चीन द्वारा कंबोडिया में सैन्य अड्डे का निर्माण करने की गतिविधियाँ तेज़ – अमरीका ने जताई तीव्र नाराज़गी

combodia-china-2बीजिंग/नॉम पेन्ह/वॉशिंग्टन – कंबोडिया के ‘रिअम नेवल बेस’ पर चीन द्वारा नई सुविधाओं का निर्माण करने की जानकारी स्पष्ट हुई है। ‘एएमटीआय’ नामक अध्ययन मंड़ल ने इससे संबंधित दावा किया है और इसके सैटेलाईट से प्राप्त फोटो भी सार्वजनिक किए है। कंबोडिया के अड्डे की गतिविधियों पर अमरीका ने आपत्ति जताई है और कंबोडिया की सरकार पारदर्शिता नहीं दिखा रही है, यह आरोप भी लगाया है।

साऊथ चायना सी’ और करीबी क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर ‘आसियान’ देशों से तीव्र प्रत्युत्तर देना शुरू हुआ है। वियतनाम, फिलिपाईन्स, इंडोनेशिया, थायलैण्ड और सिंगापुर जैसे प्रमुख देशों ने चीन के दबाव को नजरअंदाज करते हुए स्वतंत्र नीति अपनाई है। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने कंबोडिया, लाओस, म्यांमार जैसे देशों से नज़दिकियाँ बढ़ाकर ‘आसियान’ पर दबाव ड़ालने की गतिविधियाँ शुरू की हैं। कंबोडिया में चीन का बढ़ता निवेश और रक्षा सहयोग इसी का हिस्सा साबित होते हैं।

चीन को कंबोडिया ने बीते दशक में गोपनीय रक्षा समझौता करने का दावा किया जा रहा है। इस समझौते के अनुसार कंबोडिया ने चीन को अपने नौसेना अड्डे का रक्षा अड्डे के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की है। चीन इसके बदले में कंबोडिया को रक्षा यंत्रणा प्रदान करेगा और बुनियादी सुविधाओं के लिए बड़ा निवेष भी करेगा। लेकिन, कंबोडिया ने इस तरह का समझौता करने की बात से इन्कार किया है। अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी ने इससे संबंधित सवालों का जवाब देना भी कंबोडिया ने टाल दिया है।

combodia-china-1इस पृष्ठभूमि पर ‘एशिया मेरिटाईम ट्रान्सपरन्सी इनिशिएटिव’ नामक अध्ययन मंड़ल ने कंबोडिया के ‘रिअम’ नौसेना अड्डे पर चीन द्वारा निर्माण कार्य की जानकारी प्रसिद्ध की। यह जानकारी सार्वजनिक करते समय सैटेलाईट से प्राप्त फोटो को आधार बनाया गया है। बीते कुछ महीनों में चीन ने कंबोडिया के अड्डे पर तेज़ी से इमारत एवं अन्य सुविधाओं का निर्माण करने की बात यह फोटो दर्शा रहे हैं। यह निर्माण कार्य यानी रिअम का रक्षा अड्डे के तौर पर इस्तेमाल करने से संबंधित चीन की गतिविधियों का हिस्सा हो सकता है, यह दावा भी किया जा रहा है।

बीते साल से चीन ने चार इमारतों का निर्माण किया है और नई सड़कों का काम भी शुरू किया है। इस अड्डे से करीब ही बड़े ‘रिसॉर्ट’ बनाने की योजना में चीन की कंपनी जुटी होने की बात सामने आ रही है। चीन की इन गतिविधियों पर अमरीका ने कंबोडिया के प्रति तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है। कुछ महीनों पहले अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी वेंडी शेरमन ने कंबोडिया का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने चीन की गतिविधियों पर सवाल भी किए थे। लेकिन, कंबोडिया ने इस पर पुख्ता जवाब देना टाल दिया था, यह दावा अमरिकी सूत्रों ने किया। ‘एएमटीआय’ नामक अध्ययन मंड़ल के दावे के बाद भी अमरीका ने चीन की गतिविधियों पर चिंता जताई है और कंबोडिया सरकार उचित पारदर्शिता नहीं दिखा रही है, यह आरोप भी लगाया है।

रिअम अड्डे पर चीन को रक्षा अड्डा बनाने की अनुमति देने के अलावा अमरीका द्वारा वहां पर निर्माण की गई सैन्य सुविधा भी गिराई गई है। अमरीका ने बीते दशक में कंबोडिया के दो लष्करी सुविधाओं का निर्माण किया था। लेकिन, कंबोडिया की सरकार ने बीते वर्ष कोई भी वजह बताए बगैर अमरीका की बनाई हुई सैन्य इमारतों को गिरा दिया था। कंबोडिया में चीन को रक्षा अड्डा उपलब्ध हुआ तो चीन इसका इस्तेमाल आग्नेय एशिया में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाने के लिए करेगा, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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