भारत में जासूसी करने के लिए पाकिस्तान द्वारा अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ का इस्तेमाल – बैंगलोर में शुरू अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ नष्ट करने पर हुआ खुलासा

‘टेलिफोन एक्सचेंज’बैंगलोर – पूर्वीय भारत में स्थित सेना के अड्डे पर किए गए कुछ संदिग्ध फोन कॉल्स की पुछताछ करते समय बुधवार के दिन बैंगलोर में स्थापित एक अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ की पोल खुली है। इसके बाद कई चौकानेवाले खुलासे हो रहे हैं। इस अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ द्वारा अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल को स्थानीय कॉल में परिवर्तित करके पाकिस्तान द्वारा भारत में जासूसी का काम हो रहा था। पाकिस्तान ने अपने गुर्गों की सहायता से भारत के अन्य हिस्सों में भी इस तरह के अवैध टेलिफोन एक्सचेंज शुरू किए होंगे, ऐसी आंशका जताई जा रही है।

भारतीय सेना के ‘इंटेलिजन्स’ विभाग ने बुधवार के दिन बैंगलोर पुलिस के आतंकवाद विरोधी दल की सहायता से शहर के छह ठिकानों पर छापे मारके अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ नष्ट किया। अप्रैल में पूर्व भारत के एक लष्करी अड्डे पर फोन कॉल किए गए थे। इन कॉल्स के दौरान फोन करनेवाला व्यक्ति स्वयं को वरिष्ठ अधिकारी बताकर सेना से संबंधित कुछ पूछताछ कर रहा था। इस कॉल को लेकर आशंका निर्माण होने पर सेना के गुप्तचर विभाग ने इस ‘कॉल’ की जानकारी खंगालना शुरू की। इस दौरान हुई जाँच में सेना के अलग अलग विभागों में बीते कुछ दिनों में इस तरह के फोन करके जानकारी प्राप्त करने की कोशिश होने की बात स्पष्ट हुई थी। इस वजह से इस मामले की गहराई से जाँच शुरू हुई। इसी से बैंगलोर में स्थापित अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ का खुलासा हुआ।

‘टेलिफोन एक्सचेंज’बैंगलोर पुलिस के आतंकवाद विरोधी दल ने सेना के दक्षिण कमांड के गुप्तचर विभाग की सहायता से बुधवार के दिन इस अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ पर कार्रवाई की। इस दौरान शहर के लगभग छह ठिकानों पर छापे मारके ३२ ‘सबस्क्रायबर आयडेंटिटी मोड्यूल’ (सिम) बॉक्स बरामद किए गए। इन ‘सिम बॉक्स’ के ज़रिये एक ही समय पर ९६० सीम कार्डस्‌ का इस्तेमाल करना मुमकिन होता है।

‘सिम बॉक्स’ के हार्डवेअर उपकरण का इस्तेमाल ‘ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाईल कम्युनिकेशन’ (जीएसएम) का संपर्क ‘टर्मिनेट’ यानी रोकने के लिए होता है। इसके लिए ‘माइग्रेशन’ नामक तकनीक भी इस्तेमाल की जाती है। इसके ज़रिये सिम के कई ‘जीएसएम’ गेट-वे तैयार होते हैं और इससे यूजर लगातार भ्रमण कर रहा है, यह भ्रम तैयार किया जाता है। सेवा प्रदान करनेवाली कंपनियों से ‘सिम’ को ब्लॉक ना किया जाए और सरकारी यंत्रणाओं द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

इस मामले की जाँच में पाकिस्तान के अलग अलग गुप्तचर विभाग भारतीय नागरिकों से संपर्क बनाने के लिए और लष्करी संस्थाओं से जानकारी प्राप्त करने के लिए इस तरह के अवैध टेलिफोन एक्सचेंज के माध्यम से कॉल करते हैं, यह बात स्पष्ट हुई है। पाकिस्तान के गुप्तचर विभाग ने इंटरनेट कॉल को सामान्य स्थानीय कॉल में परिवर्तित करनेवाले इस तरह के अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ में निवेश करना शुरू किया है, यह जानकारी संबंधित अफसर ने साझा की।

सेना के विभागों को इस तरह से हो रही जासूसी से बचने के लिए सूचना जारी की गई है और स्टैण्डर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर (एसओपी) भी तय की गई है। लेकिन, आम नागरिक और कर्मचारी इस तरह के जाल में फंस जाते हैं। बैंगलोर के मामले में मालाप्पुरम्‌ से इब्राहिम मुल्लाती बिन मोहम्मद कुट्टी को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही तमिलनाडु के त्रूपुर से गौतम विश्‍वनाथ को हिरासत में लिया गया है। इस मामले की अधिक गहराई से जाँच हो रही है, और क्या देश के अन्य हिस्सों में भी जासूसी के लिए इस तरह के अवैध ‘टेलिफोन एक्सचेंज’ कार्यरत हैं, यह सवाल खड़ा हो रहा है।

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