रक्षाबलप्रमुख जनरल रावत का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन – पत्नी मधुलिका समेत रक्षाबल के ११ अफसरों की भी मृत्यू

नई दिल्ली/कुन्नूर – रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा रक्षाबलों के ११ अधिकारियों का तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर दूर्घटना में निधन हुआ| जनरल रावत तमिनलाडु के सैन्य अड्डे पर व्याख्यान देने के लिए जा रहे थे और इसी बीच उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ| इस दुर्घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है| इस दुर्घटना में एक अधिकारी घायल हुआ है और उन्हें सैन्य अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल किया गया है| इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जॉंच के आदेश दिए गए हैं|

रक्षाबलप्रमुख जनरल रावत२२ नवंबर १९६३ के दिन जम्मू-कश्मीर के पूँछ जा रहे वायूसेना के हेलिकॉप्टर की दुर्घटना हुई थी| इस हादसे में थलसेना के ४ और वायुसेना के २ अधिकारियों की मौत हुई थी| इनमें लेफ्टनंट जनरल पद के दो अफसरों का समावेश था| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष जॉन एफ.केनडी की भी उन्हीं दिनों हत्या हुई थी| और इसी कारण भारत में हुई इस दुर्घटना को विश्‍वभर में प्रसिद्ध नहीं हुई थी| इसके बाद हेलीकॉप्टर की दुर्घटना में इतनी बड़ी संख्या में देश के रक्षाबल के बड़े अधिकारी खोने की यह दूसरी घटना है|

जनरल रावत वायूसेना के ‘एमआई-१७वी५’ हेलिकॉप्टर से यात्रा कर रहे थे| कोईम्बतूर के सुलुर में स्थित वायुसेना के अड्डे से उनके हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी| तमिलनाडु के वेलिंग्टन में स्थित सैन्य कॉलेज में दोपहर २.४५ बजे जनरल रावत का व्याख्यान होना था| लेकिन, अप्पर कुन्नूर से यात्रा करते समय उनके हेलीकॉप्टर का नियंत्रण कक्ष से संपर्क खंड़ित हुआ| कुन्नूर के घने जंगलों में इस हेलीकॉप्टर की दुर्घटना हुई| दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग लगी| इस दौरान उठी हुई आग की बड़ी लहरों को देखकर स्थानीय लोगों ने बचाव के लिए पहल की| लेकिन, आग की तीव्रता के कारण स्थानीय लोग जलते हेलीकॉप्टर से किसी को बाहर निकालन नहीं पाए|

इस हादसे की जानकारी प्राप्त होते ही सेना का दल हादसे के स्थान पर पहुँचा| हेलीकॉप्टर की आग बुझाकर जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के साथ अन्य घायल अफसरों को तुरंत वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में दाखिल किया गया| लेकिन, शाम के समय जनरल रावत की इस दुर्घटना में मृत्यु होने का ऐलान किया गया| पूरा देश इस दुर्घटना से शोकग्रस्त है और जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है|

रक्षाबलप्रमुख जनरल रावतराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस दुर्घटना पर शोक जताते हुए कहा कि, भारत माता ने अपना वीर सुपुत्र खोया है और उनके ऐसे यकायक जाने से हमें काफी बड़ा झटका लगा है| बीते चार दशकों से भारतमाता की निस्वार्थ सेवा करनेवाले जनरल रावत महान नायक थे, ऐसा राष्ट्रपति ने अपने शोकसंदेश में कहा है| ‘असामान्य योद्धा, सच्चे देशभक्त जनरल रावत ने रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए काफी बड़ा योगदान दिया| रणनीतिक मुद्दों पर उनका नज़रिया और इससे संबंधित अंतर्दृष्टी लाजवाब थी| देश उनकी असामान्य स्तर की सेवा कभी नहीं भूल पाएगा’, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया|

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, जनरल रावत के जाने से रक्षाबल और देश का नुकसान कभी पूरा नहीं हो पाएगा| जनरल रावत का देश के लिए योगदान शब्दों में बयान करना संभव नहीं है, ऐसा कहकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की|

जनरल रावत का दुर्घटना में निधन होने की पृष्ठभूमि पर शाम ६.३० बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रीगुट की सुरक्षा समिती की बैठक का आयोजन किया गया| रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, विदेशमंत्री एस.जयशंकर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा, वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल इस बैठक में शामिल थे| इस बैठक का ब्यौरा सामने नहीं आया है| लेकिन, रक्षाबलप्रमुख का आकस्मिक निधन होने से निर्माण हुई स्थिति पर विचार विमर्श के लिए इस बैठक का आयोजन हुआ था, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.