‘न्यूक्लिअर सप्लायर्स ग्रुप’ की सदस्यता के लिए भारत अन्य देशों के संपर्क में

Nuclear-Suppliers-Groupनई दिल्ली – परमाणु कार्यक्रम के लिए आवश्यक घटकों की सप्लाई पर नियंत्रण रखनेवाले अन्तर्राष्ट्रीय गुट ‘न्युक्लिअर सप्लायर्स ग्रुप’ (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत के प्रयास जारी हैं। इस मुद्दे पर भारत ‘एनएसजी’ के अन्य सदस्य देशों के संपर्क में होने की जानकारी विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने संसद में दी। अमरीका ने इस मामले में भारत को खुलेआम समर्थन दिया है, ऐसा विदेश राज्य मंत्री ने बताया।

फिलहाल ४८ सदस्य देश होनेवाले ‘एनएसजी’ में अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स, ऑस्ट्रेलिया, रशिया और चीन जैसे देशों का समावेश है। भारत पिछले कुछ सालों से इस गुट की सदस्यता प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहा है। अमरीका, रशिया, फ्रान्स समेत कई देशों ने ‘एनएसजी’ की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है। लेकिन चीन द्वारा भारत की सदस्यता की प्रक्रिया में लगातार रोड़े खड़े किए जा रहे हैं।

भारत ने ‘न्यूक्लिअर नॉन प्रोलायफरेशन ट्रिटी’ पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, ऐसा ऐतराज़ चीन द्वारा बार-बार जताया जा रहा है। ‘एनएसजी’ में नए सदस्य का चयन सर्व अनुमति से होता होने के कारण, चीन का विरोध मुश्किलें साबित कर रहा है। लेकिन ऐसा होने के बावजूद भी भारत अन्य सदस्य देशों के माध्यम से ‘एनएसजी’ की सदस्यता प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रहा है, ऐसा विदेश राज्य मंत्री ने एक प्रश्न के जवाब में कहा।

‘एनएसजी’ समेत संयुक्त राष्ट्र संगठन की सुरक्षा परिषद की कायम स्वरूपी सदस्यता के लिए भी भारत की गतिविधियाँ जारी होकर, अमरीका समेत कई देशों ने उसे समर्थन दिया होने की जानकारी भी विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन ने दी।

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