जम्मू-कश्‍मीर में आम नागरिकों पर हुए हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात उजागर

– ‘एनआयए’ ने कश्‍मीर घाटी में १६ ठिकानों पर मारे छापे
– चार की गिरफ्तारी और पुछताछ के लिए ५७० हिरासत में

श्रीनगर – बीते हफ्ते जम्मू-कश्‍मीर में मात्र पांच दिनों में सात आम नागरिकों की हत्या होने से सिर्फ जम्मू-कश्‍मीर ही नहीं बल्कि पूरा देश दहल उठा था। जम्मू-कश्‍मीर में धार्मिक मनमुटाव पैदा करना, अशांति और अराजकता फैलाने की मंशा से लक्ष्य करके इन हमलों को अंजाम दिया गया था। इस मामले की जाँच ‘एनआयए’ ने शुरू की है और रविवार के दिन जम्मू-कश्‍मीर में एक साथ अलग अलग ठिकानों पर छापे मारे गए। इस दौरान ‘एनआयए’ ने कुल १६ ठिकानों पर छापे मारे हैं और इस मामले में पूछताछ करने के लिए ‘एनआयए’ ने अब तक कुल ५७० लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें ‘द रेजिस्टन्स फ्रन्ट’ (टीआरएफ) नामक पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठन के आतंकियों का समावेश है। लश्‍कर ए तोयबा के पाकिस्तानी हस्तकों से इस तरह के हमले करने के आदेश प्राप्त होने की जानकारी पूछताछ के दौरान सामने आने की जानकारी ‘एनआयए’ के प्रवक्ता ने साझा की है।

पाकिस्तान का हाथबीते कुछ दिनों से कश्‍मीर पुलिस के साथ आम नागरिकों पर हमलें होने की घटनाएँ हुई हैं। पिस्तौल जैसे छोटे हथियारों का इस्तेमाल करके यह हमले किए जाने की बात स्पष्ट हुई थी। बीते हफ्ते मात्र पांच दिनों में आतंकियों ने सात लोगों की हत्या की। इनमें कश्‍मीरी पंड़ित कारोबारी के साथ दो शिक्षक एवं अन्य राज्यों के दो स्थानांतरितों का समावेश था।

इन हत्याओं के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर उठी थी। जम्मू-कश्‍मीर में जोरदार प्रदर्शन हुए और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाज़ी भी हुई। जम्मू-कश्‍मीर पुलिस ने इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की आशंका पहले ही जताई थी। अब ‘एनआयए’ की जाँच में भी यह बात स्पष्ट हुई है और इन हमलों के लिए पाकिस्तान से लश्‍कर ए तोयबा के हस्तकों से आदेश प्राप्त होने की बात भी स्पष्ट हुई है।

‘एनआयए’ ने रविवार के दिन जम्मू-कश्‍मीर में १६ ठिकानों पर छापे मारे। कुलगाम, श्रीनगर, बारामुल्ला में यह छापे मारे गए। इस दौरान पथराव करनेवालों के साथ देश विरोधी गतिविधियाँ करने में जुटे ५७० लोगों को हिरासत में लिया गया। इन सबसे पुछताछ जारी है।

बुधवार के दिन आतंकियों ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इन हत्याओं का ज़िम्मा ‘द रेजिस्टंट फ्रंट’ (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन ने उठाया था। ऐसी हत्याएं आगे भी होती रहेंगी, यह बयान भी ‘टीआरएफ’ के उमर वाणी ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर ‘एनआयए’ ने छापे मारे। रविवार के दिन ‘एनआयए’ ने हसीन रोड कन्स्ट्रक्शन कंपनी में बतौर ड्रायवर काम कर रहे आरिपोरा ज़ेवान के निवासी नईम भट के घर पर छापा मारा। दूसरा छापा बागी नंदनसिंह चट्टाबल के मुश्‍ताक अहमद दार के निवास पर मारा गया। इन छापों के दौरान संदिग्धों से कुल पांच मोबाईल जब्त किए गए, ऐसा संबंधित अधिकारी ने कहा।

इसके अलावा सोलीना पेयन के निवासी सुहेल भट और पी.एस.शेरगढ़ी के घर पर भी छापा मारा गया। वहां से बहाउद्दिन नौहट्टाला को हिरासत में लिया गया। साथ ही वहां से ‘एनआयए’ ने एक लैपटॉप और मोबाईल फोन जब्त किया। इसी बीच ‘टीआरएफ’ का कमांडर साजीद गुल के घर पर भी छापा किया गया हैं।

लश्‍कर ए तोयबा ही अपना नाम बदलकर ‘द रजिस्टंट फ्रन्ट’ (टीआरएफ) के नाम से अब यह आतंकी संगठन कई हमलें करती देखी गई हैं। २७ जून के दिन भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हुए ड्रोन हमले से पहले जम्मू के भटिंडी से ५ किलो आयईडी पकड़ा गया था। इसमें भी ‘टीआरएफ’ का ही हाथ था। इसी बीच ‘एनआयए’ ने सरकारी पाठशाला के ४० शिक्षकों को भी पूछताछ के लिए बुलाने की जानकारी प्राप्त हो रही है।

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