काबुल में अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष के निवास स्थान के करीब तालिबान ने किए रॉकेट हमले

काबुल – अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी के निवास स्थान के करीब मंगलवार की सुबह रॉकेट हमले हुए। अफ़गानिस्तान में शांति स्थापित करने की इच्छा तालिबान नहीं रखती, यही बात इन हमलों के ज़रिये तालिबान ने दिखाई है, ऐसा आरोप अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष गनी ने लगाया। बीते वर्ष दोहा में हुए समझौते के अनुसार तालिबान ने राजधानी काबुल एवं अन्य प्रांतों की राजधानियों पर हमले ना करने की शर्त स्वीकारी थी। लेकिन, मंगलवार के हमले के बाद तालिबान ने इस समझौते का भंग किया हुआ दिख रहा है।

निवास स्थानराजधानी काबुल में राष्ट्राध्यक्ष गनी के निवास स्थान में प्रार्थना हो रही थी तभी सुरक्षा दिवार से थोड़ी दूरी पर तीन रॉकेट हमले हुए। इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष गनी एवं उनके सहयोगी भी उपस्थित थे। इन हमलों में जान का नुकसान नहीं हुआ है, ऐसा अंदरुनि सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता मिरवाईज स्तानिकज़ई ने कहा। रॉकेट हमलों के बाद भी राष्ट्राध्यक्ष ने प्रार्थना जारी रखी और इसके बाद अफ़गान जनता को संबोधित किया।

अफ़गानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं, इस संदेश के साथ डॉ.अब्दुल्ला कतार की बैठक में शामिल हुए थे। लेकिन, तालिबान ही अफ़गानिस्तान में शांति और स्थिरता स्थापित करने की इच्छा नहीं रखती। अब आगे का निर्णय हमें ही करना है। अफ़गानिस्तान जैसा देश रॉकेट हमलों से नहीं ड़रेगा’, यह ऐलान करके राष्ट्राध्यक्ष गनी ने तालिबान के रॉकेट हमलों का निषेध भी किया।

बीते तीन महीनों से जारी संघर्ष को परास्त करने के लिए अपनी सरकार ने शीघ्रता से व्यावहारिक योजना तैयार की है, यह ऐलान गनी ने किया। इसके लिए अफ़गान जनता ने अगले तीन से छह महीनों के लिए एकजुटता दिखाने की आवश्‍यकता है। इसके बाद देश की स्थिति में बदलाव आएगा, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष गनी ने किया। अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरुल्ला सालेह ने राष्ट्राध्यक्षीय निवास स्थान के करीब रॉकेट हमले करनेवाली तालिबान की तीखी आलोचना की।

निवास स्थानलेकिन, राष्ट्राध्यक्ष के निवास स्थान से करीब हुए इन रॉकेट हमलों से हमारा ताल्लुक ना होने का दावा तालिबान के प्रवक्ता ज़बिहुल्ला मुजाहिद ने किया। तालिबान ने सिर्फ आत्मरक्षा की नीति अपनाने का बयान मुजाहिद ने अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था के सामने किया। लेकिन, क्या तालिबान ने युद्धविराम का ऐलान किया, इस सवाल पर जवाब देने से मुजाहिद दूर रहा। इस वजह से अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमले जारी रहेंगे, यही स्पष्ट हो रहा है। इसके साथ ही राष्ट्राध्यक्ष के निवास स्थान के करीब रॉकेट हमले करके तालिबान ने अफ़गान सरकार को इशारा दिया है, यह दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं।

अमरिकी सेना की वापसी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद मात्र कुछ ही हफ्तों में तालिबान अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करेगी, ऐसे आसार दिखाई देने लगे थे। लेकिन अब अफ़गान सेना का प्रतिकार तीव्र होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। कुछ ठिकानों पर अफ़गान सेना ने तालिबान के हाथों से छीनी हुई भूमि दोबारा हासिल करने के दावे प्रसिद्ध हो रहे हैं। इस वजह से तालिबान को रोकने में अब अफ़गान सेना को कामयाबी हासिल होने लगी है, यह चर्चा भी शुरू हुई है। अफ़गानिस्तान के शहरों में बसी जनता अपने भविष्य के लिए तालिबान के साथ संघर्ष करने के लिए तैयार होने की खबरें भी प्रसिद्ध हुई थीं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय जनमत अपने पक्ष में ना होने का अहसास भी तालिबान को होता दिख रहा है।

इस वजह से अफ़गानिस्तान के संघर्ष का माहौल बदलता हुआ दिखाई दे रहा है और तभी तालिबान ने अफ़गान राष्ट्राध्क्ष के निवास स्थान के करीब रॉकेट हमले करके अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करने की संभावना सामने आ रही है। लेकिन, इसका उम्मीद के अनुसार असर प्राप्त करना तालिबान को मुमकिन नहीं हुआ है और अफ़गान सरकार ने इस हमले का इस्तेमाल करके उल्टा तालिबान पर ही निशाना साधा हुआ दिख रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.