ईरान परमाणु सामान एवं तकनीक निर्यात कर सकता है – ईरान के परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख का बयान

तेहरान – परमाणु कार्यक्रम की गति बढ़ा रहा ईरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब होने की चेतावनियां इस्रायल दे रहा हैं। साथ ही ईरान को परमाणु बम पाने से रोकने के लिए यूरोप के मित्र देशों को सैन्य कार्रवाई करने के विकल्प का सुझाव इस्रायल दे रहा हैं। ऐसे में दूसरी ओर ईरान ने स्वयं को न्यूक्लियर हब यानी परमाणु केंद्र घोषित किया है। साथ ही परमाणु सामान और तकनीक निर्यात करने की सोच में होने का दावा भी ईरान ने किया है। ईरान के परमाणु प्रकल्प ही सवाल किए जा रहे हैं और इसी बीच यह देश अन्य देशों को परमाणु सामान एवं तकनीक निर्यात करने की बयानबाजी कर रहा हैं। यह ईरान के ‘ब्लैकमेलिंग’ का हिस्सा होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

परमाणु सामान एवं तकनीक निर्यातराजधानी तेहरान की शहीद बेहिश्ती युनिवर्सिटी में आयोजित ‘इरानियन न्युक्लियर कान्फरन्स’ को अवसर बनाकर ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने हमारा देश ‘न्युक्लियल हब’ होने का ऐलान किया। पिछले कुछ सालों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबधित अनुसंधान के अवसर बढ़े हैं। वर्तमान का ईरान रेडिओफार्मास्युटिकल्स और परमाणु सामान निर्यात कर सकता हैं, ऐसा इस्लामी ने कहा। देश की ज़रूरतों पर गौर करके आवश्यक परमाणु तकनीक प्राप्त करके अतिरिक्त सामान एवं तकनीक निर्यात हो सकती हैं, ऐसा इस्लामी ने स्पष्ट किया।

परमाणु सामान एवं तकनीक निर्यातपिछले कुछ सालों से ईरान वैद्यक इस्तेमाल के लिए ज़रूरी रेडिओ फार्मास्युटिकल्स निर्यात कर रहा हैं। लेकिन, ईरान परमाणु सामान और तकनीक निर्यात करने में बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में होने का दावा इस्लामी ने किया। इसके साथ ही पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधित किए परमाणु सामान की भी निर्यात करेंगे, ऐसा इस्लामी ने कहा हैं। ईरान के परमाणु कार्यक्रम की प्रगति बाधित करने के लिए ईरान के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की गई और परमाणु प्रकल्पों पर हमले भी किए गए थे। लेकिन, इसके बावजूद ईरान का परमाणु कार्यक्रम तेज़ी से आगे बढ़ा और ईरान के शत्रु अपनी कोशिशों में असफल हुए, ऐसा इस्लामी ने कहा।

हमारा परमाणु कार्यक्रम शांति पूर्ण एवं असैनिकी इस्तेमाल के लिए होने का दावा ईरान कर रहा हैं। परमाणु ऊर्जा निर्माण एवं वैद्यक अनुसंधान के लिए परमाणु कार्यक्रम सहायक साबित होगा, ऐसा ईरान ने कहा था। लेकिन, ईरान परमाणु बम बनाने की कोशिश में होने का आरोप इस्रायल लगा रहा हैं। इस्रायल की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ एवं अंतरराष्ट्रीय व्यासपीठ पर ईरान का परमाणु कार्यक्रम इस्रायल के साथ ही वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा साबित होगा, यह भी चिल्ला चिल्ला कर कहा जा रहा है। साथ ही अमरीका और यूरोपिय देशों ने ईरान के साथ परमाणु समझौते लिए बातचीत करने के बजाय सैन्य कार्रवाई का विकल्प अपनाने, का सुझाव इस्रायल ने दिया था।

इसी बीच, अमरीका के बायडेन प्रशासन ने ईरान पर सैन्य कार्रवाई करने के बजाय बातचीत को प्राथमिकता दी थी। लेकिन, कुछ हफ्ते पहले अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने जारी की हुई रपट ईरान का परमाणु कार्यक्रम परमाणु बम बनाने के लिए आवश्यक युरेनियम का संवर्धन करने में कामयाब होने का बयान कर रही हैं। इस वजह से ईरान पर सख्त कार्रवाई करने की मांग बढ़ रही हैं।

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