फ्रान्स की विमान विरोधी युद्धपोत मुंबई में दाखिल

नई दिल्ली – भारत और फ्रान्स में बढ़ता नौसेना सहयोग रेखांकित करने के लिए फ्रान्स की विमान विरोधी ‘एफएनएस कैसार्ड’ युद्धपोत मुंबई में दाखिल हुई है| युद्ध समय में सामरिक सहयोग प्रदान करने के बारे में पिछले वर्ष भारत और फ्रान्स में महत्वपूर्ण करार हुआ था| इस करार को कार्यान्वित करके फ्रान्स की युद्धनौका अगले ६ दिन भारत में तैनात होगी|

पिछले कुछ वर्षों से भारत ने फ्रान्स के साथ लष्करी सहयोग बढ़ाने के लिए गतिमान कदम उठाए है| इसमें अति प्रगत लड़ाकू विमानों की खरीदारी, यूरेनियम का प्रदाय, स्कॉर्पिन श्रेणी के पनडुब्बियों का निर्माण का समावेश है| साथ ही फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रौन ने पिछले वर्ष भारत का दौरा करके अत्यंत महत्वपूर्ण करार किए थे| आने वाले समय में हिंद महासागर का बहुत बड़ा महत्व होने की बात कहकर फ्रान्स ने भारत के साथ सामरिक सहयोगी करार किया था|

इस करार के अनुसार फ्रान्स के युद्धपोत भारत के बंदरगाह में तैनात हो सकते हैं| तथा आवश्यकता निर्माण होने पर भारत के युद्धपोत भी फ्रान्स की सहायता के लिए आगे बढ सकते हैं| कई हफ्तों पहले यह करार कार्यान्वित हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर भारत के साथ रक्षा विषयक सहयोग रेखांकित करने के लिए फ्रान्स की ‘एफएनएस कैसार्ड’ यह विमान विरोधी युद्धपोत गुरूवार के दिन मुंबई में दाखिल हुई है| पिछले वर्ष नवंबर महीने में ईंधन वाहक टैंकर को हुई दुर्घटना के समय फ्रान्स के इस युद्धपोत ने बचाव कार्य में हिस्सा लेकर भारतीय कर्मचारियों को बचाया था| फ्रेंच युद्धपोत की इस कार्य के लिए भारत ने आभार व्यक्त किया था|

दौरान फ्रान्स की युद्धपोत आनेवाले मंगलवार तक यहां तैनात रहेगी| इस दौरान यूरोपीय महासंघ के लष्कर के प्रतिनिधिमंडल भारत को भेंट देने वाले हैं| चाचागिरी विरोधी कार्रवाई में यूरोपीय महासंघ का योगदान और भारतीय नौसेना के साथ सहयोग को प्राथमिकता देने के लिए महासंघ ‘ईयू नेव्हफॉर’ यह विशेष मुहिम बना रहा है| इस मुहिम में भारतीय नौसेना के साथ फ्रान्स की युद्धनौका शामिल होने वाली है|

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