क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन पर नियंत्रण की आवश्यकता नहीं है- ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ का दावा

केनबेरा: ‘क्रिप्टोकरेंसी’ और उसका मूल ‘ब्लॉकचेन’ पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता नहीं है, ऐसा दावा ऑस्ट्रेलिया का सेंट्रल बैंक ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ ने किया है। पिछले महीने में ऑस्ट्रेलिया की संसद में हुई सुनवाई के दौरान यह जानकारी सामने आई है। ऑस्ट्रेलिया ने कुछ महीनों पहले ही ‘बिटकॉइन’ का अन्य मुद्रा की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे, इस बात को स्पष्ट किया था। उसी समय ‘ऑस्ट्रेलियन कॉम्पिटिशन एंड कन्झ्युमर कमीशन’ ने अक्टूबर महीने में ‘बिटकॉइन’ सन्दर्भ में घोटाले की २४५ शिकायतें सामने आने की बात कही हैं।

‘क्रिप्टोकरेंसी’ और ‘ब्लॉकचेन’

अक्टूबर महीने में ऑस्ट्रेलियन संसद की समिति ने ‘एंटी मनी लौंडरिंग एंड काउंटर टेररिजम फाइनेंसिंग लॉ’ में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण सिफारिशें सुझाई हैं। इसमें ‘क्रिप्टोकरेंसी’ के व्यवहार करने वाले व्यावसायिकों पर नियंत्रण लाने का प्रावधान था। ऑस्ट्रेलियन आर्थिक व्यवहार पर नजर रखने वाली यंत्रणा ‘एस्त्रेक’ को ‘क्रिप्टोकरेंसी’ के बारे में अतिरिक्त अधिकार भी दिए जाएंगे, ऐसा इसमें स्पष्ट किया गया है। इसी मुद्दे पर सेंट्रल बैंक की भूमिका स्पष्ट करने के लिए वरिष्ठ अधिकारीयों को बुलाया गया था।

इस समय ऑस्ट्रेलियन संसद में ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ के ‘ पेमेंट्स पॉलिसी डिपार्टमेंट’ के दो अधिकारी उपस्थित थे। टोनी रिचर्ड्स और डेविड एमरी इन अधिकारीयों ने, ‘क्रिप्टोकरेंसी’ और ‘ब्लॉकचेन’ तकनीक पर वर्तमान में नियंत्रण रखने की आवश्यकता नहीं है, ऐसा स्पष्ट किया है। ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ ‘ब्लॉकचेन नेटवर्क’ सन्दर्भ के ‘प्रोटोकॉल्स’ पर नियंत्रण रखने की किसी भी कोशिश को समर्थन नहीं देगा, ऐसा दावा भी अधिकारीयों ने इस दौरान दिया है। ऑस्ट्रेलियन अधिकारीयों ने ‘बिटकॉइन’ और अन्य ‘क्रिप्टोकरेंसी’ का उल्लेख ‘डिजिटल करेंसी’ किया है।

बिटकॉइन जैसे डिजिटल मुद्रा का वितरण और अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप देखा जाए, तो उनके मूल प्रोटोकॉल्स पर नियंत्रण रखने की कोई भी कोशिश प्रभावकारी साबित नहीं होगी। बैंक आर्थिक व्यवहार के बारे में निश्चित की नीति के अनुसार डिजिटल मुद्रा को तुरंत नियंत्रित करे, ऐसी कोई भी वजह दिखाई नहीं देती है, इन शब्दों में ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ के अधिकारीयों ने इस पर नियंत्रण आवश्यक नहीं है, ऐसा स्पष्ट किया है। इन अधिकारीयों ने भविष्य में ‘ब्लॉकचेन तकनीक’ और उस पर आधारित ‘डिजिटल करेंसीज’ का व्यवहार में स्थान कायम रहने वाला है, ऐसी भविष्यवाणी भी की है।

‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया’ की ओरसे ‘बिटकॉइन’ जैसे ‘क्रिप्टोकरेंसी’ पर नियंत्रण नाकारा गया है, फिर भी ऑस्ट्रेलिया में इस मुद्रा के मामले में घोटाले बढ़ रहे हैं। ‘ऑस्ट्रेलियन कॉम्पिटिशन एंड कन्झ्युमर कमीशन’ ने सिर्फ अक्टूबर महीने में ‘बिटकॉइन’ मामले में २४५ घोटालों की शिकायतें सामने आने की जानकारी दी है। इन मामलों में ग्राहकों का ८२ हजार ऑस्ट्रेलियन डॉलर्स का नुकसान हुआ है।

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