भारत-अमरिका रक्षामंत्री की हुई बातचीत

नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंग और अमरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर के बीच बातचीत हुई है| इंडोपैसिफिक क्षेत्र की स्थिति और भारत एवं अमरिका के बीच रक्षा संबंधी सहयोग मजबूत करने का मुद्दा इस बातचीत में सबसे आगे रहा|

आसियान के रक्षामंत्रियों की बैठक बैंकॉक में आयोजित की गई है और इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंग भी शामिल हो रहे है| इस बैठक से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंग और अमरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर की बातचीत हुई| भारत और अमरिका के इंडोपैसिफिकक्षेत्र में एक समान हितसंबंध बने है| इस बारे में अमरिका के रक्षामंत्री समेत अच्छी बातचीत हुई और दोनों देशों की रक्षा संबंधी सहयोग मजबूत करने के विषय पर सहमति बनी है, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने कहा|

जल्द ही भारत और अमरिका के बीच टू प्लस टूबातचीत होगी| दोनों देशों के विदेशमंत्री और रक्षामंत्री इस बातचीत में शामिल होंगे| इस दौरान कुछ अहम समझौते होने की उम्मीद है| इससे पहले राजनाथ सिंग और मार्क एस्पर के बीच हुई बातचीत टू प्लस टूके लिए पृष्ठभूमि तैयार करनेवाली साबित हो रही है| आर्थिक, उर्जा, आतंकवाद विरोधी गतिविधियां और एक दुसरे की जनता के बीच संवाद बढाने जैसे मोर्चों पर भारत और अमरिका का सहयोग बढ रहा है, यह कहकर राजनाथ सिंग ने इस बातचीत को लेकर संतोष व्यक्त किया|

इसी बीच अमरिका के रक्षामंत्री समेत अपनी क्षेत्रिय सुरक्षा के मुद्दे पर भी बातचीत होने की जानकारी इस दौरान राजनाथ सिंग ने दी| इसके बार रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने जापान के रक्षामंत्री तारो कानो से भेंट करके द्विपक्षीय बातचीत की| इसमें भारत और जापान में रक्षा सहयोग व्यापक करने का मुद्दा काफी अहम रहा, यह कहा जा रहा है| अमरिका और जापान के रक्षामंत्री समेत भारतीय रक्षामंत्री की हुई बातचीत और इसमें इंडोपैसिफिक क्षेत्र का खासतौर पर हुआ जिक्र, बडी सामरिक अहमियत रखता है|

दो दिन पहले तैवान की खाडी से अमरिकी युद्धपोत ने सफर करने से चीन की निंद उडी है| इसके बाद रविवार के दिन चीन के विमान वाहक युद्धपोत ने इसी मार्ग से सफर करके माहौल में गरमाहट का निर्माण किया था| पर, चीन के इस युद्धपोत के पीछे अमरिका और जापान के युद्धपोत सफर कर रहे थे, यह जानकारी तैवान के रक्षामंत्रालय ने प्रसिद्ध की| इस वजह से पूरे इंडोपैसिफिक क्षेत्र में तनाव बढ रहा है और ऐसे समय पर भारत और अमरिका के रक्षामंत्री की हुई बातचीत अलग ही संकेत दे रही है|

भारत अमरिकी आर्म्ड ड्रोन्सकी खरीद करेगा

इंडोपैसिफिकक्षेत्र में बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर भारत ने अमरिका से करीबन ७.५ अरब डॉलर्स का रक्षा सामान खरीदने की तैयारी दिखाई है| इस में आर्म्ड ड्रोन्सएवं गश्ती विमानों का समावेश रहेगा|

सूत्रों ने एक वृत्तसंस्था को दी जानकारी के अनुसार इस खरीद में भारतीय नौसेना को अहमियत दी गई है| भारतीय नौसेना के लिए जरूरी आर्म्ड ड्रोन्सऔर गश्ती विमान की खरीद के लिए भारत और अमरिका के बीच ४.५ अरब डॉलर्स का समझौता होेन की संभावना है| जनरल ऑटोमिक्स कंपनी के १२ एमक्यू९सी गार्डियनइस आर्म्ड ड्रोन्स की खरीद के लिए भारत उत्सुक है| करीबन ४९ घंटे उडान भरने की क्षमता रखने वाले यह ड्रोन्स छोटी दूरी तक हमला करनेवाले मिसाइलों से सज्जित रहेंगे|

इसके अलावा नौसेना के लिए लंबी दूरी तक गश्त करनेवाले विमानों की खरीद के लिए अमरिका के साथ भारत बातचीत कर रहा है| इससे पहले भारतीय नौसेना के बेडे में पी८आयइन गश्ती विमानों को शामिल किया गया है| पर, भारत की सागरी सीमा और इंडोपैसिफिक क्षेत्र में बढ रही चुनौतियों की पृष्ठभूमि पर अधिक प्रगत गश्ती विमान खरीद ने के लिए भारत अमरिका के साथ बातचीत करेगा, यह जानकारी सूत्रों ने एक वृत्तसंस्था को दी है|

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