महारक्तदान शिविर २०१९; कुल – ९,५०४ बैग रक्त जमा

मुंबई ६,५३९   महाराष्ट्र २,९६५ (आठ जिलों में ३२ जगहों पर)

‘श्री अनिरुद्ध उपासना फाउंडेशन’ एवं संलग्न संस्थाओं ने २१ अप्रैल के रोज ‘महारक्तदान शिविर का आयोजन किया| मुंबई के अलावा महाराष्ट्र के आठ जिलों में ३२ जगहों पर एकसाथ आयोजित किए रक्तदान शिविरों में रक्तदाता बडे उत्साह से शामिल हुए|

लोकसभा में रखे आकडों के नुसार पिछले वर्ष देश को १९ लाख युनिट खून की कमी महसूस हुई थी| इतनी तादाद में रक्त उपलब्ध होता तो करीबन ३.२० लाख हृदय के ऑपरेशन, ५० हजार प्रतिरोपण के ऑपरेशन करना मुमकिन होता| अपघात में हुए घायल, कैंसर के मरीज, प्रसूति से जुडे जटिल ऑपरेशन, थालेसेमिया के रुग्ण एवं अन्य ऑपरेशन के लिए बडी तादाद में रक्त की जरूरत होती है| रक्त उपलब्ध नही होता है तो ऑपरेशन करना संभव नही होता और ऐसे में रुग्ण के जान के लिए खतरा बन सकता है| इसीलिए रक्तदान यह जीवनदान ही साबित होता है|

‘श्री अनिरुद्ध उपासना फाउंडेशन’, ‘दिलासा मेडिकल ट्रस्ट ऍण्ड रिहॅबिलिटेशन सेंटर’ और संलग्न संस्थाओं की सहयोग से वर्ष १९९९ से रक्तदान शिविर का आयोजन हो रहा है| इन शिविरों में बडी तादाद में रक्तदाता शामिल हो रहे है| रक्तदान से किसी की जान बच सकती है, यह समझाने में इन संस्थाओं ने बडी सफलता प्राप्त की है| इसी वजह से हर वर्ष इन संस्थाओं से आयोजित रक्तदान शिविरों में शामिल हो रहे रक्तादाताओं की एवं जमा हो रहे खून की तादाद लगातार बढ रही है|

रविवार २१ अप्रैल के रोज ‘श्री अनिरुद्ध उपासना फाउंडेशन’, ‘दिलासा मेडिकल ट्रस्ट ऍण्ड रिहॅबिलिटेशन सेंटर’, ‘सद्गुरू श्री अनिरुद्ध उपासना ट्रस्ट’, ‘अनिरुद्ध समर्पण पथक’, ‘अनिरुद्ध आदेश पथक’, ‘अनिरुद्धाज् अकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’, ‘अनिरुद्धाज् हाउस ऑफ फ्रेंडस्’ इन संस्थाओं ने सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया|

मुंबई में वांद्रे स्थित न्यू इंग्लिश स्कूल में आयोजित इस ‘महारक्तदान शिविर’ में कुल ६,५३९ बैग रक्त जमा हुआ| इसी दिन इन संस्थाओं ने महाराष्ट्र के ८ जिलों में कुल ३२ जगहों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया था| इन शिविरों में से कुल २,९६५ बैग रक्त जमा हुआ| इस वजह से इन संस्थाओं ने राज्य में अलग अलग जगहों पर आयोजित किए रक्तदान शिविरों में एक ही दिन में कुल ९,५०४ बैग रक्त जमा हुआ|

मुंबई में आयोजित ‘महारक्तदान शिविर’ में कुल ७,२६७ लोगों ने रक्तदान करने के लिए नाम दर्ज किया था| लेकिन, अलग अलग वजहों से कुल ७२८ लोगों को रक्त स्वीकार ने इन्कार किया गया| फिर भी इन आंकडों से इन संस्थाओं से आयोजित हो रहे रक्तदान शिविरों को प्राप्त हो रहा समर्थन स्पष्ट होता है|

ध्यान देने की बात यह है की इन संस्थाओं से पिछले २१ वर्षों से आयोजित किए शिविरों में अबतक डेढ लाख से भी अधिक बैग रक्त जमा हुआ है| वर्ष १९९९ से यह संस्था रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रही है और इन शिविरों में से कुल १,५४,५९६ युनिट रक्त जमा हुआ है|

इस वर्ष आोयजित महारक्तदान शिविर में कुल ३४ ब्लड बैंक शामिल हुए थे| इन ब्लड बैंकों के ८५ डाक्टर, १७६ पैरामेडिकल कर्मचारी और ३०९ कर्मचारी इस महारक्तदान शिविर में मौजूद थे| इसके अलावा संस्था के ५० डाक्टर, ७५ पैरामेडिकल स्टाफ एवं १,२०० स्वयंसेवक यह महारक्तदान शिविर कामयाब करने के लिए योगदान दे रहे थे|

Leave a Reply

Your email address will not be published.