भारत ने पाकिस्तान के आतंकी हमलों के विरोध में सख्त नीति अपनाई – विदेशमंत्री एस.जयशंकर

नई दिल्ली – पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी हमलों को आम बात समझकर बर्दाश्‍त ना करने की सख्त नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनायी। इसका काफी बड़ा प्रभाव भारत की पाकिस्तान संबंधित नीति पर पड़ा, ऐसा बयान विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने किया है। नई दिल्ली में आयोजित एक पुस्तक प्रकाशन समारोह में विदेशमंत्री बोल रहे थे। भारत में आतंकी हमलें कर रहा पाकिस्तान फिर से ज़ोरदार कोशिश में होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं और इसी बीच विदेशमंत्री ने किया यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है।

आतंकी हमलोंजम्मू-कश्‍मीर समेत पंजाब की सीमा पर पाकिस्तान ड्रोन की सहायता से आतंकियों को हथियारों की आपूर्ति करने की कोशिश में होने की बात कई बार स्पष्ट हुई थी। भारतीय सेना ने जम्मू-कश्‍मीर में सैकड़ों की संख्या में आतंकियों को मार गिराया है और इस वजह से वहां पर हमलें करना पाकिस्तान के लिए कठिन हो रहा है। इस कारण पाकिस्तान का कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ ने जम्मू-कश्‍मीर में आम नागरिकों को लक्ष्य करने की साज़िश की है। इसी के साथ जम्मू-कश्‍मीर में घुसपैठ करने के लिए सैंकड़ों आतंकी, पाकिस्तान ने कब्ज़ा किए कश्‍मीर में घात लगाए बैंठे होने की चेतावनी भारतीय सेना अधिकारी ने दी है।

पाकिस्तान की ऐसी उकसानेवाली हरकतें जारी हैं, ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमदर्दी पाने के लिए पाकिस्तान ने भारत के साथ बातचीत शुरू करने की तैयारी की है। पाकिस्तान के कुछ मंत्री, भारत के साथ बातचीत करने के अलावा विकल्प ना होने के दावे करके, उस दिशा में माहौल बना रहे हैं। मौजूदा समय में भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू की, तो इसका काफी बड़ा लाभ पाकिस्तान को प्राप्त हो सकता है, ऐसा अनुमान इसके पीछे है। लेकिन, पाकिस्तान जब चाहेगा तब शांति और जब चाहेगा तब युद्ध, इस तरह से आगे बढ़ना मुमकिन नहीं होगा, ऐसी चेतावनी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल ने दी थी।

पाकिस्तान की मर्ज़ी के अनुसार चर्चा या युद्ध करने के लिए भारत तैयार नहीं। इसके लिए समय भी भारत ही तय करेगा, यह चेतावनी डोवल ने दी थी। इस चेतावनी से पाकिस्तान को बड़ी मिर्च लगती दिख रही है। डोवल के बयान का मतलब, भारत पाकिस्तान पर हमला करेगा, ऐसा ही होता है, ऐसा पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने कहा था। लेकिन असल में, पाकिस्तान ने आतंकी हरकतें जारी रखने के बावजूद भारत पाकिस्तान से बातचीत करता रहेगा, इस भ्रम में पाकिस्तान ना रहें, इसका अहसास डोवल ने कराया था।

विदेशमंत्री जयशंकर ने नई दिल्ली के समारोह में किया बयान भारत की यही भूमिका नए से पेश कर रहा है।

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