विदेश मंत्री स्वराज की तत्परता से पाकिस्तान की आंखें खुली

इस्लामाबाद – अल्पसंख्यांक का ध्यान कैसे रखे, इसके पाठ हम भारत को पढाएंगे, ऐसा कह रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के दावे उन्हीं पर उलट रहे है| पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो नाबालिग हिंदूधर्मिय युवतीयों का अपहरण करके उन्हें जबरन धर्म बदलने पर विवश किया गया है| इस संबंधी समाचार का संज्ञान लेकर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय को इस संबंधी अहवाल देने के आदेश दिए है| इस वजह से बेचैन हुए पाकिस्तान के माहिती मंत्री भारत की आलोचना की है| लेकिन, भारत की विदेश मंत्री ने दिखाई इस तत्परता का असर दिखाई दे रहा है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ही इस घटना की जांच करने के आदेश जारी किए है|

पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यांक नागरिकों की स्थिति खराब होने की बात सिद्ध करनेवाली कई घटना लगातार सामने आ रही है| लेकिन, पाकिस्तान में इम्रान खान की सरकार सत्ता पर आने के बाद इस देश में अल्पसंख्यांक सुरक्षित होंगे, यह गवाही दी गई थी| प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्होंने भारत पर वक्तव्य करके अल्पसंख्यांक नागरिकों की सुरक्षा कैसे करनी है, इसके पाठ हम भारत को सिखाएंगे, ऐसे विधान किए थे| लेकिन, असल में पाकिस्तान के भीतर स्थिति और भी खराब होती दिख रही है और अल्पसंख्यांकों पर हो रहे अत्याचारों की घटनाओं में बढोतरी होने के शिकायतें प्राप्त हो रही है|

होली के दिन ही सिंध प्रांत में दो हिंदूधर्मिय बच्चीयों का अपहरण किया गया| यह दोनों लडकियां नाबालिग हौ और उनका जबरन धर्मपरिवर्तन किया गया है, ऐसे समाचार प्राप्त हुए है| साथ ही उनकी जबरन शादी कराई गई है, यह दर्शा रहे व्हिडिओ भी प्रसिद्ध हुए थे| उसके बाद पाकिस्तान में खलबली मची थी| लेकिन, पाकिस्तानी यंत्रणा ने इस ओर जरूरी ध्यान नही दिया था| इसके पहले भी इस प्रकार की कई घटना हुई थी| लेकिन, पाकिस्तानी यंत्रणा इसपर कार्रवाई करने के लिए तैयार नही है, यह शिकायत पाकिस्तान की संसद में हिंदूधर्मिय सांसद ने की थी|

लेकिन, सिंध प्रांत की घटना का संज्ञान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने लिया| पाकिस्तान के भारतीय उच्चायुक्तालय से इस संबंधी अहवाल प्राप्त करने का निर्णय करके स्वराज इन्होंने पाकिस्तान को झटका दिया| इस पर पाकिस्तान के माहिती मंत्री फवाद चौधरी इन्होंने भारतीय विदेश मंत्री स्वराज पर आलोचना की है| पाकिस्तान में हो रही घटनाओं पर ध्यान देने के बजाय भारत में रहनेवाले अल्पसंख्यां का ध्यान रखे, ऐसा फवाद इन्होंने भारतीय विदेश मंत्री को सुनाया था| इसे जवाब देते समय विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने फवाद इनका वक्तव्य अपराधी भावना से हुआ है, ऐसी फटकार लगाई है|

सुषमा स्वराज इनके आदेश पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्होंने ध्यान दिया है| इस मामले की सिंध और पंजाब प्रांत की सरकार संयुक्त जांच करें और इस घटना पर गंभीरता से ध्यान दे, यह चेतावनी भी इम्रान खान ने दी है| भारत के विदेश मंत्री ने इस घटना का संज्ञान नही लिया होता तो, इम्रान खान ऐसे आदेश जारी करने की संभावना भी नही थी|

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