श्रीनगर-शारजा विमान को हवाई क्षेत्र में प्रवेश देने से इन्कार कर रहें पाकिस्तान को जैसें को तैसा जवाब देने के लिए भारत की तैयारी

नई दिल्ली – बीते महीने श्रीनगर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शारजा के बीच विमान सेवा शुरू हुई थी। लेकिन, दो दिन पहलें पाकिस्तान ने इस विमान के लिए अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से यकायक मना किया। इसके बाद भारत ने राजनीतिक स्तर पर पाकिस्तान के सामने यह मुद्दा उठाने का वृत्त है। साथ ही, पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र इस विमान सेवा के लिए बंद करने के बावजूद, भारत इस मार्ग की विमान सेवा और बढ़ाने पर सोच रहा हैं, यह जानकारी भी सामने आ रही है। साथ ही पाकिस्तान को जैसें को तैसा प्रत्युत्तर देने का विचार भी शुरू होने की खबर प्राप्त हुई है।

हवाई क्षेत्रकेंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा जम्मू-कश्‍मीर का दौरा कर रहे थे तभी २३ अक्तुबर के दिन श्रीनगर-शारजा विमान सेवा का शुभारंभ हुआ था। इसके एक हफ्ता पहले यूएई के दुबई प्रशासन के साथ जम्मू-कश्‍मीर में बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करने के लिए भारत ने समझौता किया। इसके बाद ऑर्गनायझेश ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (ओआयसी) के प्रमुख देश कश्‍मीर मुद्दे पर भारत पक्ष में खड़े होने की चर्चा पाकिस्तान में शुरू हुई थी। पाकिस्तान युएई का विरोध कर नहीं सकेगा और ऐसा करने पर पाकिस्तान को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसा पाकिस्तान के विश्‍लेषक कह रहे थे। इसमें श्रीनगर-शारजा विमान सेवा शुरू होने से पाकिस्तान में अधिक बेचैनी बढ़ी है। श्रीनगर-शारजा विमान सेवा के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमति कैसे प्रदान की? कश्‍मीर का मुद्दा छोड़ दिया क्या? ऐसें सवाल प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार से किए जा रहे थे। पाकिस्तानी माध्यमों में इसपर बड़ी चर्चा हुई। इस पृष्ठभूमि पर इम्रान खान की सरकार पर प्रचंड़ दबाव बना और इसके बाद इस विमान सेवा के लिए अपनी सीमा का इस्तेमाल करने की अनुमति ना देने का निर्णय पाकिस्तान ने किया।

मंगलवार के दिन ‘गो एअर’ की विमान सेवा को अनुमति देने से इन्कार करने के कारण, इस विमान को गुजरात और ओमान ऐसा बड़ा चक्कर लगाकर यात्रा करनी पड़ी। इस वजह से श्रीनगर से शारजा तक की दूरी और एक घंटे से बढ़ी। पाकिस्तान ने हवाई सेवा के लिए रास्ता देने से इन्कार क्यो किया, इसकी वजह बयान नहीं की है। लेकिन, पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र इस सेवा के लिए बंद किया, तो यह सेवा लाभदायक नही होगी और इस वजह से भारत को यह सेवा बंद करनी पड़ेगी, इस सोच में पाकिस्तान के कुछ विश्‍लेषक हैं। इस बात की भी पाकिस्तानी माध्यमों में चर्चा हो रही थी।

लेकिन, इसके बावजूद भारत इस सेवा का अधिक विस्तार करने का विचार कर रहा है। फिलहाल इस मार्ग पर हफ्ते में चार ही दिन विमान सेवा उपलब्ध हो रही हैं। लेकिन, अब श्रीनगर-शारजा विमान सेवा हर रोज़ शुरू करने को लेकर चर्चा हो रही हैं। इसके अलावा जैसें को तैसें प्रत्युत्तर के दौर पर भारत अब लाहोर-सिंगापूर मार्ग पर उड़ान भरनेवाले विमानों के लिए अपना हवाई मार्ग बंद कर सकता हैं। ऐसा होने पर लाहोर से सिंगापूर पहुँचने के लिए पाकिस्तान को काफी बड़ा चक्कर लगाना होगा। लाहोर से कराची, वहाँ से कोलंबो और वहाँ से सिंगापूर इस मार्ग से पाकिस्तान के विमानों को यात्रा करनी होगी। इसी बीच, श्रीनगर-शारजा विमान सेवा के लिए अपना हवाई क्षेत्र देने से इन्कार कर रहें पाकिस्तान के सामने, भारत ने राजनीतिक स्तर पर यह मुद्दा उठाया है। पाकिस्तान जम्मू-कश्‍मीर के आम नागरिकों के हितों का विचार करें, यह बयान भारत ने किया होने की जानकारी सरकारी सूत्रों ने साझा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published.