सायबर, अंतरिक्ष, प्रचारतंत्र जैसे नए युद्धक्षेत्र के लिए भारत तैयार रहे – भारतीय वायुसेनाप्रमुख की चेतावनी

नई दिल्ली – पिछले कुछ सालों से नियमों की थोड़ी भी परवाह किए बिना वैश्विक व्यवस्था को अधिकाधिक चुनौती देने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे समय में भारत सायबर, अंतरिक्ष और प्रचारतंत्र जैसे नए युद्धक्षेत्र के लिए तैयार रहे। रणनीतिक प्राथमिकता तय करके हम इस स्पर्धा में पीछे नहीं रहेंगे, इसका ध्यान भारत रखे, ऐसा इशारा भारत के वायुसेनाप्रमुख एयर चीफ मार्शल व्ही.आर.चौधरी ने दिया। लेकिन, यह सबकुछ करते समय सेना अधिकारी सीधे युद्ध होने की संभावना को नज़रअंदाज़ ना करें, यह चेतावनी भी उन्होंने दी।

यूक्रेन में हो रहे युद्ध की वजह से विश्वभर में युद्धनीति में बदलाव होने का दावा किया जा रहा है। भारत के रक्षामंत्री एवं रक्षाबलप्रमुख इस विषय को लेकर अपने अधिकारियों को एवं देश की जनता तो सतर्क कर रहे हैं। वायुसेनाप्रमुख एयर चीफ मार्शल व्ही.आर.चौधरी ने ‘वॉरफेअर ऐण्ड एरोस्पेस स्ट्रैटजी प्रोग्राम’ (डब्ल्यूएसपी) कार्यक्रम में बोलते समय यह चेतावनी दी। वायुसेना ने पहली बार आयोजित किए इस कार्यक्रम में एयर चीफ मार्शल चौधरी ने पिछले ढ़ाई सालों से हो रही गतिविधियों का दाखिला दिया।

लद्दाख के एलएसी पर चीन के साथ संघर्ष, अफ़गानिस्तान की अराजकता और यूक्रेन युद्ध की वजह से हो रही उथल-पुथल पर बोलते हुए वायुसेनाप्रमुखों ने किसी भी देश का सीधे ज़िक्र करना टाल दिया। ‘सायबर, अंतरिक्ष और प्रचारतंत्र जैसे क्षेत्र की घुसपैठ अब नई नीति का हिस्सा बने हैं। इस वजह से भारत ने अपनी रणनीतिक प्राथमिकता पर दुबारा सोचना होगा और इसमें हम कहीं भी पीछे नहीं रहेंगे, इस पर ध्यान देना होगा’, ऐसा निवेदन वायुसेनाप्रमुख ने किया। इस नए युद्धक्षेत्र के लिए तैयारी करते समय रक्षाबल सीधे प्रत्यक्ष युद्ध की संभावना को अनदेखा ना करें, ऐसा बयान भी वायुसेनाप्रमुख ने किया।

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