बायडेन प्रशासन के ‘स्ट्रैटेजिक पैट्रोलियम रिजर्व’ की घोषणा के बाद अमरीका और युरोप के शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट

वॉशिंग्टन/ब्रुसेल्स – अमरीका के बायडेन प्रशासन ने ‘स्ट्रैटेजिक पैट्रोलियम रिजर्व’ यानी रिजर्व इंधन के भंडार खुला करने के संदर्भ में किए फ़ैसले की तीव्र गूंजे अन्तर्राष्ट्रीय मार्केट में सुनाई दी हैं। गुरुवार को अमरीका और युरोप के शेयर बाजारों में डेढ़ प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई। इस गिरावट के परिणाम शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में दिखाई दिए होकर, जापान, चीन और हाँगकाँग के शेयर बाजारों को झटके लगे हैं। कच्चे तेल के दाम भी प्रति बैरल 105 डॉलर्स के नीचे आए हैं।

‘स्ट्रैटेजिक पैट्रोलियम रिजर्व’गुरुवार को अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने, ‘स्ट्रैटेजिक पैट्रोलियम रिजर्व’ यानी रिजर्व ईंधन के भंडार खुले करने का फ़ैसला घोषित किया। अमरीका में बढ़ती महँगाई को कम करने के लिए यह फ़ैसला किया गया, ऐसा बायडेन ने कहा। लेकिन इस फ़ैसले पर अमरीका से सम्मिश्र प्रतिक्रिया आई है। अमरीका की सत्ताधारी पार्टी और समर्थकों ने इसका स्वागत करके , इससे अमरिकी जनता पर का बोझ हल्का होगा, ऐसी प्रतिक्रिया दी है। लेकिन उद्योग क्षेत्र और निवेशकों द्वारा नाराज़गी के सुर आलापे गए होकर, उसकी गूंजे गुरुवार को शेयर बाजारों में सुनाई दीं।

‘स्ट्रैटेजिक पैट्रोलियम रिजर्व’अमरीका के शीर्ष शेयर निर्देशांकों में से एक ‘एसअ‍ॅण्डपी 500’ में 1.6 प्रतिशत की गिरावट हुई। वहीं, ‘डो जोन्स’ निर्देशांक 550 अंकों से गिरा होकर, ‘नॅस्डॅक कम्पोझिट’ को डेढ़ प्रतिशत का झटका लगा। युरोप के ‘स्टॉक्स 600’ में 1 प्रतिशत की गिरावट आई ऐसा बताया गया। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शेयर्स का रिकॉर्ड रखनेवाले ‘एमएससीआय वर्ल्ड इक्विटी इंडेक्स’ में भी 1.3 प्रतिशत की गिरावट दिखाई दी। अमरीका तथा युरोप के शेयर बाजारों में हुई गिरावट के कारण इन निर्देशकों को तिमाही का सबसे बड़ा नुकसान सहना पड़ा है, ऐसा सूत्रों ने बताया।

गुरुवार को अमरीका और युरोप के शेयर बाजारों में हुई गिरावट का असर शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में दिखाई दिया। जापान, चीन व हाँगकाँग इन तीनों शेयर बाजारों में गिरावट हुई है। हाँगकाँग का शेअरनिर्देशांक एक प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया । इस गिरावट के पीछे ‘ बैंक ऑफ जापान’ का नया सर्वेक्षण बताया जाता है। इस सर्वेक्षण में ऐसा बताया गया है कि जापानी उद्योग क्षेत्र में नकारात्मक वातावरण निर्माण हुआ है।

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