येमन के संघर्ष में १ लाख लोग बलि हुए – स्वयंसेवी संगठन का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकैरो: वर्ष २०१५ से येमन में शुरू भीषण संघर्ष में १ लाख से अधिक लोगों की जान गई है| इस वर्ष में लगभग २० हजार लोग इस संघर्ष में ढेर हुए हैं| दुनिया भर में शुरू संघर्ष की जानकारी दर्ज करनेवाली आर्म्ड कन्फ्लिक्ट लोकेशन ऍण्ड इवेंट डाटा प्रोजेक्ट(एसीएलईडी) स्वयंसेवी संगठन ने तैयार किए रिपोर्ट में यह जानकारी प्रसिद्ध की गई है| येमन में हुई इस जीवित हानि के लिए सौदी अरब एवं अरब मित्र देश जिम्मेदार होने का आरोप इस संगठन ने किया है|

२०१४ में येमन के संघर्ष को शुरुआत हुई थी| ईरान का समर्थन होने वाले हौथी बागियों ने राष्ट्राध्यक्ष अब्देल हादि की सरकार के विरोध में संघर्ष शुरू किया था| केवल कुछ ही महीनों में हौथी ने राजधानी सना का कब्जा लेने के बाद सौदी एवं अरब मित्र देशों ने हादी सरकार के बचाव के लिए येमन पर हवाई हमलें शुरू किए यह बात एसीएलईडी के रिपोर्ट में शुरू में ही दर्ज की गई है|

हौथी बागियों ने ईरान से प्राप्त किए ड्रोन और मिसाइलों की सहायता से सौदी की सीमा भाग में तथा रेड सी में व्यापारी जहाजों पर हमलें किए, तथा सौदी एवं अरब मित्र देशों ने स्कूल, अस्पताल और विवाह समारोह पर हमलें करके येमन के हजारों लोगों की जान ली है, ऐसा आरोप एसीएलईडी ने अपनी रिपोर्ट में किया है| सौदी एवं मित्र देशों के कई हमलें येमनी जनता को लक्ष्य करनेवाले थे| जिसमें २२ हजार से अधिक नागरिकों की जान जाने का दावा इस संगठन ने किया है|

संघर्ष के पहले वर्ष २०१५ में सौदी के हमलों में ८००० लोग मारे गए थे जिनमें ६७ प्रतिशत नागरिकों का समावेश था, ऐसा एसीएलईडी ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में प्रसिद्ध की खबरों के आधार पर कहा है| २०१७ में सौदी एवं मित्र देशों के मोर्चे ने किए हवाई हमलों में ढेर हुए लोगों में नागरिकों की संख्या पहले से अधिक है, ऐसा दावा इस संगठन ने किया है|

एसीएलईडी के रिपोर्ट के अनुसार २०१८ में ३८०० लोगों की जान गई थी| पिछले ५ वर्षों के संघर्ष में यह सबसे बड़ी जीवित हानि थी| उसके बाद इस वर्ष २० हजार लोगों की जान गई है| इस वर्ष के अप्रैल महीने में २५०० तथा सितंबर महीने में १७०० लोग ढेर हुए हैं| येमन मे धाले, होदैदा, हजाह और तैझ इन प्रांतों में सबसे अधिक नागरिकों की जान जाने का दावा इस रिपोर्ट में किया गया है|

सौदी एवं मित्र देशों के मोर्चे ने येमनी जनता के साथ कारागृह में कैदियों पर भी हमलें किए है, यह जानकारी एसीएलईडी ने प्रसिद्ध की है| इस वर्ष धामर प्रांत में एक कारागृह पर किए हमले में १३० कैदियों की जान गई थी| इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपनी रिपोर्ट में येमन में शुरू हिंसा के लिए सौदी एवं अरब मित्र देशों को जिम्मेदार ठहराया है|

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