एफ़बीआय द्वारा डेमोक्रॅट पार्टी के ई-मेल हॅकिंग में रशिया का हाथ होने का दावा

वॉशिंग्टन, दि. २६ (वृत्तसंस्था) – अमरिकी प्रमुख राजनीतिक दल ‘डेमोक्रॅट’ पार्टी का अंतर्गत ई-मेल व्यवहार ‘हॅक’ होने के पीछे रशिया का हाथ है, ऐसा दावा ‘फ़ेड़रल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ (एफ़बीआय) इस जाँच एजन्सी ने किया है| इस दावे की वजह से अमरीका में काफी सनसनी मच गयी है| इस मसले के चलते, पार्टी की ‘नॅशनल कमिटी’ की प्रमुख डेबी वॅस्सरमॅन शुल्झ ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है|

hillary-clinton-debbie-wasserman-schultz-bernie-sandersकुछ दिन पहले ‘विकीलिक्स’ नामक वेबसाईट ने, डेमोक्रॅट पार्टी की ‘नॅशनल कमिटी’ की प्रमुख और वरिष्ठ सदस्यों के बीच ईमेल्स पर हुआ  आदानप्रदान खुला किया है| इसमें तक़रीबन १९ हज़ार से अधिक ईमेल्स और आठ हज़ार से अधिक संलग्न दस्तावेज़ शामिल हैं| इससे उजागर हुई जानकारी में, पार्टी की ‘नॅशनल कमिटी’ राष्ट्राध्यक्षपद के चुनाव में, पूर्व विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन की तरफ़ झुकाव देते नजर आयी थी|

उसी समय, क्लिंटन के प्रतिद्वंद्वी और पार्टी में वरिष्ठ सिनेटर रहें बर्नी सँडर्स के बारे में कुछ विवादास्पद बयान किये जाने की बात भी ईमेल्स में सामने आयी है| सँडर्स का प्रचार अभियान, निजी जानकारी तथा उनके सहयोगियों के बारे में ‘नॅशनल कमिटी’ की प्रमुख डेबी वॅस्सरमॅन शुल्झ और अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने, अनुचित भाषा का उपयोग करते हुए टिप्पणी की होने की बात सामने आयी है| डेमोक्रॅट पार्टी का विशेष अधिवेशन शुरू होने से पहले ही विकीलिक्स ने, ‘हॅकिंग’ के माध्यम से सब जानकारी खुली करते हुए इंटरनेट पर प्रकाशित की| इससे अमरिकी राजनीतिक मंडल में काफ़ी खलबली मच गयी है|

इस घटना के बाद, विकीलिक्स ने किये ‘हॅकिंग’ के पीछे रशिया का हाथ होने का इल्ज़ाम लगाना शुरू हो गया है| इसमें अमरिकी सायबर गुट, सुरक्षासंबंधी विशेषज्ञ, पूर्व अधिकारी और राजनीतिक नेताओं का सहभाग है| अमरीका की मुख्य जाँच एजन्सी ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ ने भी इन आरोपों पर ग़ौर करते हुए, क़ानूनी तौर पर सायबर हॅकिंग मसले की जाँच शुरु की है| सूत्रों ने दी हुई जानकारी के अनुसार, रशिया का हाथ होने के पुख़्ता सबूत मिलने के बाद एफबीआय द्वारा जल्द ही इस मामले की जाँच शुरू की गयी है|

‘डेमोक्रॅट पार्टी की नॅशनल कमिटी पर हुए सायबरहमलों की जाँच एफबीआय ने शुरु की है| इस वक्त इस मामले का विस्तार जानने की कोशिश की जा रही है| जिस तरह से सायबर नेटवर्क पर हमला हुआ है, उसे देखते हुए यह बाब बहुत ही गंभीरता से ली गयी है| अमरीका के सायबर क्षेत्र को ख़तरा पहुँचानेवालों को ढूँढ़ निकाला जायेगा और इस घटना की कठोर जाँच होगी’, ऐसा एफबीआय द्वारा दिये निवेदन में कहा गया है| ‘एफबीआय’ के पास आये सबूतों में, रशियन हुक़ूमत के लिए काम करनेवाले सायबर हॅकर्स का हाथ होने की बात सामने आयी है|

एफबीआय ने दिया निवेदन और हाथ में आये सबूत, रशिया जैसे देश का इस मामले में हाथ होने के स्पष्ट संकेत देते नजर आ रहे हैं| एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हॅकिंग की यह घटना यानी देश की बुनियादी सुविधाओं पर होनेवाले सायबर हमले जैसा ही गंभीर मामला है| डेमोक्रॅट पार्टी के अधिकारी तथा नेताओं ने ‘एफबीआय’ की जाँच का हवाला देते हुए, रशिया डोनाल्ड ट्रम्प को जीत दिलाने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है, ऐसा इल्ज़ाम लगाया है|

राष्ट्राध्यक्षपद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि रशिया का नाम लेते हुए मुझपर लगाया गया इल्ज़ाम यह बहुत बड़ा मज़ाक है| ट्रम्प ने अपने प्रचार अभियान में रशिया के साथ मित्रता के संबंध रखने के संकेत दिये थे|

रशिया द्वारा उसपर लगाये गये इल्ज़ाम खारिज कर दिये गये हैं| रशिया के विदेश मंत्री सर्जेइ लावरोव ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले में मुझे किसी भी प्रकार के अनुचित शब्दों का उपयोग नहीं करना है|

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