केंद्र सरकार के समिति की क्रिप्टोकरेंसी के डीलर्स पर कारवाई की सिफारिश

नई दिल्ली: भारत में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री व्यवहार करनेवाले व्यवसाय एवं एक्सचेंज पर बंदी लाने की सिफारिश सरकारी समिति ने की है। बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें पिछले ७ हफ्ते में २०० प्रतिशत बढ़ी है और नई ऊंचाई पर पहुंची हैं। उस समय बिटकॉइन जैसे चलन में निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या में बढ़त हुई है। इस पृष्ठभूमि पर सरकारने क्रिप्टोकरेंसी के व्यवहार पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए गतिविधियां शुरू करने की बात दिखाई दे रही है।

केंद्र सरकार, कारवाई, क्रिप्टोकरेंसी डीलर्स, बिटकॉइन, सिफारिश, भारत, आरबीआयपिछले महीने में चीन ने क्रिप्टोकरेंसी के खरीद एवं बिक्री पर बंदी लाई थी। उसके अनुसार १नवंबर से चीन में क्रिप्टोकरेंसी के व्यवहार बंद हुए हैं। ऐसी ही बंदी भारत में भी लाने की सिफारिश एक सरकारी समितिने की है। पर इस संदर्भ में अधिक जानकारी उजागर नहीं हुई है। बिटकॉइन की कीमतें शीघ्रगति से बढ़ रही हैं। ३ महीनों पहले १बिटकॉइन के १ लाख ७९ हजार रुपए इतना मूल्य गुरुवार को ४ लाख ५४ हजाररुपयों तक गए हैं। इस क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ने वाले की कीमतों की वजह से कुछ भारतीय इसमें निवेश कर रहे हैं और यह निवेश करने वालों की संख्या शीघ्र गति से बढ़ रही है। इस पृष्ठभूमि पर समिति से सरकार को हुई सिफारिश का महत्व बढा है।

भारत में बिटकॉइन के व्यवहार करने वाले ‘झेबपे’ बिटकॉइन एक्सचेंज के रिपोर्ट के अनुसार प्रतिदिन भारत में लगभग ढाई हजार व्यक्ति झेबपे के ऐप्स डाउनलोड कर रहे हैं। तथा फ़ोर्ब्स इंडिया ने दिए एक वृत्त के अनुसार, प्रति महीना झेबपे में २ लाखयूजर्स बढ़ रहे हैं। भारत में ऐसे १४से १५ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज होने की बात सामने आई है और आने वाले महीने में यह संख्या बढ़ सकती है। पूर्ण तौर पर ऑनलाइन होने वाले इस व्यवहार पर तथा चलन के आदान-प्रदान पर किसी का भी नियंत्रण नहीं है। उसका फायदा गुनहगारों से होने की बात लगातार स्पष्ट हो रही है।

नशीले पदार्थ एवं शस्त्रास्त्र तस्कर से बिटकॉइन का बड़े तादाद में उपयोग किया जा रहा है। तथा सायबर हमलों में फिरौती के रूप में बिटकॉइन की मांग हो रही है। मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी इस क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग होने की आशंका है। भारत में इस चलन के व्यवहार को मान्यता नहीं है। पर इसपर बंदी भी नहीं है। इसकी वजह से बिटकॉइन के व्यवहार शुरू है। पर इस व्यवहार पर फिलहाल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नियंत्रण न होने की वजह से चिंता व्यक्त की जा रही है। यह व्यवहार में पर किए ‘चलन विनिमय कानून’ के अंतर्गत बड़े तादाद पर उल्लंघन हो रहा है। इसकी वजह से बिटकॉइन के व्यवहार पर नियंत्रण रखने के लिए एक नियंत्रक यंत्रणा तैयार करने का सरकार विचार कर रही है, ऐसा वृत्त प्रसिद्ध हुआ था।

क्रिप्टोकरेंसी पर बढ़ने वाला झुकाव देखते हुए आरबीआय अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर बंदी लाकर अपनी स्वतंत्र क्रिप्टोकरेंसी लाने का विचार कर रही है, ऐसा भी वृत्त प्रसिद्ध हुआ है।

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