इस्रायल विरोधी संघर्ष आगे भी जारी रहेगा – हमास का इशारा

तेहरान – इस्रायल विरोधी संघर्ष हमारा अधिकार है और यह संघर्ष आगे भी जारी रहेगा, यह इशारा आतंकी संगठन हमास ने दिया है। हमास ने पिछले हफ्ते से दूसरी बार इस्रायल पर हमला करने का इशारा दिया है। पिछले वर्ष मई में ११ दिन हुए संघर्ष के दौरान हमास ने इस्रायल पर ४,५०० रॉकेटस्‌ दागकर अपनी क्षमता दिखाई थी। इस वजह से हमास ने इस्रायल को दिए गए इशारे की गंभीरता बढ़ी है।

hamas-rockets-israel-conflictगाज़ापट्टी के आतंकी संगठन हमास ने कुछ घंटे पहले जारी किए निवेदन के अनुसार इस्रायल पर हमले करने की धमकी दी। इस्रायल पैलेस्टिनी जनता को काफी उत्पीड़ित कर रहा है, यह आरोप हमास ने लगाया। इसके लिए इस्रायल सरकार और सेना को पैलेस्टिनी महिला एवं बच्चों के हत्याकांड़ के लिए ज़िम्मेदार ठहराकर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज़ करने की माँग हमास ने की। साथ ही पिछले कई वर्षों से इस्रायल के खिलाफ हो रहा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा, ऐसा कहकर हमास ने इस्रायल पर हमले करने का इशारा दिया।

कुछ दिन पहले ही हमास ने गाज़ापट्टी से इस्रायल के तटीय क्षेत्र के करीबी शहरों पर रॉकेट हमला किया था। इसके बाद इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने हमास के ठिकानों पर जोरदार हमले किए। हमास से संबंधित इमारतें एवं कुछ ठिकानों को इन हमलों में नष्ट करने का ऐलान इस्रायल ने किया था। लेकिन, इजिप्ट ने मध्यस्थता करके हमास और इस्रायल के बीच का संघर्ष अधिक ना भड़के, इसका ध्यान रखा था। इसके बाद भी हमास ने इस्रायल पर रॉकेट हमले करने की धमकी दी थी। इसी बीच इस्रायली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने हमास को इन हमलों के परिणामों के लिए तैयार रहने का इशारा दिया था।

स्वतंत्र पैलेस्टिन के लिए संघर्ष कर रहे हमास और फताह प्रमुख संगठन हैं। हमास जहाल एवं फताह इसकी तुलना में सौम्य विचारधारा का संगठन माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय समूदाय ने वेस्ट बैंक के फताह पार्टी के अध्यक्ष महमूद अब्बास की सरकार को मंजूरी प्रदान की है और इसी को पैलेस्टिन की अधिकृत सरकार माना जाता है। ऐसे में गाज़ापट्टी का हमास अब भी आतंकी संगठन ही माना जाता है। फताह के नेता एवं पैलेस्टिन के मंजूर राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने पिछले हफ्ते इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ से भी मुलाकात की थी। इससे बेचैन हुए हमास ने इस्रायल विरोधी संघर्ष तीव्र करने के इशारे दिए दिखते हैं।

सशस्त्र कार्रवाई के जोर पर पैलेस्टिन का भूभाग स्वतंत्र करके इस्रायल का अस्तित्व मिटाने की भूमिका हमास ने अपनाई है। पिछले कई वर्षों में हमास ने इस्रायल पर रॉकेट, मिसाइल हमले किए हैं। पिछले वर्ष मई में इस्रायल के साथ संघर्ष के दौरान हमास ने ११ दिनों में इस्रायल पर ४,५०० मिसाइल एवं रॉकेटस्‌ के हमले किए थे। ईरान, सीरिया, कतार के साथ लेबनान का ईरान समर्थक हिज़बुल्लाह संगठन भी हमास का समर्थक है।

गाज़ापट्टी से हमास, लेबनान से हिज़बुल्लाह और सीरिया की सीमा के करीबी क्षेत्र से ईरान से जुड़े आतंकी गुट एक साथ इस्रायल पर हमले कर सकते हैं, ऐसा इशारा गुप्तचर यंत्रणाओं ने पहले ही दिया था। ईरान ने भी इस्रायल को गंभीर परिणामों की धमकी दी थी। ऐसी स्थिति में पिछले चार दिनों के दौरान हमास, हिज़बुल्लाह एवं सीरिया के ईरान से जुड़े गुटों की गतिविधियाँ चिंता बढ़ानेवाली होने का दावा किया जा रहा है। इस्रायल के सभी दुश्‍मनों ने एक साथ चारों ओर से हमले किए तो इसका मुकाबला करने की तैयारी हमने की है क्या? यह सवाल इस्रायल के ही एक पूर्व सेना अधिकारी ने किया था।

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