देश में सोने के दामों ने किया ५०,००० का स्तर पार

नई दिल्ली – भारत में सोने के दाम ५०,००० के विक्रमी स्तर पर पहुँचे हैं। बुधवार के दिन जागतिक बाज़ार में सोने के दाम प्रति औंस के लिए १८०० डॉलर्स तक जा पहुँचे थे। इस वजह से भारतीय बाजार में भी, सोने के दामों ने उंचाई को छूँ लिया है। फिलहाल दुनियाभर में कोरोनावायरस के कारण मंदी का वातावरण है। इस वजह से निवेशक सुरक्षित निवेश के लिये गोल्ड एक्सचेंज ट्रेड फंड (ईटीएफ), गोल्ड बॉण्ड में निवेश करना पसंद करते हैं। इस कारण लॉकडाऊन में प्रत्यक्ष माँग ना होने के बावजूद सोने के दामों में उछाल दिखाई दे रही होकर, दशहरे तक सोने के दाम ५५ हज़ार पार करेंगे, यह दावा ज्वेलर्स असोसिएशन से किया जा रहा है।

Gold-Ratesसोने के दाम थोक बाजार में प्रति १० ग्राम ४८ हजार ८८६ रुपयों तक पहुँचे हैं, फिर भी खुदरा बाजार में सोने के दाम ५० हजार के आगे गये हैं। साथ ही, ग्राहकों को जीएसटी मिलाकर प्रति १० ग्राम, ५१ हजार से ज़्यादा क़ीमत अदा करनी पड़ेगी। दिल्ली में खुदरा बाजार में सोने के दाम ५०,०५० और मुंबई में प्रति तोला सोने के दाम ५०,१२० रुपयों तक पहुँचे हैं। देश में लॉकडाऊन की वजह से पिछले तीन महिनों से सोने की प्रत्यक्ष माँग ठप हुई थी। लेकिन इस काल में भी सोने के दाम निरंतर बढते गये। अब लॉकडाऊन के नियमों में ढील मिल रही होते समय, सोने की प्रत्यक्ष माँग शुरू होने के बाद सोने के दामो मे और भी ज्यादा बढ़ोतरी दिखाई दे रही है।

फिलहाल कोरोना की वजह से दुनियाभर की बडी अर्थव्यवस्थाएँ मंदी की छाँव में हैं। इस कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने के निवेश की ओर निवेशक देख रहे हैं। उसमें कोरोना की वजह से ही, दुनियाभर में सोने की खदानों से उत्पादन भी कम हुआ है। इसका परिणाम जागतिक बाज़ार में सोने के दामों पर दिखाई दे रहा है।

उसीमे भारत में सोने की आयात भी तीन महिनो में कम हुई है। पिछले साल जून महीने में ७७ टन से अधिक सोना आयात किया गया था। इस साल जून महीने में केवल ११ टन सोना आयात हुआ है। उसीमे लॉकडाऊन में ढील देने के बाद अब प्रत्यक्ष माँग की शुरुआत हुई है। दामों में बढोतरी होने के कारण सोने की ऑनलाइन खरीद दिखाई दे रही है। इस सबका परिणाम सोने के दामों पर दिखाई दे रहा है। कोरोना के डर की वजह से और सोने के दामों में शायद गिरावट होगी इस संभावना का विचार करके कुछ ग्राहक सोने की खरीद टाल रहे हैं। इस वजह से, और लगभग तीन महीनों तक प्रत्यक्ष माँग कम होने के बावजूद, सोने के दामों मे बढ़ोतरी होती ही रहेगी, ऐसे बाज़ार के विशेषज्ञों का कहना है।

दो साल पहले सोने के दर ३० हजार से ३२ हजार रुपये थे। पिछले दो सालों में रिफंड के मामले में, अन्य निवेशो पर मिलनेवाले रिफंड की तुलना में सोने का प्रदर्शन अच्छा रहा है। गत एक साल में सोने ने निवेशको को ४३ प्रतिशत से ज़्यादा रिफंड दिया है। सोने के दामो मे उछाल हो रहा है, इसी दौरान चांदी के दामो में भी बढोतरी दिखाई दे रही है। चांदी के दाम प्रति किलो ५१ हजार पर पहुँचे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.