एडन में सोमालियन डाकुओं पर की कार्रवाई के मामले में चीन द्वारा भारतीय नौसेना का क्रेड़िट चुराने की कोशिश

बीजिंग/नई दिल्ली, दि. ११ : शनिवार रात एडन के आखात में भारतीय नौसेना ने, चीन और अन्य देशों के नौसेना की सहायता से एक व्यापारी जहाज को सोमालियन डाकुओं के कब्ज़े से छुड़ाया था| भारत और चीन की संयुक्त कार्रवाई और कार्रवाई के बाद एक-दूसरे का अदा किया शुक्रिया, यह चर्चा का मुद्दा बना था| लेकिन भारत पर हावी होने की कोशिश करनेवाले चीन ने, कार्रवाई की अधिकृत जानकारी देते समय भारत का ज़िक्र ही नहीं किया है| आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का महत्त्व ना बढ़ें तथा भारत की प्रतिमा उजागर ना हों, इसलिए चीन द्वारा लगातार कोशिशें चल रहीं हैं| एडन में हुई कार्रवाई में भारत का ‘अनुल्लेख’ उसी का एक हिस्सा साबित होता है|

एडनएडन के आखात में एक व्यापारी मालवाहू जहाज़ का अपहरण करने की सोमालियन डाकुओं की कोशिश भारतीय नौसेना ने नाक़ाम कर दी| शनिवार देर रात को चली इस मुहिम में, भारतीय नौसेना के ‘आयएनएस तरकश’ और ‘आयएनएस मुंबई’ ये युद्धपोत शामिल हुए थे| चीन तथा पाकिस्तानी नौसेना की मदद से यह कार्रवाई पूरी हुई थी, ऐसी जानकारी भारतीय नौसेना की तरफ से दी गई थी|

‘ओएस३५’ यह मालवाहक जहाज़ मलेशिया से येमेन जा रहा था| शनिवार देर रात को इस मालवाहू जहाज से ख़तरे की सूचना मिली| भारतीय युद्धपोतों को मदद की माँग करनेवाला संदेश प्राप्त होते ही ये युद्धपोत घटना की ओर निकल पड़े| उसी समय चिनी विनाशिका ‘युलिन’ यह भी घटनास्थल पहुँची| भारतीय युद्धपोत पर तैनात हेलिकॉप्टर्स ने घटनास्थल जाकर आसपास के हालात का जायज़ा लिया| इसके बाद दोनो देशों की नौसेना ने संयुक्त कार्रवाई की, ऐसी जानकारी भारतीय नौसेना की तरफ से दी गई थी|

इस कार्रवाई के बाद चीन के युद्धपोत ने भारतीय युद्धपोत का शुक्रिया भी अदा किया था| लेकिन अब इस कार्रवाई का पूरा क्रेडिट लेकर चीन भारतीय युद्धपोत के प्रदर्शन को नकारने की कोशिश कर रहा है| चीन की नौसेना और विदेशमंत्रालय ने इस मामले में निवेदन जारी किया है| लेकिन इस कार्रवाई में भारतीय नौसेना के शामिल होने का ज़िक्र ही उसमें नहीं किया गया है| चीन भारतीय युद्धपोत को इस कार्रवाई का क्रेडिट देने के लिए तैयार नहीं है, ऐसा इससे दिखाई दे रहा है| चीन जैसे ताकतवर देश द्वारा दर्शायी जानेवाली यह संकुचितता, इस देश को लगनेवाली असुरक्षितता साबित कर रही है|

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने, एडन में की गयी कार्रवाई, चिनी नौसेना का डाकुविरोधी कार्रवाई में होनेवाला प्रभाव स्पष्ट करती है, ऐसा दावा किया| इस मुहिम में भारतीय नौसेना के सहभाग पर सवाल पूछने के बाद, चुनयिंग ने इसकी जानकारी रक्षा विभाग से लेने की सूचना की| चीन ने भारतीय नौसेना का योगदान नकारने के बाद, इस मामले में मीडिया ने नौसेना से भी कुछ सवाल किये थे| चिनी नौसेना के युद्धपोत पर भारत का चेतक हेलिकॉप्टर मदद कर रहा होने के फोटोग्राफ्स भारतीय नौसेना ने प्रकाशित किये थे| इसका संदर्भ देकर भारतीय नौसेना ने इस कार्रवाई में अपना योगदान वादातीत होने के संकेत दिये हैं|

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