पूर्व एशिया आनेवाले समय में यूक्रेन बन जाएगा – जापान के प्रधानमंत्री की चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘ईस्ट चायना सी’ और ताइवान को लेकर चीन की आक्रामकता के मद्देनज़र पूर्व एशिया की सुरक्षा कमज़ोर होती जा रही है। उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षण यहां तनाव बढ़ा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने समय के रहते पर इस पर ध्यान नहीं दिया तो पूर्व एशिया आनेवाले दिनों का ‘यूक्रेन’ बन जाएगा’, ऐसी चेतावनी जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने दी। रशिया-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण सामने रखकर चीन भी ताइवान पर हमला करेगा, यह संदेश जापान के प्रधानमंत्री ने अपने अमरीका दौरे के अन्त में दिया।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीनी नौसेना की हरकतें यहां के देशों के साथ इस क्षेत्र के हितों से जुड़े फ्रान्स, ऑस्ट्रेलिया और अमरीका के लिए भी चिंता का विषय बन रही हैं। पिछले महीने चीन के विमान वाहक युद्धपोत ने जापान के ओकिनावा द्विप की सीमा के करीब से सफर किया। इसी बीच चीन के लड़ाकू विमानों ने साउथ चायना सी के हवाई क्षेत्र में अमरिकी गश्त विमान से मात्र सात मीटर की दूरी पर खौफनाक तरीके से उड़ान भरी थी। इस पर अमरीका ने गुस्सा व्यक्त किया था। साथ ही चीन के लड़ाकू और बॉम्बर विमानों के अलावा विध्वंसकों ने ताइवान के हवाई और समुद्री क्षेत्र में घुसपैठ जारी रखी है।

ऐसी स्थिति में पिछले कुछ दिनों से ‘जी ७’ सदस्य देशों का दौरा कर रहे जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने चीन के खिलाफ सहायता पाने के लिए गतिविधियां शुरू की हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से मुलाकात के दौरान किशिदा ने चीन एवं उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुद्दा उठाया था। इसके बाद माध्यमों से बातचीत करते समय जापान के प्रधानमंत्री ने यूक्रेन की स्थिति का दाखिला देकर पूर्व एशिया की स्थिति भी इसी तरह होने की चेतावनी दी। पूर्व यूरोप और पूर्व एशिया का तनाव भिन्न न होने का बयान भी जापान के प्रधानमंत्री ने किया।

‘एकतरफा कार्रवाई के ज़रिये हमारे इर्दगिर्द मौजूदा स्थिति बदलने की बड़ी गंभीर गतिविधियां जारी हैं। ‘ईस्ट चाइना सी’, ‘साउथ चाइना सी’ में सैन्य ताकत के बलबूते पर बदलाव किए जा रहे हैं। इसी बीच उत्तर कोरिया की परमाणु और मिसाइल गतिविधियां यहां का तनाव बढ़ा रही हैं’, इन शब्दों में किशिदा ने पश्चिमी देशों का ध्यान इस समस्या की ओर आकर्षित किया। तथा, जापान के इर्दगिर्द का ज़िक्र करके प्रधानमंत्री किशिदा ने ताइवान संबंधी चीन की गतिविधियां जापान की सुरक्षा के लिए खतरा होने के संकेत दिए।

जापान ने चीन की ताइवान विरोधी गतिविधियों पर पहले भी आपत्ति जताई थी। चीन ताइवान पर हमला करने की तैयारी में है और अमरीका को ताइवान की सुरक्षा के लिए तेज़ कदम उठाने पडेंगे, यह आवाहन भी जापान ने किया था।

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