ईरान परमाणु शस्त्रों से लैस हुआ तो सौदी भी परमाणु बम हासिल करेगा – सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान

वॉशिंग्टन – ‘परमाणु कार्यक्रम पर कायम ईरान आगे के दिनों में यदि परमाणु हथियारों से लैस होता हैं तो सौदी भी परमाणु बम हासिल करने की स्पर्धा में पीछे नहीं रहेगा। आत्मरक्षा और खाड़ी की स्थिरता के लिए सौदी परमाणु हथियार प्राप्त करेगा’, ऐसी चेतावनी क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद ने दी। साथ ही इस्रायल से सहयोग स्थापित करने की जारी कोशिश हर दिन प्रगति कर रही हैं, ऐसा दावा सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद ने किया। पिछले कुछ दिनों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका और यूरोपिय देश एवं अंतरराष्ट्रीय संगठन आलोचना कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि ईरान के संबंधों में सुधार हो रहा हैं, फिर भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सौदी की भूमिका में बिल्कुल भी बदलाव नहीं हुआ हैं, ऐसा स्पष्ट संकेत क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने दिए हैं।

अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा का आयोजन हुआ है। इस दौरान ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते का मुद्दा उठाया। अमरीका सद्भावना व्यक्त करके इस समझौते को पुनर्जीवित करने की कोशिश करें, ऐसा कहकर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने इस समझौते की विफलता के लिए अमरीका को ज़िम्मेदार करार दिया। साथ ही पश्चिमी देशों ने लगाए प्रतिबंध स्वीकार नहीं करेंगे, ऐसा बयान करके राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने इशारा दिया। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष के भाषण के बाद सौदी अरब के क्राउन प्रिन्स और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने अमरिकी समाचार चैनल को दिया साक्षात्कार प्रसिद्ध हुआ। इसमें वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अपनी भूमिका स्पष्ट करते दिख रहे हैं।

बड़ी मात्रा में संवर्धित यूरेनियम प्राप्त करने वाला ईरान परमाणु बम बनाने के करीब जाने का दावा अंतरराष्ट्रीय संगठन, विश्लेषक कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर सौदी की भूमिका स्पष्ट करके क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चिंता जताई। आगे जाकर ईरान ने परमाणु बम बनाया तो सौदी भी परमाणु अस्त्र प्राप्त किए बिना नहीं रहेगा। ईरान परमाणु बम से लैस होने के बाद आत्मरक्षा के लिए और खाड़ी में संतुलन बनाए रखने के लिए सौदी को भी परमाणु धारी होना ही पड़ेगा, ऐसी कड़ी चेतावनी प्रिन्स मोहम्मद ने दी।

‘कोई भी देश परमाणु हुआ तो वह चिंता का मुद्दा होगा। विश्व को और एक हिरोशिमा नहीं देखना हैं। इसेक बावजदू आप परमाणु अस्त्र का प्रयोग करके लाखों लोगों को मार गिराते हो तो आप एक देश के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे विश्व के विरोध में युद्ध कर रहे हैं, यही समझा जाएगा’, ऐसा इशारा प्रिन्स मोहम्मद ने दिया। ईरान का ज़िक्र किए बिना सौदी के क्राउन प्रिन्स ने ईरान के परमाणु धारी होने के विरोध में पूरा विश्व एकत्रित होगा, इसका अहसास कराया। साथ ही ईरान से सहयोग करने के लिए सौदी ने चीन से मध्यस्थता करने की गुहार नहीं लगाई थी। बल्कि चीन ने अपने आप ही पहल की थी, ऐसा प्रिन्स मोहम्मद ने कहा। इसके ज़रिये ईरान के सहयोग को हम ज्यादा गंभीरता से देखते नहीं है, यही संकेत प्रिन्स मोहम्मद ने दिए हैं।

इसी साक्षात्कार के दौरान इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए शुरू कोशिशों पर बयान करते हुए प्रिन्स सहयोग ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दर्ज़ की। इस्रायल के साथ सहयोग करने के लिए बड़ी गंभीरता से बातचीत हो रही हैं और इसमें हर दिन प्रगति हो रही हैं, ऐसे संकेत उन्होंन अपने बयान से दिए। लेकिन, इस्रायल के साथ सहयोग स्थापीत करते समय पैलेस्टिन का मुद्दा हमारे लिए सबसे अहम होगा, यह भी क्राउन प्रिन्स ने स्पष्ट किया। पैलेस्टिन के मसले का हल निकला तो इस्रायल खाड़ी मे अहम देश बन जाएगा, यह विश्वास भी उन्होंने व्यक्त किया।

इसी बीच चीन की मध्यस्थता से ईरान और सौदी अरब का विवाद खत्म हुआ और दोनों देशो ने अपना राजनीतिक सहयोग नए से स्थापित किया था। इस वजह से खाड़ी में चीन का प्रभाव काफी बढ़ने के दावे किए जा रहे थे। लेकिन, इसके बाद भी सौदी और ईरान के बीच बना खत्म नहीं हुआ हैं और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सौदी को सता रही चिंता भी खत्म नहीं हुई हैं, यह प्रिन्स मोहम्मद के साक्षात्कार से स्पष्ट हुआ है। इसके अलावा ईरान से होने वाले खतरे के विरोध में सौदी अरब इस्रायल से सहयोग पाने में हिचकिचाएगा नहीं, ऐसा स्पष्ट संदेश भी क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने दिया हैं।

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