कजाकिस्तान के आतंकवाद विरोधि दल के पूर्व प्रमुख की गिरफ्तारी

kazakh-leader-arrested-1मास्को – कजाकिस्तान की सरकार पलटने की कोशिश में होने के आरोप के तहत इस देश के आतंकवाद विरोधि दल के पूर्व प्रमुख करीम मासिमोव को गिरफ्तार किया गया है। कजाकिस्तान में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि पर यह पहली बड़ी गिरफ्तारी है। इसी बीच, कजाकिस्तान की स्थिति को काबू में लाने के लिए रशिया ने अपनी फौज भेजी है और इस पर अमरीका ने बड़ी आपत्ति जताई है।

कजाकिस्तान में पिछले पांच दिनों से हो रही हिंसा में २६ प्रदर्शनकारियों के अलावा १८ सैनिक मारे गए हैं और सैंकड़ों घायल होने की जानकारी कजाकिस्तान की यंत्रणाओं ने साझा की। इस मामले में ४,४०० लोगों को हिरासत में लिया गया है और कुछ प्रदर्शनकारियों से एके-४७, एके-७४, एकेएस-७४यू जैसी राइफल्स का भंड़ार एवं १२जी शॉटगन्स, स्नायपर राइफल्स भी जब्त की गई हैं।

कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने र्इंधन के कुओं पर हमले करने की बात कही जा रही है। अब यहां की हिंसा में काफी कमी होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं और शनिवार को कजाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने पिछले पांच दिनों में सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। आतंकवाद विरोधि दल के पूर्व प्रमुख करीम मासिमोव समेत अन्य कुछ लोगों को राष्ट्रदोह के आरोप के तहत हिरासत में लिया गया है।

राष्ट्राध्यक्ष कैसिम-जोमार्ट तोकायेव ने चार दिन पहले मंत्रिमंड़ल विसर्जित की थी। इसके बाद मासिमोव ने राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह की साज़िश रची थी, यह जानकारी सुरक्षा यंत्रणा प्रदान कर रही है। इसके लिए मासिमोव पर यह कार्रवाई हुई है। इससे कजाकिस्तान की राजनीति में बड़ी सनसनी फैली है क्योंकि, मासिमोव पूर्व राष्ट्राध्यक्ष नूर सुल्तान के विश्वस्त माने जाते हैं।

इसी बीच, कजाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की। हमने आवाहन करने के बाद शांति सैनिक रवाना करने पर राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष का शुक्रिया अदा किया। साथ ही देश के कुछ हिस्सों में अभी भी आतंकी छिपे होने की चिंता कजाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ने इस दौरान व्यक्त की।

kazakh-leader-arrested-2पूर्व सोवियत देशों की ‘कलेक्टिव सिक्युरिटी ट्रीटि ऑर्गनाइजेशन’ (सीएसटीओ) के तहत रशिया के कम से कम १,८०० सैनिक कजाकिस्तान पहुँचे हैं और कुछ दल राजधानी नूर सुल्तान और अल्माटी में उतरने के वीडियो सामने आए हैं। कजाकिस्तान में रशियन सैनिकों की इस तैनाती पर अमरीका ने आपत्ति जताई।

कजाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने रशियन सैनिकों को अपने देश में आमंत्रित करके बड़ी गलती की है, ऐसी आलोचना अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने की। ‘कजाकिस्तान की सरकार और यंत्रणा प्रदर्शनकारियों को संभालने की क्षमता रखती है। इस वजह से इसके लिए दूसरे देश से सैन्य सहायता लेने की ज़रूरत नहीं है, यह हमारा विचार है। रशियन्स यदि आपके घर में घुसते हैं तो उन्हें बाहर निकालना काफी कठिन होता है’, यह आरोप ब्लिंकन ने लगाया।

तभी, कजाकिस्तान में भयंकर गतिविधियाँ शुरू होने के बीच में अमरीका के विदेशमंत्री बचकाने बयान कर रहे हैं, ऐसी आलोचना रशिया के विदेश मंत्रालय ने की है। कजाकिस्तान के आवाहन पर ही रशिया ने अपनी फौज रवाना की, इस बात पर रशियन विदेश मंत्रालय ध्यान आकर्षित कर रहा है।

कजाकिस्तान के लिए फौज रवाना करनेवाले आर्मेनिया को धमकाए जाने की जानकारी भी सामने आ रही है। कजाकिस्तान से सेना को हटाएँ, वरना रशिया में स्थित दूतावास पर बम हमला करने की धमकी आर्मेनिया को प्राप्त हुई है। मास्को में स्थित आर्मेनिया के दूतावास को यह धमकी दिए जाने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.