‘एसडीजी’ के मोर्चे पर भारत क्षेत्र का और विश्व का नेतृत्व कर रहा है – संयुक्त राष्ट्रसंघ की सराहना

संयुक्त राष्ट्रसंघ – साल २०१५ में संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा में साल २०३० के लिए १७ उद्देश्य तय किए गए थे। इन (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स-एसडीजी) के उद्देश्यों प्राप्त करने के लिए भारत अपने क्षेत्र समेत विश्व का भी नेतृत्व कर रहा है, इन शब्दों में संयुक्त राष्ट्रसंघ की उपप्रमुख अमिना मोहम्मद ने भारत सरकार और नीति आयोग की सराहना की। साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ में बोलते समय नीति आयोग की उपाध्यक्षा सुमन बेरी ने इन १७ उद्देश्यों को पाने के लिए भारत की बड़ी तेज़ प्रगति का दाखिला दिया।

‘पिछले छह से सात सालों में भारत ने ३३ करोड़ जनता को स्वच्छ जीवन के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायीं। २३.३० करोड़ लोगों को रसोई के लिए स्वच्छ ईंधन दिलाया। देश में ८८ प्रतिशत लोगों तक पहुँची बिजली की सुविधाएं बढ़ाकर ९७ प्रतिशत लोगों तक पहुँचाई। इससे १८.३० करोड़ लाख से अधिक लोगों को लाभ मिल रहा हैं। भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ५० करोड़ लोगों तक बढाया गया है। बच्चों के टीकाकरण की मात्रा काफी बढ़ी है। भारत जैसे विशाल जनसंख्या के देश की यह प्रगति दो बातें प्राप्त करती हैं’, ऐसा सुमन बेरी ने कहा।

यह दो बातें है, वैश्विक स्तर के १७ उद्देश्य प्राप्त करने का लक्ष्य भारत ने अधिक आसान किया। साथ ही अमरीका की तरह जनसंख्या को बड़ा लाभ दिलाकर भारत ने अपनी क्षमता भी साबित की, ऐसा बेरी ने कहा। साथ ही कोरोना की महामारी के दौरान भारत के प्रदर्शन को अनदेखा नहीं किया जा सकता, इसकी याद सुमन बेरी ने ताज़ा की। कोरोना की महामारी के दौरान भारत ने इस चुनौती का समर्थरूप से मुकाबला किया, ऐसा बेरी ने कहा।

इसी बीच साल २०१५ में संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा में साल २०३० के लिए तकरीबन १७ उद्देश्य तय किए गए थे। इसमें गरीबी हटाना, भूख मिटाना, सबके लिए स्वास्थ्य और अच्छा जीवन, बेहतर दर्जे की शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ पानी और स्वच्छता, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, सम्मान का काम और आर्थिक प्रगती, उद्योग-अनुसंधान एवं बुनियादी सुविधाएं, विषमता का निर्मूलन, आम नागरिकों के बसने के शहर और सामाजिक व्यवस्था, ज़िम्मेदारी से किया गया उत्पादन और उत्पादनों का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल, मौसम संबंधी कर्तव्य पालन, जलचरों का संवर्धन, भूतल का जीवन, व्यवस्थाओं से शांति और न्याय प्राप्त करने के लिए भागीदारी, ऐसे कुल १७ उद्देश्य तय किए गए थे।

साल २०३० तक यह उद्देश्य पाने के लिए अब ज्यादा अवधि नहीं बची है। लेकिन, भारत ने इस मोर्चे पर की हुई प्रगति के मद्देनज़र भारत के इस मॉडेल का विश्व विचार करे। स्थानीय स्तर पर इन योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए भारत ने प्राप्त की हुई सफलता ध्यान आकर्षित करती है, ऐसा बेरी ने कहा। संयुक्त राष्ट्रसंघ की उपप्रमुख अमिना मोहम्मद ने भारत सरकार और नीति आयोग की सराहना की, तो स्थानीय स्तर पर भारत सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाते समय किया हुआ नियोजन, खर्च और रखरखाव सराहनीय हैं, ऐसा अमिना मोहम्मद ने कहा। 

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