जम्मू कश्मीर के मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर ढेर

पुलवामा: हिजबुल मुजाहिदीन का मोस्ट वांटेड कमांडर समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर को उसके दो साथियों के साथ सुरक्षा दल ने ढेर किया है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए मुठभेड़ में इस खतरनाक आतंकवादियों को खत्म करने में सुरक्षा दल को सफलता मिली है। इस दौरान हुई मुठभेड में सुरक्षा दल के मेजर और जवान जख्मी होने का वृत्त है। तथा इस मुहिम में बाधा लानेवाले भीड़ पर किए कार्यवाही में एक निदर्शक ढेर तथा १५ लोग जख्मी होने का वृत्त है।

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सोमवार को पुलवामा जिले में द्राबगाम भाग में तीन आतंकवादी छिपने की खबर सुरक्षा दल के हाथ लगी थी। उसके बाद लष्कर के ४४ राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस काउंटर सर्जन्सी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सीआरपीएफ के पथक ने इस गांव को घेरा था। यह आतंकवादी गहरी बस्ती में घर में छुपकर बैठे थे। उन्हें घेरने के लिए आजू-बाजू के घर जवानों ने खाली किए थे। आतंकवादियों को इसकी भनक लगने के बाद उन्होंने सुरक्षा दल पर बेछुट गोलीबारी की जिसमे सेना का एक मेजर और एक जवान जख्मी हुआ।

आगे ९ घंटे यह मुठभेड़ शुरू रही। जिसमे हिजबुल मुजाहिदीन का मोस्ट वांटेड कमांडर समीर अहमद भट उर्फ़ समीर टाइगर ढेर हुआ है। जम्मू कश्मीर में खतरनाक आतंकवादी नेता ऐसी समीर टाइगर की पहचान थी। हिजबुल ने की हुई कई आतंकवादी कार्यवाहियों में वह शामिल था एवं वह पुलवामा निवासी था। समीर टाइगर यह आतंकवादियों का पोस्टर बॉय था, ऐसी जानकारी इस निमित्त से सामने आई है। इसकी वजह से सुरक्षा दल ने बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

समीर टाइगर के साथ उसका साथी आकिब वाणी यह भी मुठभेड़ इस में ढेर हुआ है। दौरान मुठभेड़ शुरू होते हुए कई विद्रोहियों ने जवानों पर पत्थर फेंक शुरू की। उसपर जवानों ने किए कार्रवाई में एक व्यक्ति ढेर हुआ और १५ लोग जख्मी हुए। इससे पहले भी जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों पर कार्रवाई शुरू होते हुए स्थानीय विद्रोहियों ने पत्थर फेंक की थी। उसके विरोध में लष्कर ने चेतावनी दी थी, फिर भी यह प्रकार ना रुकने की वजह से पत्थर फेंकने वाले भीड़ पर कठोर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।

दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा दल ने आतंकवादियों के विरोध में व्यापक मुहिम हाथ ली है और आतंकवादियों के साथ उनके नेताओं को भी खत्म करने में सुरक्षा दल को सफलता मिली है। इसकी वजह से आतंकवादी संघटना पर दबाव अधिक बढ़ता जा रहा है।

आने वाले समय में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड की ‘एनएसजी’ ब्लैक कैट कमांडो जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में शामिल होने वाले हैं। उनकी इस राज्य में तैनाती की जाएगी, ऐसी जानकारी गृह मंत्रालय के अधिकारियों की है।

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