रशिया के भंड़ार में सौ सालों के लिए पर्याप्त ईंधन हैं – ‘गाझप्रोम’ के प्रमुख का दावा

मास्को – ‘रशिया के भंड़ार में अगले सौ सालों के लिए पर्याप्त नैसर्गिक ईंधन वायू मौजूद हैं। इस वजह से रशियन जनता और रशिया के ग्राहकों को ईंधन सप्लाई को लेकर फिक्र करने की ज़रूरत नहीं’, यह दावा रशिया की प्रमुख ईंधन कंपनी ‘गाझप्रोम’ के प्रमुख एलेक्सी मिलर ने की। रशिया ने यूरोप को ईंधन आपूर्ति करनेवाली ‘नॉर्ड स्ट्रीम १’ ईंधन पाइपलाइन बुधवार से अगले तीन दिन के लिए बंद रखने का ऐलान कियाथा। इस वजह से यूरोपिय देसों में बेचैनी और ड़र का माहौल बना हैं और इसी बीच मिलर ने किया यह दावा अहम साबित होता है।

‘गाझप्रोम’रशिया ने पिछले महीने से यूरोपिय देशों को हो रही ईंधन की सप्लाई कम की थी। यूरोप को ईंधन प्रदान करनेवाली प्रमुख ईंधन पाइपलाइन ‘नॉर्ड स्ट्रीम १’ से हो रही सप्लाई लगभग ७५ प्रतिशत कम की है। फिलहाल रशिया से यूरोपिय देशों को हो रही ईंधन वायु की आपूर्ति महज़ २० प्रतिशत है। ऐसें में ही रशियन ईंधन कंपनी गाझप्रोम ने मंगलवार को इसमें भी कटौती करने की बात सामने आयी थी। बुधवार से शुक्रवार यह ईंधन आपूर्ति पूरी तरह से बंद रहेगी और इसके लिए तकनिकी वजह बताई गई है।

लेकिन, शनिवार को रशिया से ईंधन सप्लाई फिर से शुरू होगी या नहीं, इस आशंका में यूरोपिय देश हैं। रशिया ने ईंधन सप्लाई कम करने की वजह से ईंधन वायु की कीमत एक ही वर्ष के दौरान कुल ४५० प्रतिशत बढ़ी हैं। इस बढ़ोतरी की वजह से यूरोपिय देशों का आर्थिक गणित टूट रहा हैं और अधिकांश देशों में महंगाई विक्रमी उछाल पर हैं। ब्रिटेन, जर्मनी,फ्रान्स जैसीं प्रमुख अर्थव्यवस्था मंदी के साये में होन काअनुमान व्यक्त किया गया है।

कुछ ही दिन पहले यूरोप की कंपनियाँ दिवालियाँ होने की मात्रा बढ़ने की रपट भी सार्वजनिक हुई थी। यूरोपियन जनता को इस साल तीव्र ठंड़ के मौसम का सामना करना होगा, यह ड़र भी व्यक्त किया जा रहा हैं। यूरोप की गलत नीति और इस वहज से रशियन ईंधन की हुई कटौती के कारण इस ड़रावनी स्थिति का सामना करना होगा, इसका अहसास यूरोपीय नेता ही करा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया को प्राप्त ईंधन भंड़ार से संबंधित हो रहें दावे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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