अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्रसंघ में खींचा

afghan-pak-un-2न्यूयॉर्क/इस्लामाबाद – दस दिन पहले अफ़गानिस्तान के सरहदी क्षेत्र में हवाई हमले करनेवाले पाकिस्तान के खिलाफ़ अफ़गानिस्तान के सभी गुट एकजुट हुए हैं| पाकिस्तान के हमले अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुलेआम उल्लंघन है, ऐसा आरोप संयुक्त राष्ट्र संघ में अफ़गानिस्तान के ‘चार्ज दि अफेयर्स’ ने लगाया| तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और तेहरिक-ए-तालिबान इन गुटों ने पाकिस्तान विरोधी शिकायत का समर्थन किया है| इसी बीच अफ़गानिस्तान में देखी गयी यह एकता पाकिस्तान के लिए चुनौती साबित हो सकती है| आनेवाले समय में ड्युरंड लाईन के मसले पर तालिबान और पाकिस्तानी सेना में बड़ा संघर्ष हो सकता है, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक दे रहे हैं|

afghan-pak-un-1१६ अप्रैल के दिन पाकिस्तान की वायुसेना ने अफ़गानिस्तान के कुनार और खोस्त पर जोरदार हवाई हमले किए थे| अफ़गानिस्तान के सरहदी इलाके में मौजूद तेहरिक-ए-तालिबान के आतंकियों को लक्ष्य करने का दावा पाकिस्तान की सेना ने किया था| लेकिन, इस कार्रवाई में ४७ बेगुनाह अफ़गानी मारे गए, ऐसा आरोप तालिबान ने लगाया था| तथा इसके बाद पाकिस्तान के ऐसे हमलों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसी धमकी तालिबान के वरिष्ठ नेता ने दी थी| इसी बीच तालिबान ने यह भी इशारा दिया था कि, पाकिस्तान गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहे|

इस इशारे के कुछ घंटों बाद इस मामले को लेकर अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र संघ में खींचा| अफ़गानिस्तान के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष अशरफ गनी के कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र संघ में ‘चार्ज दी अफेयर्स’ के तौर पर नियुक्त हुए नासिर अहमद फैक नामक राजनीतिक अधिकारी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की| ‘पाकिस्तान द्वारा अफ़गानिस्तान में किए गए हवाई हमले अंतरराष्ट्रीय नियम और मानव अधिकार कानून का उल्लंघन हैं| यह संयुक्त राष्ट्र संघ और सुरक्षा परिषद के नियमों को रौंदनेवाली हरकत है’, ऐसा आरोप फैक ने लगाया|

afghan-pak-un-3‘पिछले दशक से पाकिस्तान की सेना अफ़गानिस्तान की सीमा में हमले कर रही है| साथ ही इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना चौकियॉं और तार की बाड़ लगा रही है| कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के हवाई हमले और इस दौरान अफ़गानियों का मारा जाना, गंभीर बात है| पाकिस्तान के हमले काफी निंदनीय हैं और यह तुरंत बंद होने ही चाहियें’, ऐसी मॉंग अफ़गान राजनीतिक अधिकारी ने की| इससे पहले फ़रवरी २०१९, ऑगस्ट २०१९ और जुलाई २०२० में भी अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान के खिलाफ शिकायतें दर्ज़ की थीं| लेकिन, इस बार अफ़गानिस्तान के अलग-अलग गुट पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होते दिख रहे हैं|

तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और तेहरिक-ए-तालिबान जैसे तालिबान के अलग-अलग गुट पाकिस्तान के खिलाफ मिले हैं| नासिर अहमद फैक ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान के खिलाफ की हुई शिकायत को तालिबानी गुटों ने समर्थन दिया| साथ ही सौ साल पहले अंग्रेज़ों ने खींची रेखा और पश्तून नागरिकों का बटवारा करने वाली ड्युरंड लाईन हमें मंजूर ना होने का बयान तालिबान के इन सभी गुटों ने एक मत से किया है| यह बात पाकिस्तान की चिंता बढ़ानेवाली साबित होती है|

पाकिस्तान ने अब तक अफ़गानिस्तान के कुछ गुटों की सहायता से इस देश को अस्थिर करने की कोशिश जारी रखी थी| इसी बीच अफ़गानिस्तान के कुछ गुट पूरी तरह से पाकिस्तान के खिलाफ थे| लेकिन, अब ड्युरंड लाईन के मुद्दे पर अफ़गानिस्तान के अलग-अलग गुट एकजुट होने से पाकिस्तान ने अब तक इस्तेमाल किए हुए पैंतरे उसी पर उलट सकते हैं| यह ड्युरंड लाईन पर तनाव बढ़ने के संकेत हैं| 

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