सीरिया में रशिया ने के में १२० आतंकी मारे गए – अल कायदा से जुड़ा हुआ संगठन का प्रमुख नेता भी मारा गया

दमास्कस – रशिया के लड़ाकू विमानों ने सीरिया में अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठन के ठिकानों पर किए गए हमलों में १२० आतंकियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। इस हमले में मारे गए आतंकियों में ‘कतिबा अल-तवहीद वल-जिहाद’ नामक संगठन के प्रमुख के मारे जाने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच ब्रिटेन स्थित मानव अधिकार संगठन ने रशिया के इस हमले में सात नागरिकों के मारे जाने की आलोचना की है। अब तक यूक्रेन युद्ध में व्यस्त रही रशिया द्वारा इस हमले से सीरिया की गतिविधियों पर अपना ध्यान मोड़ने का दावा किया जा रहा है।

सीरिया के वायव्य कोण की ओर के इदलिब प्रांत में अल कायदा से जुड़े ‘अल-नुस्र फ्रंट’ संगठन का वर्चस्व है। तुर्की की सीमा से जुड़े इस प्रांत में अल-नुस्र के अलावा अल कायदा से जुड़े हुए आतंकी संगठनों का प्रभाव बढ़ने की चिंता सीरिया ने पहले ही व्यक्त की थी। इसी इदलिब प्रांत के शौख युसेफ क्षेत्र में रशिया के लड़ाकू विमानों ने गुरुवार को कम से कम १४ मिसाइल्स दागी। इसमे अल-नुस्र और अन्य आतंकी गुटों की चौकियाँ छुपे ठिकाने, ड्रोन्स और रॉकेट लौन्चर्स नष्ट होने की जानकारी सीरिया के सरकारी समाचर चैनल ‘सना’ ने प्रदान की।

इस हमले में अल कायदा से जुड़े नुस्र गुट के कुल १२० आतंकी मारे गए हैं और इनमें २० से अधिक कमांडर्स का समावेश होने का दावा किया जा रहा हैं। साथ ही ‘कतिबा अल-तवहीद वल-जिहाद’ नामक अन्य आतंकी संगठन का प्रमुख सिराजुद्दीन मुख्तारोव भी मारा गया। इदलिब में मौजूद अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठनों के लिए रशिया की यह कार्रवाई सबसे बड़ा झटका साबित होती है। लेकिन, ब्रिटेन स्थित मानव अधिकार संगठन ने रशिया के इन हमलों में सीरियन नागरिकों के मारे जाने का आरोप लगाया है। इदलिब में जमीन से धरती पर हमला करनेवाले मिसाइल्स के हमलों में नागरिकों के मारे जाने की शिकायत यह संगठन दर्ज़ कर रही है।

साल २०२० में रशिया ने सीरिया के युद्धविराम के लिए पहल की थी। अस्साद हुकूमत के अलावा सीरिया के संघर्ष में उतरा प्रत्येक गुट इस युद्धविराम का सम्मान करे, यह सूचना रशिया ने की थी। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से तुर्की एवं अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठनों ने सीरिया में हमले बढ़ाकर युद्धविराम का उल्लंघन किया, यह आरोप सीरिया लगा रहा है। ऐसे में अमरीका ने भी पूर्व सीरिया में पैर जमाकर ईरान और ईरान से जुड़े संगठनों के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। ऐसी स्थिति में दो दिन पहले रशिया ने भी सीरिया में अल कायदा के ठिकानों पर हमले करके हम भी इस आतंकवाद विरोधी संघर्ष में उतरे हैं, यह ऐलान किया।

लेकिन, रशिया के इन हमलों की वजह से मानव अधिकार संगठन के पूर्व प्रमुख केनिथ रॉथ ने चिंता जताई है। इदलिब में कार्रवाई करके रशिया ने सीरिया की नई कार्रवाई के संकेत दिए है, ऐसा दावा रॉथ ने किया। रशिया अब सीरिया में अस्सादविरोधी गुटों का सफाया कर रही है, यह आरोप भी रॉथ ने लगाया। तभी, रशिया ने इस हमले के लिए क्लस्टर बम का प्रयोग करने का आरोप ब्रिटेन स्थित मानव अधिकार संगठन ने लगाया।

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