ईरान-सौदी सहयोग के कारण इस्रायल और खाड़ी देशों के संबंध नहीं बिघड़ेंगे – बहरीन में इस्रायली राजदूत ने जताया विश्वास

मनामा – ईरान और सौदी अरब के सहयोग की वजह से इस्रायल और खाड़ी देशों का सहयोग खत्म होगा, ऐसी चर्चा होने लगी है। लेकिन, यह फिजूल दावे हैं और ईरान-सौदी सहयोग का इस्रायल और खाड़ी देशों के संबंधों पर किसी भी तरह का असर नहीं पडेगा, ऐसा विश्वास बहरीन में इस्रायल के राजदूत एतान नाएह ने व्यक्त किया। साथ ही चीन की मध्यस्थता से ईरान-सौदी अरब की चर्चा से आगे क्या हल निकल आता है, इस पर सभी की नज़रें लगी हैं, यह भी नाएह ने स्पष्ट किया।

ईरान-सौदीइस्रायल और बहरीन के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए राजधानी मनामा में ‘कनेक्ट2इनोवेट’ का आयोजन किया गया है। इसमें बहरीन के 530 और इस्रायल के 60 उद्यमी शामिल हुए हैं। साथ ही इस्रायल और बहरीन के मंत्री, नेता और अधिकारी भी उपस्थित रहे। पिछले हफ्ते शुक्रवार को चीन की मध्यस्थता से ईरान और सौदी की चर्चा के बाद बहरीन में इस बैठक का सफल आयोजन होने पर इस्रायल के राजदूत एतान नाएह ने ध्यान आकर्षित किया।

ईरान और सौदी की चर्चा के बाद भविष्य में क्या होगा, यह अभी कहा नहीं जा सकता लेकिन, इस बैठक के बाद इस्रायल और खाड़ी देशों के संबंध खत्म होते तो बहरीन में यह बैठक होती ही नहीं, ऐसा दावा नाएह ने किया। ईरान-सौदी की चर्चा को लेकर खाड़ी देशों में उत्सुकता होने की कबुली नाएह ने दी। तथा ईरान और सौदी के ताल्लुकात 2016 की घटना के बाद बिगड़े नहीं हैं, दोनों देशों के विवाद की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि होने पर नाएह ने ध्यान आकर्षित किया।

ईरान-सौदीसाथ ही चीन की मध्यस्थता से ईरान-सौदी सहयोग की चर्चा के लिए इस्रायल के राजदूत ने रशियन दंतकथा के मेंढ़क और बिच्छू का उदाहरण दिया। इस कथा के अनुसार बिच्छू को नदी पार करनी थी, ऐसे में मेंढ़क उसे अपने पीठ पर बिठाकर नदी पार जाने के लिए सहायता करे, इसके लिए बिच्छू मेंढ़क को मनाता है। बिच्छू डंसेगा, इस ड़र से मेंढ़क इन्कार करता है। लेकिन बिच्छू के गिड़गिड़ाने के बाद मेंढ़क उसे पीठ पर बिठाकर नदी पार करने लगता है। आधा सफर पार करते ही बिच्छू अपनी आदत के अनुसार मेंढ़क को ड़ंसता हैं, यह रशियन दंतकथा नाएह ने पत्रकारों से साझा की। साथ ही इस कथा में बिच्छू और मेंढ़क कौन हैं, इसे अलग से बयान करने की ज़रूरत नहीं है, ऐसी फटकार इस्रायली राजदूत ने लगायी।

पिछले हफ्ते शुक्रवार को चीन की मध्यस्थता से ईरान और सौदी में अहम चर्चा होने का दावा किया जा रहा है। आनेवाले समय में ईरान और सौदी का रजानीतिक स्तर पर सहयोग स्थापित होगा, ऐसा दावा भी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक करने लगे हैं। साथ ही सौदी के बाद यूएई, बहरीन और अन्य अरब देश भी ईरान के साथ सहयोग करेंगे, ऐसी खबर है। इसके बावजूद येमन में स्थित ईरान से जुड़े हौथी विद्रोही संगठन ने सार्वजनिक स्तर पर सौदी समर्थक हादी सरकार पर हमले नहीं रुकेंगे, ऐसी चेतावनी दी है। साथ ही सौदी की सीमा पर हमले होने की संभावना से भी हौथी ने इन्कार नहीं किया है। इसकी वजह से बहरीन में इस्रायली राजदूत रशियन दंतकथा का नमूना पेश करके खाड़ी देशों को आगाह करते हुए दिखाई दिए।

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