानों पर तुर्की कर रहे हमलों के लिए ईरान का समर्थन पाने की कोशिश तुर्की कर रहा है। लेकिन, ईरान ने तुर्की की इस कार्रवाई का तीव्र विरोध किया है। तुर्की की इस कार्रवाई से मसलों का हल नहीं निकलेगा, बल्कि यह मसलें अधिक जटिल होंगे, ऐसी चेतावनी विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान ने दी।
इसी बीच अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने तुर्की के रक्षा मंत्री हुलूसी अकार से मुलाकात की। सीरिया की इस कार्रवाई की वजह से अब तक की आयएस विरोधी कार्रवाई में जो प्राप्त किया है वह सब कुछ खो देंगे, यह अहसास ऑस्टिन ने तुर्की को कराया। अमरीका ने पहले भी तुर्की को इसी तरह से आगाह किया था, लेकिन, तुर्की ने इसे अनदेखा किया था।

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