हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की जारी हरकतों पर नौसेना की नज़रे – नौसेनाप्रमुख एडमिरल आर.हरि कुमार

नई दिल्ली – हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की जहाज़ों की मौजुदगी काफी बड़ी मात्रा में देखी जा रही हैं। समुद्री क्षेत्र में देश के हितसंबंधों की रक्षा करने के लिए नौसेना हिंद महासागर में शुरू इन गतिविधियों को काफी बारीकी से देख रही हैं, ऐसा नौसेनाप्रमुख एडमिरल आर.हरि कुमार ने कहा हैं। हिंद महासागर क्षेत्र पर भारत का अधिकार ना होने के दावे चीन लगातार कर रहा हैं। इस क्षेत्र पर चीन का अधिकार हैं, यह कहकर चीन वहां अपना वर्चस्व बढ़ाने की कोशिशों में लगा हैं, यह बात अब छुपी नहीं रही है। ऐसी स्थिति में नौसेनाप्रमुख ने चीन को यह चेतावनी देना ध्यान आकर्षित करता है। 

हिंद महासागर क्षेत्रहिंद महासागर में हर दिन चीन के जहाज़ों की मौजुदगी देखी जाती है। फिलहाल इनकी संख्या सीमित हैं और इससे संघर्ष शुरू होने जैसी स्थिति नहीं हैं। लेकिन, इस संभावना से इन्कार भी नहीं किया जा सकता, ऐसा नौसेनाप्रमुख एडमिरल आर.हरि कुमार ने कहा। चीनी नौसेना के जहाज़ पाकिस्तान के बंदरगाह में काफी समय तक रुकते हैं, इसका भारतीय नौसेना ने संज्ञान लिया है। पिछले दस सालों में चीन की नौसेना में भारी मात्रा में पनडुब्बियां और युद्धपोत शामिल हुए हैं, इसका संज्ञान भी भारतीय नौसेना ने लिया है। साथ ही चीन तीसरे विमान वाहक युद्धपोत का निर्माण कर रहा हैं। इसके साथ ही बड़े आकार के विध्वंसक बनाने पर भी चीन काम कर रहा हैं, इसपर नौसेनाप्रमुख ने इस दौरान गौर किया।

हिंद महासागर क्षेत्र में किसी भी क्षण तीन से छह चीनी जहाज़ों की मौजुदगी होती हैं। ओमान की खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र के पूर्वीय हिस्से में चीन के जहाज़ों की मौजुदगी काफी देखी जाती है। साथ ही परिक्षण करने वाले चीन के दो से चार जहाज़ भी वहां देखे जाते हैं। साथ ही मछली पकड़ने निकले चीन के जहाज़ों की मौजुदगी भी इस क्षेत्र में देखी जाती हैं। इस वजह से हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के जहाज़ों की मौजुदगी काफी बड़ी होती हैं। इन सभी गतिविधियों पर भारत की नज़रें बनी हैं। यह जहाज़ वहां क्या कर रहे हैं, इसकी जानकारी दिन रात प्राप्त की जाती है और उनपर नज़र रखी जा रही है, यह भारतीय नौसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया।

विमान, ड्रोन्स, पनडुब्बियां, विध्वंसकों की सहायता से इन गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है। देश के समुद्री क्षेत्र में स्थित हितसंबंधों की रक्षा करने के लिए भारतीय नौसेना तैयार हैं, यह कहकर नौसेनाप्रमुख ने इस दौरान देश को आश्वस्त किया। साथ ही नौसेना अपनी क्षमता लगातार बढ़ा रही हैं और चीनी नौसेना के साथ ही पाकिस्तानी नौसेना की गतिविधियों पर भी भारत की नज़रें होने की जानकारी एडमिरल आर.हरि कुमार ने साझा की।

हिंद महासागर क्षेत्र में वर्चस्व बनाए रखने की चीन की महत्वाकांक्षा भारत के कारण पुरी नहीं हो सकी हैं। भारतीय नौसेना हमें किसी भी क्षण रोक सकती हैं, इसका अहसास चीन रखता हैं। खास तौर पर मलाक्का की खाड़ी में अपनी व्यापारी यातायात बंद कराने की क्षमता भारतीय नौसेना रखती हैं, यही बात चीन को चूभ रही हैं। भारत ने भी इस क्षेत्र में अपनी नौसेना का वर्चस्व कायम रखा हैं और वहां चुनौती देने की मंशा रखने वाले चीन को भारत ने उसी की भाषा में प्रत्युत्तर देने की तैयारी रखी हैं।

इस वजह से चीन हिंद महासागर क्षेत्र यानी भारत का आंगन नहीं हैं, यह कहकर इसपर असंतोष व्यक्त कर रहा हैं। इसी बीच भारतीय नौसेना का इस क्षेत्र में बने वर्चस्व पर गौर करके दुनियाभर के प्रमुख देश इस क्षेत्र में भारत से सहयोग करने के लिए पहल करते दिखाई दे रहे हैं। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.