राज्यसभा में पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करनेवाला विधेयक पेश

नई दिल्ली, दि. ३: ‘जब तक भारत खुद पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित नहीं करेगा, तब तक भारत दूसरे देशों से यह उम्मीद नहीं रख सकेगा’, ऐसा कहते हुए संसद सदस्य राजीव चंद्रशेखर ने, पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ क़रार देनेवाला विधेयक राज्यसभा में पेश किया| ‘भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करना छोड देने के लिए तैयार न होनेवाले पाकिस्तान को सबक़ सिखाने के लिए भारत को सिर्फ सैनिक़ी तौर पर ही नहीं, बल्कि राजनीतिक मार्ग का भी प्रभावी तौर पर इस्तेमाल करना होगा| पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित कर, इस देश के साथ राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध पूरी तरह तोड़ दिये बिना पाकिस्तान की अक़्ल ठिकाने नहीं आयेगी’ ऐसा दावा चंद्रशेखर ने किया|

‘आतंकवादी देश ’

पिछले साल सितंबर महीने में जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना की छावनी पर आतंकी हमला हुआ था| इसके बाद राजीव चंद्रशेखर ने यह विधेयक राज्यसभा में पेश करने की तैयारी की थी| शुक्रवार के दिन राज्यसभा में यह विधेयक पेश करते हुए चंद्रशेखर ने, यह विधेयक मंज़ूर करने के लिए सभी सदस्य सहायता करें, ऐसा आवाहन किया| आज तक भारत ने पाकिस्तान का पराभव किया | लेकिन पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ा| सन १९९८ से लेकर सन २०१७ तक पाकिस्तानपुरकृत आतंकवादी हमलों में १४७४१ लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी| साथ ही, ६२७४ जवान इन हमलों में शहीद हुए| वहीं, भारत के कब्जे में २३१४६ आतंकवादी हैं, ऐसा कहते हुए, पाकिस्तान के आतंकवाद पर अब भारत ने अधिक गंभीरता से ग़ौर करने की ज़रूरत है, ऐसा चंद्रशेखर ने कहा|

आक्रामक लष्करी नीति के साथ भारत को, राजनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए गतिविधियाँ करनी ही पड़ेंगी| इसी कारण पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करके, उसके साथ रहनेवाले राजनैतिक, सांस्कृतिक और व्यापारी संबंध तोड़ने का आवाहन चंद्रशेखर ने किया| साथ ही, भारत ने पाकिस्तान को दिया ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा भारत ख़ारिज़ करें, ऐसी माँग करते हुए, पाकिस्तान के लोगों को भारत में प्रवासबंदी करे, ऐसा प्रस्ताव चंद्रशेखर ने पेश किया है| आनेवाले समय में, इस विधेयक का इस्तेमाल कर, पाकिस्तान से सहयोग करनेवालों को भी शासन किया जा सकता है, ऐसा भरोसा चंद्रशेखर ने जताया|

जब तक भारत पाकिस्तान को आतंकवादी नही मानता, तब तक दूसरे देश से भारत ऐसी उम्मीद नहीं रख सकता, इसपर चंद्रशेखर ने ग़ौर फ़रमाया| राज्यसभा में इस विधेयक के पेश होते समय ही, कुवैत इस खाडी देश ने पाकिस्तानी लोगों के लिए प्रवेशबंदी जाहीर की है| जब तक पाकिस्तान अपने देश के आतंकी संगठनों पर काबू नहीं रखता, तब तक यह प्रवेशबंदी जारी रहेगी, ऐसा कुवैत ने घोषित किया था| अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रवेशबंदी घोषित किये देशों में हालाँकि पाकिस्तान का समावेश नहीं किया है, मग़र फिर भी पाकिस्तानी नागरिकों को अमरीका का व्हिसा देते समय कड़ी छानबीन करने के आदेश दिये हैं| आगे चलकर, पाकिस्तानी लोगों को भी अमरीका में प्रवेशबंदी की जा सकती है, ऐसे संकेत ‘व्हाईट हाऊस’ ने दिये थे|

इस दबाव के कारण ‘हफीज सईद’ जैसे आतंकी नेता को नजरबन्द कर रखने का फ़ैसला पाकिस्तान को करना पड़ा, ऐसा कहा जाता है| अमरीका के नये प्रशासन के साथ कुवैत जैसा देश भी पाकिस्तान के संदर्भ में कड़ा रूख़ अपना रहा होते समय, राज्यसभा में पेश किये गए सदर विधेयक का महत्त्व बढ गया है, ऐसे दिखाई देता है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.