‘आईएस’ ने किया अफगानिस्तान के कंधार विस्फोटों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार

Kandahar-Blast-IS-02काबुल/तेहरान – अफगानिस्तान की तालिबान की हुकूमत को चुनौती देनेवाले ‘आईएस’ ने कंधार में हुए विस्फोटों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किया। शुक्रवार को शियापंथियों के प्रार्थनास्थल में हुए आत्मघाती विस्फोटों में ६३ लोगों की जानें गईं थीं। अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत में हुए इस विस्फोट की गूंजें पाकिस्तान और ईरान में सुनाई दे रहीं हैं। ‘आईएस’ के ये हमले अफगानिस्तान समेत ईरान और पाकिस्तान का विभाजन करनेवाले साबित होंगे, ऐसी चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय ने दी।

तालिबान कंधार के शियापंथियों के प्रार्थनास्थल पर हुए हमले की जानकारी छिपा रहा होने का आरोप किया जाता है। इस विस्फोट में ४७ लोगों की ही जानें गईं, ऐसा तालिबान का कहना है। लेकिन शुक्रवार के विस्फोटों में ६३ लोगों की जानें गईं होने की जानकारी स्थानीय, प्रशासकीय अधिकारी तथा दफन भूमि के अधिकारी दबी आवाज में दे रहे हैं। साथ ही, अस्पताल में दाखिल हुए घायलों की अवस्था भी गंभीर होकर, मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जाती है। उसी के साथ, तालिबान आईएस के विरोध में कार्रवाई नहीं कर रहा है, ऐसी आलोचना हो रही है।

Kandahar-Blast-IS-01शुक्रवार को देर से आए इसने अपने सोशल मीडिया में कंधार के विस्फोटों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किया। साथ ही, आत्मघाती हमले करनेवालों के नाम ‘अनस अल-खोरासानी’ और ‘अबू अली अल-बलूची’ हैं, ऐसा आईएस ने घोषित किया। इन नामों की घोषणा होते ही ईरान के विदेश मंत्रालय ने चिंता ज़ाहिर की। कंधार में हुए विस्फोटों के द्वारा आईएस ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को भड़का रहा होने की चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय ने दी।

Kandahar-Blast-ISवर्तमान समय में ईरान, मध्य एशिया अफगानिस्तान और पाकिस्तान में खोरासान का फैलाव होने का दावा किया जाता है। वहीं, अफगानिस्तान और पाकिस्तान की दक्षिणी और बलोचिस्तान फैला होकर, यहाँ का गुट स्वतंत्र बलोचिस्तान की माँग कर रहा है। इसका ठेंठ उल्लेख न करते हुए, ईरान के विदेश मंत्रालय ने आईएस के इरादे स्पष्ट किए। इस पृष्ठभूमि पर, कंधार के विस्फोट के द्वारा आईएस ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के विशेष समुदाय को उकसा रहा है, ऐसा ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा है। साथ ही, आईएस के इस अपप्रचार का इस देशों के नागरिक शिकार नहीं बनेंगे, ऐसा विश्वास ईरान के विदेश मंत्रालय ने ज़ाहिर किया ।

कंधार के विस्फोटों की गूंजें पाकिस्तान में भी सुनाई दे रहीं हैं। इससे पहले अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद शहर में आईएस में तालिबान के आतंकवादियों को लक्ष्य किया था। लेकिन अफगानिस्तान के कंधार इस दक्षिणी प्रांत की सीमा पाकिस्तान से सटी है। इस कारण कंधार का यह विस्फोट पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरनाक होने का दावा पाकिस्तानी विश्लेषक कर रहे हैं।

इसी बीच, अफगानिस्तान में आईएस के बढ़ते प्रभाव पर रशिया ने भी चिंता ज़ाहिर की थी। आईएस तथा अलकायदा और उनसे जुड़े आतंकवादी संगठनों का अफगानिस्तान में बढ़ता प्रभाव, पड़ोसी मध्य एशियाई देशों की सुरक्षा को चुनौती देनेवाला साबित हो सकता है, ऐसा रशिया ने कहा था।

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