भारतीय नौसेना का ‘मिशन सागर’ – ‘आईएनएस केसरी’ मॉरिशस पहुँचा

नई दिल्ली/ पोर्ट लुईस – ‘मिशन सागर’ के तहत पाँच देशों को औषधि और मेडीकल सामान की सहायता पहुँचाने के लिए निकला ‘आईएनएस केसरी’ युद्धपोत शनिवार के दिन मॉरिशस के पोर्ट लुईस बंदरगाह में पहुँचा। इससे पहले भारत ने एअर इंडिया के विशेष विमान से १३ टन औषधि के साथ मेडीकल सामान एवं हॉयड्रॉस्कीक्लोरोक्वीन की टैब्लेटस्‌ की आपूर्ति मॉरिशस के लिए की थी। इस दौरान भारत ने प्रदान की हुई इस सहायता के लिए मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने भारत का शुक्रिया अदा किया है।

भारत ने कोरोना वायरस की भयंकर महामारी का मुकाबला कर रहें हिंद महासागर क्षेत्र के अपने पड़ोसी देशों समेत इस क्षेत्र के मालदीव, मॉरिशस, मादागास्कर, कोमोरोस और सेशल्स इन पाँच देशों में दवाइयाँ एवं मेडीकल सामान के साथ मेडीकल टीम भी भेजी है। भारत के इस ‘मिशन सागर’ की शुरुआत मालदीव से हुई थी। वहीं, इसी मिशन के अगले चरण में ‘आईएनएस केसरी’ मॉरिशस पहुँचा है।

मॉरिशस को भारत ने १० टन दवाइयाँ प्रदान कीं हैं। इसके अलावा १४ सदस्यों का विशेष वैद्यक दल भी वहाँ पहुँचा है। इनमें नौसेना के डॉक्टर और पैरामेडिक्स का समावेश है। डॉक्टरों की यह टीम मॉरिशस के डॉक्टर्स को कोरोना वायरस और डेंग्यु के मरीज़ों की जाँच करने के लिए सहायता करेगी। शनिवार के दिन आईएनएस केसरी, मॉरिशस के बंदरगाह में पहुँचने के बाद भारतीय नौसेना के अफ़सरों ने दवाइयों के बक्सें मॉरिशस के स्वास्थ्यमंत्री डॉ.कैलास जगुतपाल को सौंप दिए।

इसी बीच कोरोना वायरस की महामारी रोकने के लिए भारत ने हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन औषधि का भंडार भेजने पर मॉरिशस के प्रधानंत्री प्रविंद जुगुनाथ ने सोशल मीडिया के ज़रिये भारतीय प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा किया था। इस पर भारत के प्रधानमंत्री ने मॉरिशस के प्रधानमंत्री के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

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