रशिया पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर अमरीका आगे भी भारत से चर्चा करेगी – वाईट हाऊस का दावा

जिनेवा/संयुक्त राष्ट्रसंघ – संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार आयोग में यूक्रैन युद्ध के मुद्दे पर किए गए रशिया विरोधि प्रस्ताव पर भारत ने वोट करना टाल दिया। गुरूवार को इस प्रस्ताव पर मतदान करते समय अनुपस्थित रहने का निर्णय भारत ने लिया। इसी बीच अमरीका के वाईट हाऊस की माध्यम सचिव जेन साकी ने रशिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के मुद्दे पर अमरीका अन्य देशों के अलावा भारत से भी चर्चा करेगी, ऐसा कहा है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अमरीका ने भारत को प्रदान की सहायता का भी जेन साकी ने इस दौरान सूचक शब्दों में याद दिलायी।

रशिया पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर अमरीका आगे भी भारत से चर्चा करेगी - वाईट हाऊस का दावारशिया के हमले की वजह से यूक्रैन में भयंकर मानवी आपत्ति उभरी है और वहां पर मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, यह दावा मानव अधिकार आयोग में पेश किए गए प्रस्ताव में किया गया। यूक्रैन का युद्ध तुरंत रोकने की माँग इस प्रस्ताव में की गई है। इस प्रस्ताव का स्वरूप रशिया विरोधि होने से भारत ने इस प्रस्ताव पर हो रहें मतदान के समय अनुपस्थित रहने का निर्णय किया। इस प्रस्ताव के पक्ष में ३३ देशों ने वोट दिया। चीन, इरिट्रिया ने इसका विरोध किया। भारत के अलावा पाकिस्तान, क्युबा, कज़ाकस्तान, उज़बेकिस्तान, वेनेजुएला, नाम्बिया, सेनेगल, सुड़ान, आर्मेनिया, बोलिविया, कैमरून भी वोटिंग के समय अनुपस्थित रहे।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के राजनीतिक अधिकारी इंद्र मणी पांडे ने इस मुद्दे पर भारत की भूमिका स्पष्ट की। राजनीतिक बातचीत ही यूक्रैन युद्ध रोकने का एकमात्र मार्ग है, ऐसी भारत की स्पष्ट भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय-समय पर यही भूमिका अपनाई है। शुरू से ही भारत इस पर कायम है और इसके अनुसार ही भारत निर्णय ले रहा है, इस पर पांडे ने ध्यान आकर्षित किया। इसी बीच, वाईट हाऊस की माध्यम सचिव जेन साकी ने वार्तापरिषद में बोलते समय अमरीका रशिया पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर भारत से बातचीत कर रही है, ऐसा कहा। अमरीका के उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलिप सिंह ने इसके लिए हाल ही में भारत का दौरा किया था, ऐसा कहकर उन्होंने भारत को दी हुई धमकी की याद फिर से ताज़ा करती हुई दिख रही हैं।

इसके साथ ही कोरोना की लहर तीव्र होने के स्थिति में अमरीका ने भारत की सहायता की थी, इसकी याद भी जेन साकी ने इस दौरान दिलाई।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन दक्षिण कोरिया और जापान के दौरे पर जा रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन क्वाड के सदस्य भारत और ऑस्ट्रेलिया का भी दौरा करेंगे, यह जानकारी साकी ने साझा की है। लेकिन, इसका ब्यौरा हम अभी साझा नहीं कर सकते, यह भी साकी ने कहा।

बायडेन के दक्षिण कोरिया दौरे की चर्चा अभी से शुरू हुई है। दक्षिण कोरिया में नई सरकार ने बागड़ोर संभाली है। नए राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल ने उत्तर कोरिया और चीन के खिलाफ आक्रामकता अपनाई है। ऐसी स्थिति में दक्षिण कोरिया को क्वाड में शामिल कराने का विचार अमरीका कर रही है, ऐसी चर्चा है। क्वाड के अन्य सदस्य देशों की तरह भारत ने रशिया द्वारा यूक्रैन पर किए हमले का विरोध नहीं किया था। इसके बाद अमरीका ने क्वाड में भारत के विकल्प के तौर पर दक्षिण कोरिया का विचार करना शुरू करने के संकेत प्राप्त हो रहे थे। दक्षिण कोरिया के माध्यमों ने ऐसी खबरें भी प्रसिद्ध की थीं।

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