जम्मू-कश्मीर में पाक़िस्तान के चार आतंकवादी ढेर, एक को ज़िंदा पकड़ा

श्रीनगर, दि. २६ (पीटीआय) – जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले में सुरक्षाकर्मियों ने चार आतंकियों का ख़ात्मा किया है और एक आतंकवादी को ज़िंदा पकड़ने में क़ामयाबी हासिल की है| ये पाँचों आतंकवादी पाक़िस्तान के हैं तथा जिंदा पकड़ा हुआ आतंकवादी लाहोर का रहनेवाला है, यह बात सामने आयी है|

armyयह बहोत बड़ी सफलता है, इससे पाक़िस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने आया है, ऐसा केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है|

जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारहनन का झूठा इल्ज़ाम लगानेवाले पाक़िस्तान का, राज्य में आतंकी कारनामों हाथ होने का एक और सबूत सामने आया है| मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के नौगाव सेक्टर में दुबक के बैठे हुए पाँच आतंकवादियों पर भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने तुफ़ानी हमला बोल दिया| इस वक्त हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी ढेर हुए| वहीं, एक आतंकी को जिंदा पकड़ने में सुरक्षाकर्मियों को सफलता मिली| यह आतंकवादी लाहौर का रहनेवाला है और उसके साथी भी पाक़िस्तान के हैं, यह बात सामने आयीं है| ये आतंकवादी ‘लश्कर-ए-तोयबा’ से जुड़े होने की खबर है|

यह सुरक्षाकर्मियों को मिली हुई सबसे बड़ी कामयाबी है, ऐसा दावा गृहराज्यमंत्री रिजीजू ने किया| इस ज़िंदा आतंकवादी के पकड़े जाने से पाक़िस्तान का ‘गेमप्लॅन’ सामने आया है, ऐसी आलोचना रिजीजू ने की| जहाँ एक तरफ़ भारत ‘कारगिल विजय दिवस’ हर्षोल्लास के साथ मना रहा है; वहीं, दूसरी तरफ़ ये आतंकवादी आतंकी हमले करने का प्लान बना रहे थे, ऐसी जानकारी दी जा रही है| लेकिन भारत इस प्रकार की, आतंकवादियों की सा़ज़िश नाक़ाम करने के लिए हथियारों से लैस है, ऐसा रिजीजू ने कहा| दुबारा करगिल जैसे हालात ना बनें, इसलिए सुरक्षाकर्मीं सचेत और सज्ज हैं, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया|

‘ज़िंदा आतंकवादी पकड़े जाने से पाक़िस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने आया’ ऐसा कहकर रिजीजू ने पाक़िस्तान पर निशाना साधा है| बुर्‍हान वनि की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में तनाव पैदा करने के लिए पाक़िस्तान जोरोंशोरों से प्रयास कर रहा था| यहाँ के अलगाववादियों का साथ लेकर पाक़िस्तान ने भारतीय सुरक्षाकर्मियों को लक्ष्य बनाना शुरू कर दिया था| वहीं, उत्पात मचाने वाले जमावड़े पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा चल रही कार्रवाई मानवाधिकार का हनन है, ऐसा आरोप लगाकर पाक़िस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यह मुद्दा उठाया था|

भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने बुर्‍हान वनि की हत्या की है, ऐसा इल़्जाम लगाकर इस साजिश की जाँच करने की माँग पाक़िस्तान कर रहा है| वहीं, भारतीय सुरक्षाकर्मियों द्वारा पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया, इसपर भी पाक़िस्तान ने ऐतराज़ जताया था| इसपर सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख ने कड़ी प्रतिक्रिया दी गयी है| सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल हुडा ने पेलेट गन से ज़ख़्मी हुए लोगों के लिए खेद जताया है| लेकिन हमें भावनाओं को बाजू में रखकर कार्रवाई करने का प्रशिक्षण मिला है, ऐसा कहते हुए, ‘हमारे जवान केवल कर्तव्य निभा रहे थे’ ऐसा हुडा ने स्पष्ट किया| वहीं, ‘सीआरपीएफ’ के महासंचालक के. दुर्गाप्रसाद ने, पेलेट गन यह हमारे पास का सबसे सौम्य हथियार है, ऐसा स्पष्टीकरण दिया| प्रदर्शनकारी नियंत्रण से बाहर जाने के कारण पेलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा, ऐसी सफाई दुर्गाप्रसाद ने दी है|

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