भारतीय यंत्रणाओं ने गुजरात के करीब पाकिस्तान से चीन जा रहे जहाज़ से ‘रेडियोधर्मी’ पदार्थों के कंटेनर जब्त किए

नई दिल्ली – ‘नॉन हैज़र्डस’ पदार्थों के नाम से खतरनाक रेड़ियोधर्मी पदार्थ से भरे कंटेनर्स भारतीय यंत्रणाओं ने गुजरात के करीब जब्त किए| यह कंटेनर पाकिस्तान से चीन जा रहे जहाज़ से उतारे गए हैं| इन कंटेनर्स में रेडियोधर्मी घटक होने का वृत्त है| बीते वर्ष मार्च में गुजरात के कांड़ला बंदरगाह के करीब चीन से पाकिस्तान जा रहा एक मालवाहक जहाज़ भारतीय यंत्रणाओं ने जब्त किया था| इस जहाज़ पर लंबी दूरी के मिसाइल एवं परमाणु हथियारों के लिए आवश्यक सामान होने की बात स्पष्ट हुई थी| चीन ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर भारत ने इस जहाज़ से संबंधित सामान जब्त किया| इसके बाद वर्तमान वर्ष, सितंबर में इस मामले की जॉंच का ज़िम्मा ‘एनआईए’ ने संभाला था| अब फिर से चीन और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय नियमों को नजरअंदाज करके व्यापार के नाम से हो रहे गलत कारोबार का भारतीय यंत्रणाओं ने पर्दाफाश किया है|

‘रेडियोधर्मी’ पदार्थों के कंटेनरसीमा शुल्क और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजन्स (डीआरआई) इन दो विभागों ने कार्रवाई करके एक विदेशी जहाज़ से कई कंटेनर्स जब्त किए हैं| बीच समुद्र में यह कार्रवाई की गई| ‘नॉन हैज़र्डस’ अर्थात खतरनाक सामान कंटेनर में ना होने की बात संबंधित यंत्रणाओं से साझा की थी| इसके अनुसार इस जहाज़ को भारतीय समुद्री सीमा से यात्रा करने की अनुमति प्रदान की गई थी| लेकिन, असल में इस जहाज़ पर खतरनाक सामान होने की जानकारी भारतीय यंत्रणाओं को प्राप्त हुई थी| इसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया|

इस विदेशी जहाज़ से संबंधित कंटेनर्स को जब्त करके इन्हें मुंद्रा बंदरगाह में उतारा गया| इस जहाज़ पर ‘हैज़र्ड-वर्ग ७’ प्रकार के घटक थे और यह रेड़ियोधर्मी होने की जानकारी सामने आ रही है| भारतीय बंदरगाह में इन्हें उतारा नहीं जाना था| यह कंटेनर्स पाकिस्तान के कराची बंदरगाह में जहाज़ में चढ़ाए गए थे और इन्हें चीन के शांघाय बंदरगाह में उतारा जाना था| लेकिन, रास्ते में ही यह सामान भारतीय यंत्रणाओं ने जब्त किया| अड़ाणी पोर्ट ने भी इस मामले की जानकारी साझा करते हुए यह कंटेनर्स मुंद्रो पोर्ट में उतारे नहीं जाने थे, यह स्पष्ट किया है| अड़ाणी पोर्ट सेज़ ने कहा है कि, इस मामले की जॉंच के लिए सीमा शुल्क और डीआरआई के अफसरों से सहयोग किया जा रहा है| साथ ही भारत को सुरक्षित रखने के लिए यह यंत्रणा कर रहे काम को हम सैल्यूट करते है और उन्हें पूरा सहयोग किया जाएगा, यह भी अड़ाणी पोर्ट ने स्पष्ट किया|

दो महीने पहले ही मुंद्रा पोर्ट में तीन हज़ार किलो हेरोईन का भंड़ार जब्त किया गया था| अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इन नशीले पदार्थों की कीमत तकरीबन २१ हज़ार करोड़ रुपये थी| टैल्कम पाऊड़र के नाम से आंध्र प्रदेश की एक कंपनी ने इन नशीले पदार्थों को अफ़गानिस्तान से मंगवाया था| ईरान के बंदरगाह से यह नशीले पदार्थ भारत लाए गए थे| इस कार्रवाई को भी ‘डीआरआई’ ने ही अंजाम दिया था| इसमें टेरर फंडिंग की संभावना होने से अब इस मामले की जॉंच एनआईए कर रही है| इसके बाद गुजरात में ‘डीआरआई’ ने और एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है|

इसी बीच, भारत ने बीते वर्ष भी चीन से पाकिस्तान जा रहे ‘दाई कुई यून’ नामक चीनी कंपनी के जहाज़ को हिरासत में लिया था| इस जहाज़ पर परमाणु हथियारों में इस्तेमाल होने वाला ज़रूरी सामान मौजूद था| भारत की ‘डीआरडीओ’ जैसी संस्था के दल ने जॉंच करके इस सामान की पुष्टी की थी और इसके बाद यह पूरा सामान भारत ने जब्त किया था| तब चीन ने इस जहाज़ पर रखा सामान औद्योगिक इस्तेमाल के लिए होने का एवं इसमें कुछ भी अवैध ना होने की प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी| चीन ज़िम्मेदार देश है और चीन ने परमाणु हथियारों के प्रसार की रोक का उल्लंघन नहीं किया है, ऐसा भी चीन ने कहा था| लेकिन, चीन की यह प्रतिक्रिया चीन की मंशा को लेकर संदिग्धता बढ़ा रही थी| चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों का कैसे उल्लंघन कर रहा है यही बात भारत ने उस कार्रवाई से विश्‍व के सामने लायी थी| अब भारतीय यंत्रणाओं ने शुक्रवार के दिन फिर से चीन-पाकिस्तान के बीच जारी गलत कारोबार का पर्दाफाश किया है|

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