उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण से खलबली

सेऊल, दि. ९ (वृत्तसंस्था) – सालभर में परमाणु और मिसाईलों का परीक्षण करते हुए विश्‍वशांति को खतरा निर्माण करनेवाले उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को पाँचवाँ परमाणु परीक्षण किया| इस परमाणु परीक्षण के साथ ही, मध्यम श्रेणी के प्रक्षेपास्त्रों को कम क्षमता के परमाणु विस्फोटकों से लैस करने का कौशल्य अपने देश ने प्राप्त कर लिया है, ऐसी घोषणा भी उत्तर कोरिया ने की| यदि अमरीका उत्तर कोरिया पर हमला करता है, तो उसे प्रतिहल्ला चढ़ाते हुए जवाब दिया जाएगा, ऐसी चेतावनी उत्तर कोरिया ने दी| दुनियाभर से उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण का निषेध हो रहा है; साथ ही, चीन ने भी इसपर अपनी नाराज़गी जताई है|

परमाणु परीक्षणपिछले कई दिनों से उत्तर कोरिया के ‘पूंगे-री’ इस परमाणु परीक्षण की जगह, उत्तर कोरियाई सेना और वैज्ञानिकों की संदिग्ध गतिविधियाँ शुरू थीं| इस कारण, उत्तर कोरिया इसी महीने में परमाणु परीक्षण करेगा, यह संभावना जताई जा रही थी| इस अंदाज़े को सही साबित करके शुक्रवार की सुबह उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया| उत्तर कोरिया ने इस परमाणु परीक्षण के बारे में पहले गोपनीयता रखी थी| वहीं, दक्षिण कोरिया ने, उत्तर कोरिया में ५.३ रिश्टर स्केल भूकंप के झटके लगे, ऐसी खबर प्रकाशित की| यह भूकंप मानवनिर्मित था, ऐसा दावा भी दक्षिण कोरिया ने किया| इस भूकंप के झटके अपनी सीमा तक महसूस किए गए, ऐसी जानकारी दक्षिण कोरिया ने शुरुआती दौर में जारी की|

विशेष बात यह है कि उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण का स्थान, यह इस भूकंप का केंद्रस्थान था| इस पृष्ठभूमि पर, अपने पड़ोसी देश ने पाचवाँ परमाणु परीक्षण किया, ऐसी संभावना दक्षिण कोरिया के सेनाप्रमुख ने जताई| लेकिन उत्तर कोरिया की ओर से इसपर कोई भी आधिकारिक निवेदन नहीं जारी किया गया था| दो घंटें बाद उत्तर कोरिया की किम जाँग-उन हुक़ूमत से जुड़ी हुई समाचार वाहिनी ने, परमाणु परीक्षण की आधिकारिक जानकारी दी|

यह टेस्ट यानी अमरीका जैसे आक्रामक देश के लिए चेतावनी थी, ऐसा उत्तर कोरिया ने कहा| अपनी प्रतिष्ठा और अधिकार अमरीका से सुरक्षित रहें इसलिए उत्तर कोरिया ऐसी भूमिका अपनाता रहेगा, ऐसी चेतावनी किम सरकार से जुड़ी इस समाचारवाहिनी ने दी|

उत्तर कोरिया के इस परमाणु परीक्षण से निर्माण हुए झटके, द्वितीय विश्‍वयुद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा पर किये गए परमाणू बम के हमले से भी अधिक शक्तिशाली थे, ऐसा दावा दक्षिण कोरिया ने किया| इस परमाणु परीक्षण के लिए उत्तर कोरिया ने १० से २० किलोटन परमाणु विस्फोटकों का इस्तेमाल किया, ऐसा दावा अमरिकी विशेषज्ज्ञों ने किया है| इससे पहले, जनवरी मे किये टेस्ट के दौरान उत्तर कोरिया ने छ: किलोटन विस्फोटक इस्तेमाल किए थे| इस कारण उत्तर कोरिया ने अब तक का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण किया, ऐसा दावा किया जाता है|

गत सोमवार को, चीन में ‘जी-२०’ के सम्मेलन शुरू था, जिसमें अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा भी शामिल थे; उस समय उत्तर कोरिया ने तीन मध्यम श्रेणि के प्रक्षेपास्त्रों का प्रक्षेपण किया था| क़रीब एक हज़ार किलोमीटर तक हमला करने की क्षमता रखनेवाले इस प्रक्षेपास्त्र के टेस्ट की जापान और दक्षिण कोरिया ने आलोचना की थी| उसके बाद शुक्रवार को लाओस में संपन्न हुई ‘असियान’ की बैठक के बाद, राष्ट्राध्यक्ष ओबामा अमरीका रवाना होने के बाद उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया|

उत्तर कोरिया के इस परमाणु परीक्षण की अमरीका ने कड़ी आलोचना की| उत्तर कोरिया को इस परमाणु परीक्षण के गंभीर नतीजे भुगतने होंगे, ऐसी चेतावनी ओबामा ने दी| लाओस से निकलने के बाद ओबामा थोड़ी देर के लिए जापान में उतरे थे, जहाँ पर उन्होंने जापानी प्रधानमंत्री ऍबे और दक्षिण कोरिया की राष्ट्राध्यक्षा पार्क से बातचीत की|

वहीं, उत्तर कोरिया के सहयोगी देश चीन ने भी इस परमाणु परीक्षण पर नाराज़गी जताई| दुनिया भर से चिंताएँ जतायीं जाने के बावजूद भी यह परमाणु परीक्षण करके उत्तर कोरिया ने सभी मर्यादाओं का उल्लंघन किया है| कोरियन क्षेत्र को परमाणु से मुक्त रखने के अपने वचनों की उत्तर कोरिया पूर्तता करें, ऐसी सूचना चीन के विदेश मंत्रालय ने की| उत्तर कोरिया ने अपनी आक्रामक भूमिका नहीं छोड़ी, तो फिर पूर्वी एशिया का तनाव और भी बढ़ सकता है, ऐसी चेतावनी चीन के विदेश मंत्रालय ने दी|

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