भारत पाकिस्तान के बीच ‘सिंधु जल संधि’ पर चर्चा शुरू

इस्लामाबाद, दि. २० : भारत और पाकिस्तान के बीच ‘सिंधु जल संधि’ पर चर्चा शुरू हुई है| इस चर्चा के लिए भारत का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान में दाखिल हुआ है| दोनों देशों ने जल वितरण करार का पालन करना चाहिए, ऐसा आवाहन पाकिस्तान के रक्षामंत्री और जलसंंसाधन मंत्रालय का पदभार संभालनेवाले ख्वाजा असिफ ने किया है| यह चर्चा यानी दोनों देशों के बीच होनेवाली सर्वंकष चर्चा की पूर्व तैयारी है, ऐसा दावा पाकिसतान के कुछ अख़बारों ने किया है|

‘सिंधु जल संधि’भारत के जल आयुक्त पी. के. सक्सेना के नेतृत्व में दस सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल ‘सिंधु जल संधि’ पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान आया है| सोमवार और मंगलवार को होनेवाली इस चर्चा में पाकिस्तान भारत पर ऐतराज़ जतायेगा, ऐसा कहा जा रहा है| भारत से पाकिस्तान में आनेवाली नदियों पर बाँध बनाकर भारत पाकिस्तान का पानी रोक रहा है, ऐसी शिकायत पाकिस्तान की ओर से की जा रही है| साथ ही भारत ने इन बांधों का निर्माण तेज़ किया है, ऐसा कहते हुए पाकिस्तान ने इस पर सख़्त ऐजराज जताया था| इन नदियों का पानी यदि पाकिस्तान को नहीं मिला, तो पाकिस्तान को रेगिस्तान बनते देर नहीं लगेगी, ऐसा कहते हुए पाकिस्तान ने इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदत की माँग की है|

सन १९६० में भारत और पाकिस्तान के बीच ‘सिंधु जल संधि’ संपन्न हुआ था| वर्ल्ड बँक ने इस समझौते के लिए मध्यस्थता की थी| लेकिन ‘भारत इन नदियों पर बाँध बनाकर इस समझौते को तोड रहा है’ यह पाकिस्तान की शिकायत अब तक किसी ने नहीं मानी है| वर्ल्ड बँक ने भी यह मसला आपसी चर्चा के द्वारा सुलझाने की सलाह दोनों देशों को दी थी| इस पृष्ठभूमि पर भारत और पाकिस्तान के बीच इस समझौते पर चर्चा शुरू हुई है| भारत ने इस संदर्भ में अपनी भूमिका पहले से ही स्पष्ट की थी| ‘सिंधु जल संधि’ के कलमों का बिना किसी प्रकार से उल्लंघन किए इन नदियों पर बाँधनिर्माण का काम जारी है, ऐसा भारत ने समय समय पर कहा था|

दोनों देशों के बीच लंबे समय के बाद चर्चा शुरू होने की वजह से इस चर्चा को पाकिस्तान की मीडिया द्वारा बड़े पैमान पर पब्लिसिटी दी जा रही है| ‘पाकिस्तान को धमकी देनेवाला भारत चर्चा के लिए तैयार हुआ है’ ऐसा पाकिस्तान के एक अख़बार ने कहा है| साथ ही, दोनों देशों के बीच पानी के बटवारे पर जारी हुई चर्चा, आनेवाले समय में होनेवाली सर्वंकष चर्चा की शुरुआत हो सकती है, ऐसा विश्‍वास पाकिस्तान के अन्य अख़बारों ने जताया है|

पिछले कुछ महीने से, भारत चर्चा के लिए राजी हो इसके लिए पाकिस्तान की ओर से कड़े प्रयास किए जा रहे थे| लेकिन जबतक पाकिस्तान अपनी आतंकवादपरस्त भूमिका नहीं छोड़ेगा, तब तक पाकिस्तान के साथ चर्चा नहीं हो सकती, ऐसा भारत ने कड़े शब्दों में कहा था|

पाकिस्तान में आयोजित की गयी ‘सार्क’ परिषद में शामिल होने से भारत ने इन्कार किया था| बांगलादेश, अफगानिस्तान, श्रीलंका और नेपाल ने भी भारत की इस भूमिका का समर्थन किया था| इसी वजह से पाकिस्तान घिर चुका था| गतिरोध को तोड़ने के लिए पाकिस्तान की कोशिश जारी थी और इसके लिए पाकिस्तान ने राजनैतिक मुहिम हाथ में ली थी| लेकिन अब दोनों देशों के बीच चर्चा शुरू हो सकती है, ऐसे संकेत इस पानी वितरण करार पर जारी चर्चा से मिल रहे हैं, ऐसा विश्‍वास कुछ पाकिस्तानी विश्‍लेषकों द्वारा जताया जा रहा है|

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