अफगानिस्तान में तालिबान के हमले में ४९ लोगों की मौत होने के बावजूद – रशिया में अफगान नेता एवं तालिबान में बातचीत जारी

Third World Warकाबुल/मास्को: अफगानिस्तान के अलग अलग हिस्सों में तालिबानी आतंकियों ने किए हमलें में ४९ लोगों की मौत हुई है| इन मृतकों में अफगान नागरिकों के साथ ही लष्करी जवान एवं पत्रकारों का समावेश है| अफगानिस्तान के विपक्ष के नेता और तालिबान के नेताओं में रशिया में बैठक शुरू होते हुए यह हमलें हुए है और इस वजह से तालिबान पर कडी आलोचना हो रही है| इस दौरान अफगानिस्तान के संविधान में बदलाव करे और इस्लाम पर निर्भर यंत्रणा का निर्माण हो, यह मांग तालिबान ने रशिया में शुरू बैठक के दौरान रखी है|

अफगानिस्तान, तालिबान, हमले, ४९ लोगों, मौत, बावजूद, रशिया, अफगान नेता, बातचीत जारीसप्ताह पहले कतार में आयोजित बैठक में अमरिका और तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने सफलता से चर्चा की थी| इस दौरान तालिबान ने अफगानिस्तान सरकार में शामिल होने की तैयारी भी दिखाई थी| लेकिन, कतार में हुए इस चर्चा से अफगान सरकार और विपक्षी गुटों के नेताओं को दूर रखा गया था| लेकिन, मंगलवार से रशिया की राजधानी मास्को में शुरू हुई बैठक में अफगान तालिबान के वरिष्ठ नेता और अफगानिस्तान के विपक्षी नेताओं में बातचीत शुरू हुई है|

इस बैठक में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष एवं तालिबान के कडे विरोधक ‘हमिद करझाई’ के साथ अन्य बडे नेता शामिल हुए है| वही, तालिबानी गुट का नेतृत्व ‘शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकझाई’ कर रहे है| पिछले १८ वर्षों से अफगानिस्तान में हो रहा संघर्ष खतम करने के लिए अपना संगठन तैयार होने की बात स्तानिकझाई ने कही है| इस दौरान तालिबान ने अपने मांगे विपक्षी नेताओं के सामने रखी|

अफगानिस्तान, तालिबान, हमले, ४९ लोगों, मौत, बावजूद, रशिया, अफगान नेता, बातचीत जारीअफगानिस्तान की गनी सरकार अवैध है और पश्‍चिमी देशों से स्थापित यह सरकार ही अफगानिस्तान में शांति बनाने के मार्ग में बनी रुकावट होने का आरोप, तालिबानी नेता स्तानिकझाई ने किया| साथ ही लोकतंत्र व्यवस्था हमें मंजूर नही है और अफगानिस्तान में इस्लामी हुकूमत स्थापित करने की मांग भी स्तानिकझाई ने रखी| लगातार दुसरे दिन शुरू रही इस बैठक में तालिबान की मांगों पर कोई भी निर्णय नही हुआ है| वही, मास्को में हो रही इस बैठक के लिए अफगान सरकार की प्रतिनिधियों को आमंत्रित नही किया गया है और इस लिए अफगान सरकार ने नाराजगी व्यक्त की है|

अफगान नेता और तालिबानी कमांडर्स के बीच यह चर्चा हो रही है तभी अफगानिस्तान में तालिबान के हमले शुरू रहे है| तालिबान के कौनसे गुटने यह हमले किए, यह स्पष्ट नही हो सका है| लेकिन, मंगलवार और बुधवार के दिन अफगानिस्तान के कुंदूझ, बाघलान और राजधानी काबुल में तालिबान ने किए हमलों में ३७ सुरक्षा रक्षक, १० नागरिक एवं दो पत्रकारों की मौत हुई|

इस दौरान, तालिबान के साथ हुई चर्चा सफल हुई होगी, तो भी अमरिका का रक्षा मुख्याल ‘पेंटॅगॉन’ अफगानिस्तान से पूरी तरह से वापसी करने के निर्णय के विरोध में है| अफगानिस्तान से पूरी तरह से वापसी की तो, अमरिका पर दुबारा आतंकी हमलें होने की संभावना व्यक्त करके पेंटॅगॉन ने अफगानिस्तान में हमेशा के लिए लष्कर अड्डा बना के रखने का ऐलान किया है|

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