परमाणु अस्त्र धारी ईरान अमरीका के हर शहर को ब्लैकमेल कर सकता है – इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की चेतावनी

जेरूसलम – ‘ईरान यानी उत्तर कोरिया पर राज करने वाली आम हुकूमत नहीं हैं। बल्कि ५० उत्तर कोरिया जितना खतरनाक है। इस वजह से ईरान परमाणु अस्त्र धारी हुआ तो फिर अमरीका के हर शहर को परमाणु ब्लैकमेल करके धमका सकता है। परमाणु ईरान इतिहास बदल सकता है’, ऐसी चेतावनी इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी। इस्रायल ही नहीं, बल्कि अमरीका के लिए खतरा बने इस ईरान को लेकर बायडेन प्रशासन अपनी नीति में बदलाव करे, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सूचित किया है। 

ब्लैकमेलअमरिकी प्रतिनिधि सदन के द्विपक्षीय सदस्यों के शिष्टमंड़ल ने गुरूवार को इस्रायल का दौरा किया। प्रतिनिधि सदन की इंटेलिजन्स कमिटी के अध्यक्ष मायकल टर्नर के नेतृत्व में दाखिल हुए इस शिष्टमंड़ल ने इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू से मुलाकात की। ईरानी परमाणु कार्यक्रम और ईरान से जुड़ी आतंकी संगठनों से इस्रायल एवं पड़ोसी अरब देशों के साथ अमरीका के लिए होने वाले खतरे की याद नेत्यान्याहू ने ताज़ा की।

बायडेन प्रशासन ईरान से अधिक उत्तर कोरिया के खतरे को ज्यादा अहमियत दे रहा हैं। पिछले कुछ महीनों से राष्ट्राध्यक्ष एवं अमरिकी रक्षा मंत्री, रक्षाबलप्रमुख दक्षिण कोरिया के साथ नए नए युद्धाभ्यास का आयोजन कर रहे हैं। साथ ही दक्षिण कोरिया को परमाणु सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कदम उठा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया की तुलना में ईरान ही सबसे खतरनाक होने का दावा इस्रायली प्रधानमंत्री ने किया। 

ब्लैकमेलईरान में विचारधारा पर खड़ी हुकूमत राज कर रही हैं। यह हुकूमत अमरीका को बड़ा शैतान साबित कर करने की कोशिश में होने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ध्यान आकर्षित किया। ऐसा ईरान परमाणु अस्त्र धारी बनता हैं तो अमरीका के हर शहर को परमाणु ब्लैकमेल करेगा, ऐसी चेतावनी नेत्यान्याहू ने दी। इस्रायल के साथ ही अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरा बने इस ईरान के विरोध में अमरीका सख्त भूमिका अपनाए, ऐसा आवाहन इस्रायली प्रधानमंत्री ने किया।

अमरिकी प्रतिनिधि सदन के सभापति केविन मैक्कार्थी ने दो दिन पहले ही इस्रायल का दौरा किया था। बायडेन प्रशासन ने प्रधानमंत्री को व्हाईट हाऊस आने के लिए न्यौता नहीं दिया तो हम देंगे, यह ऐलान मैक्कार्थी ने किया था। साथ ही अमरिकी प्रतिनिधि सदन के सभापति होने तक इस्रायल को ईरान के विरोध में प्राप्त हो रही सहायता कम नहीं करेंगे, यह बयान मैक्कार्थी ने बड़े ड़टकर किया था।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ईरान को लेकर अपनी सौम्य भूमिका को लक्ष्य करके मैक्कार्थी ने यह भूमिका अपनाई थी। इस्रायली प्रधानमंत्री ने भी तब मैक्कार्थी की भूमिका का स्वागत किया था। इसके कुछ ही घंटे बाद अमरिकी प्रतिनिधि सदन की द्विपक्षीय समिति ने इस्रायल का दौरा करना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। बायडेन प्रशासन ने ईरान को लेकर सौम्य भूमिका अपनाई हो, फिर भी अमरीका की इस्रायल संबंधित द्विपक्षीय नीति बदलेगी नहीं, यही संकेत इससे दिए जा रहे हैं।

इसी बीच, ईरान ने पांच परमाणु बम बनाने के लिए आवश्यक यूरेनियम का संवर्धन किया है, ऐसी चेतावनी इस्रायल के रक्षा मंत्री गैलंट ने कुछ ही घंटे पहले दी थी। इसके बाद इस्रायली प्रधानमंत्री ईरान के खतरे की तुलना ५० उत्तर कोरिया से करके बायडेन प्रशासन को संदेश देते दिख रहे हैं। 

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