देश भर के कोरोनाग्रस्तों की संख्या ४५० से अधिक

मुंबई – देश में कोरोनावायरस के कारण मृतकों की संख्या 9 तक पहुँची है और संक्रमित हुए लोगों की संख्या 450 से उपर पहुँच चुकी है। केंद्र एवं राज्य सरकार ने, ‘अतिआवश्यक कारण ना हों, तो घर से बाहर ना निकलें’ ऐसीं सूचनाएँ जारी की होने के बावजूद भी नागरिकों द्वारा उनका पालन किया नहीं जा रहा है, ऐसा दिखायी दे रहा है। इसपर प्रधानमन्त्री द्वारा चिंता व्यक्त की गयी। ‘कई नागरिक लॉकडाऊन को गंभीरतापूर्वक नहीं ले रहे होकर, राज्य सरकारें क़ानून तथा नियमों का पालन नागरिकों द्वारा करा लें’ ऐसा प्रधानमन्त्री ने कहा है। इस पार्श्वभूमि पर सोमवार को महाराष्ट्र सरकार ने राज्य भर में ‘कर्फ्यू’ की घोषणा की। साथ ही, सभी ज़िलों की सीमाओं को बन्द करने का निर्णय लिया गया।

 

देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र तथा सभी राज्यसरकारों द्वारा सख़्त कदम उठाये जा रहे हैं, लेकिन ‘सोशल डिस्टन्सिंग’ यनी भीड़ से दूर रहने के आवाहन का कुछ नागरिकों द्वारा पालन होते हुए दिखाये नहीं दे रहा है। हालाँकि रविवार के ‘जनता कर्फ्यू’ को प्रतिसाद देते हुए नागरिकों ने बन्द का पालन तो किया, लेकिन सोमवार को पुन: कुछ स्थानों पर सड़कों पर यातायात बढ़ी हुई दिखायी दी। साथ ही, कर्फ़्यू लागू होने के बावजूद भी नागरिक सड़कों पर उतरे होने का दृश्य दिखायी दिया। इसपर प्रधानमंत्री ने चिंता ज़ाहिर की। देश ले २५ राज्यों ने कोरोना वायरस के मरीज़ पाये गये ज़िलों तथा शहरों में लॉकडाऊन किया है। देश में लॉकडाऊन किये गये ज़िलों की संख्या ८६ पर पहुँची है। लेकिन नागरिक इस लॉकडाऊन को गंभीरतापूर्वक नहीं ले रहे होने का चित्र नज़र आ रहा है। इसलिए अधिक सख़्त कदम उठाये जा रहे हैं। सम्पूर्ण स्थानिक हवाई परिवहन को रोकने का निर्णय केंद्र सरकार ने लिया है। रेल्वेसेवा इससे पहले ही रोक दी गयी है।

महाराष्ट्र में १९ नये मरीज़ पाये गये होकर, राज्य के मरीज़ों की संख्या ९२ तक पहुँच गयी है। इनमें से ८ लोग विदेश से लौटे थे। कोरोना वायरस का सामुदायिक संक्रमण बढ़ रहा होने का ड़र ज़ोर पकड़ रहा है। इसे मद्देनज़र रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को ‘कर्फ्यू’ की घोषणा की। इस निर्णय पर फ़ौरन अमल भी किया गया। इस संचारबंदी के नियमन का पालन न करनेवालों पर सख़्त कार्रवाई करने के संकेत सरकार ने दिए हैं। साथ ही, इसपर अचूकतापूर्वक अमल करने की ज़िम्मेदारी ज़िला प्रशासनों पर सौंपी गयी है। राज्य के सभी ज़िलों की सीमाएँ बन्द कर दी गयी हैं। इस परिवहनबन्दी में निजी वाहन भी समाविष्ट हैं, ऐसा सरकार ने स्पष्ट किया। कार्यालयों और स्कूलों को छुट्टियाँ दी जाने के कारण सार्वजनिक और निजी वाहनों से गाँव जानेवालों की संख्या बढ़ी थी। इस पार्श्वभूमि पर यह निर्णय लिया गया है। इस ‘कर्फ्यू’ में से अत्यावश्यक सेवाओं को समाविष्ट नहीं किया गया है।

मुंबई में २५ मार्च तक वृत्तपत्र प्रकाशित नहीं किये जायेंगे। वहीं, पुणे में ३१ मार्च तक इसी प्रकार का निर्णय लिया गया है।

इसी दौरान, देश के अन्य राज्यों में भी कोरोना मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है। केरल में कोरोना का संक्रमण हुए मरीज़ों की संख्या ९५ तक पहुँच चुकी है। एक ही दिन में केरल में २८ नये मरीज़ पाये गये हैं। इसके बाद केरल सरकार ने संपूर्ण राज्य में लॉकडाऊन घोषित किया। संपूर्ण राज्य में लॉकडाऊन घोषित करनेवाला केरल यह चौथा राज्य है। केरल की सीमाएँ भी बन्द कर दी गयी हैं।

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